CM Pushkar Singh Dhami ने परिवार के साथ की ट्रैकिंग, देखे खूबसूरत नजारे, जाने उनके अनुभव

उत्तराखंड के CM Pushkar Singh Dhami हमेशा अपनी जनता से जुड़े रहने के लिए कई तरह की गतिविधियों में भाग लेते हैं। हाल ही में, उनका एक फोटो वायरल हुआ जिसमें वे अपने परिवार के साथ ट्रैकिंग करते हुए नजर आए। यह ट्रैकिंग उत्तराखंड के देहरादून जिले के शाहंशाही आश्रम से होते हुए पुराने राजपुर रोड (देहरादून) से झाड़ीपानी (मसूरी) तक की रही थी। इस दौरान सीएम धामी ने राज्य के प्राकृतिक सौंदर्य और शुद्ध वातावरण की सराहना की और कहा कि यह ट्रैकिंग केवल एडवेंचर गतिविधियों का हिस्सा नहीं है, बल्कि इस यात्रा में प्रकृति के अद्भुत सौंदर्य, ताजगी और शांति का अनुभव भी मिलता है।
सीएम धामी ने क्या कहा?
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस ट्रैकिंग के दौरान कहा कि उत्तराखंड में कई ऐसी ट्रैकिंग पटरियाँ हैं जो पर्यटकों और स्थानीय निवासियों के लिए आकर्षण का केंद्र बन चुकी हैं। वे यह भी कहते हैं कि सर्दी के मौसम में यहां ट्रैकिंग करने का अनुभव कुछ खास होता है। बर्फ से ढकी पहाड़ियाँ, ठंडी और शुद्ध हवा, और विंटर में यहां की मनमोहक दृश्यावलियाँ उत्तराखंड की प्राकृतिक सुंदरता को और भी अनूठा बना देती हैं।
Dehradun | Uttarakhand Chief Minister Pushkar Singh Dhami trekked on the Shahanshahi Ashram, Old Rajpur Road (Dehradun) – Jhadipani (Mussoorie) route today with the slogan ‘Come to Devbhoomi Uttarakhand’ in this winter journey. The Chief Minister said that this trek is not only a… pic.twitter.com/fKtBGuFuny
— ANI (@ANI) January 5, 2025
उन्होंने आगे कहा कि उत्तराखंड न केवल गर्मी के मौसम में, बल्कि सर्दी के मौसम में भी ट्रैकिंग और एडवेंचर गतिविधियों के लिए एक आदर्श स्थल बन चुका है। वे कहते हैं कि राज्य अब पर्यटकों को स्वागत करने के लिए तैयार है, चाहे वह गर्मी हो या सर्दी।
परिवार के साथ ट्रैकिंग: जनता से जुड़ने का एक तरीका
पुष्कर सिंह धामी का यह कदम उनके जनता से जुड़ने की एक अनोखी पहल है। राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में उनकी यह ट्रैकिंग यात्रा न केवल उनके फिटनेस और साहस को दर्शाती है, बल्कि इससे राज्य की प्राकृतिक सुंदरता और पर्यटकों के लिए राज्य में उपलब्ध अवसरों को भी बढ़ावा मिलता है। यह ट्रैकिंग यात्रा केवल एक पब्लिकिटी स्टंट नहीं थी, बल्कि एक प्रकार से मुख्यमंत्री ने जनता को यह संदेश दिया कि वे भी आम नागरिक की तरह अपने परिवार के साथ समय बिताने का आनंद लेते हैं।
सीएम धामी का यह कदम उनकी सादगी और समर्पण को भी दर्शाता है। उन्होंने इस ट्रैकिंग यात्रा के दौरान महसूस किए गए प्राकृतिक सौंदर्य और शांतिपूर्ण वातावरण को सार्वजनिक रूप से साझा किया, जिससे जनता को प्रेरणा मिली और उनके साथ एक व्यक्तिगत जुड़ाव का एहसास हुआ।
उत्तराखंड में पर्यटन और एडवेंचर गतिविधियों का प्रचार
मुख्यमंत्री धामी के इस कदम के बाद राज्य में ट्रैकिंग और एडवेंचर गतिविधियों के लिए एक नया आकर्षण उत्पन्न हुआ है। उत्तराखंड की बर्फ से ढकी पहाड़ियाँ, सुंदर झीलें, और पहाड़ी क्षेत्र सर्दी के मौसम में पर्यटकों को लुभाने का कार्य करते हैं। इसके अलावा, सीएम धामी ने बताया कि इन ट्रैकिंग पटरियों पर न केवल राज्य के निवासी, बल्कि बाहरी पर्यटक भी ट्रैकिंग का आनंद ले सकते हैं।
सर्दियों में बर्फबारी और साफ हवा में ट्रैकिंग का अनुभव अत्यंत सुखद होता है। इसीलिए मुख्यमंत्री धामी ने अपने बयान में कहा कि उत्तराखंड के प्राकृतिक सौंदर्य को और भी अधिक लोग जानें, इसके लिए उन्हें सर्दियों में भी राज्य में आने के लिए प्रेरित करना चाहिए।
सीएम धामी का सार्वजनिक जीवन और जनता से जुड़ाव
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का व्यक्तिगत जीवन और उनकी जनता से जुड़ने की शैली काफी सराही जाती है। पिछले नवंबर में, एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें सीएम धामी राज्य के आदिगौरव महोत्सव के दौरान कलाकारों के साथ नाचते हुए नजर आए थे। उन्होंने यह साबित किया कि राजनीति में नेता सिर्फ बयानों और निर्णयों तक सीमित नहीं होते, वे भी जनता के साथ अपनी खुशियाँ और संस्कृति को साझा कर सकते हैं।
इस कार्यक्रम में सीएम धामी ने न केवल नृत्य किया, बल्कि लोक कला और संस्कृति के प्रति अपनी सम्मानभावना भी व्यक्त की। इस तरह के कदमों से मुख्यमंत्री और जनता के बीच की दीवारें मिटती हैं, और एक व्यक्तिगत संबंध स्थापित होता है।
आपदा प्रबंधन में जापान से सहयोग की अपील
एक ओर घटना में, सीएम धामी ने उत्तराखंड के भूकंपीय और अन्य प्राकृतिक आपदाओं के संदर्भ में जापान से तकनीकी सहयोग की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड एक संवेदनशील राज्य है, जहां भूकंप और अन्य प्राकृतिक आपदाओं का खतरा हमेशा बना रहता है। इस कारण राज्य को आपदा प्रबंधन और भूकंप प्रतिरोधी तकनीकी सहायता के लिए जापान से सहयोग प्राप्त करना चाहिए।
यह कदम राज्य के विकास और सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए सीएम धामी द्वारा उठाए गए महत्वपूर्ण कदमों में से एक है।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपनी ट्रैकिंग यात्रा से यह साबित कर दिया कि वे केवल एक नेता नहीं, बल्कि एक सामान्य नागरिक की तरह भी अपने समय का आनंद लेते हैं। उन्होंने यह संदेश दिया कि राज्य में प्राकृतिक सौंदर्य के अलावा, एडवेंचर गतिविधियाँ और साहसिक कार्य भी पर्यटकों के लिए एक आकर्षण बन सकते हैं। साथ ही, उनकी यह पहल राज्य के पर्यटन क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए भी महत्वपूर्ण साबित होगी।
धामी के इस कदम से न केवल उत्तराखंड की प्राकृतिक खूबसूरती को दुनिया भर में प्रचार मिला, बल्कि यह भी दर्शाता है कि कैसे एक मुख्यमंत्री अपनी जनता के साथ संबंधों को मजबूत करने के लिए व्यक्तिगत कदम उठा सकता है।