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प्रयागराज में 1984 के बाद से नहीं जीती कांग्रेस

सत्य खबर/नई दिल्ली:

उत्तर प्रदेश में भारत गठबंधन के तहत प्रयागराज लोकसभा सीट कांग्रेस पार्टी के खाते में गई है. प्रदेश में कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के बीच गठबंधन का फॉर्मूला तय हो गया है. पार्टी प्रयागराज लोकसभा सीट के साथ ही राज्य की 16 अन्य सीटों पर भी चुनाव लड़ेगी. कांग्रेस लोकसभा क्षेत्र के कई दिग्गजों पर अपना दांव आजमा सकती है. नंद गोपाल नंदी बीजेपी से चुनाव लड़ सकते हैं.

इन नामों पर हो रही है चर्चा

कांग्रेस पार्टी इस लोकसभा सीट से सांसद रहे पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के बेटे अनिल शास्त्री या परपोते आदर्श शास्त्री पर अपना दांव आजमा सकती है. दोनों नेता हाल ही में राहुल गांधी की प्रयागराज पहुंची भारत जोड़ो न्याय यात्रा में शामिल हुए थे. कांग्रेस सूत्रों की मानें तो पार्टी इस सीट से इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के पूर्व छात्र नेता और प्रियंका गांधी के करीबी विवेकानंद पाठक को भी टिकट दे सकती है. पूर्व सांसद सलीम शेरवानी, पूर्व विधायक अनुग्रह नारायण सिंह और पूर्व मेयर प्रत्याशी डॉ. सत्या पांडे भी टिकट की दौड़ में हैं. हाल ही में क्षेत्रीय कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पोस्टर के जरिए कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी से इस सीट से चुनाव लड़ने की मांग की थी.

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2.5 लाख ब्राह्मण और दलित वोटर

इस सीट के जातीय समीकरण की बात करें तो इस सीट पर ब्राह्मण और दलित बाहुल्य है. प्रयागराज लोकसभा सीट पर करीब दो लाख पचास हजार ब्राह्मण मतदाता हैं. इस लोकसभा क्षेत्र में दलित मतदाताओं की संख्या भी लगभग इतनी ही है. ये दो जातियां इस लोकसभा सीट से किसी भी पार्टी की जीत या हार तय करेंगी. यहां 55 हजार क्षत्रिय मतदाता हैं. प्रयागराज लोकसभा सीट पर 1 लाख 30 हजार वैश्य और 1 लाख 25 हजार निषाद मतदाता हैं. इसके अलावा विश्वकर्मा, प्रजापति और कौल जाति के भी एक लाख मतदाता हैं. यहां करीब 80 हजार मौर्य, कुशवाह और चालीस हजार पाल मतदाता हैं.

वोट शेयर सिर्फ तीन फीसदी रहा

2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने योगेश शुक्ला को प्रयागराज सीट से मैदान में उतारा था. चुनाव में उन्हें करारी हार का सामना करना पड़ा. कांग्रेस उम्मीदवार तीसरे स्थान पर रहे. इस सीट से बीजेपी उम्मीदवार रीता बहुगुणा जोशी 55 फीसदी से ज्यादा वोट पाकर सांसद चुनी गईं. समाजवादी पार्टी के राजेंद्र सिंह पटेल दूसरे स्थान पर रहे. उन्हें करीब 35 फीसदी वोट मिले. कांग्रेस प्रत्याशी योगेश शुक्ला को महज 3.59 फीसदी वोट मिले.

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1984 के बाद से कांग्रेस नहीं जीती है

पिछले 35 सालों में प्रयागराज लोकसभा सीट से कोई भी कांग्रेस उम्मीदवार नहीं जीत सका है. 1984 के लोकसभा चुनाव में सदी के महानायक अमिताभ बच्चन इस सीट से सांसद चुने गए थे. कांग्रेस पार्टी ने अमिताभ बच्चन को टिकट दिया था. उसके बाद आज तक यहां से कोई भी कांग्रेस उम्मीदवार सांसद नहीं चुना गया है.

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