हरियाणा

किसान मार्च को लेकर दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर सील, नहीं दोहराई जाएगी 2021 वाली गलती

सत्य खबर/ गुरुग्राम:

किसानों के दिल्ली कूच के आह्वान के बाद पुलिस और प्रशासन ने उन्हें रोकने की पूरी तैयारी कर ली है. अंबाला के शंभू बॉर्डर पर तमाम पुलिस बल तैनात कर दिए गए हैं. साथ ही तीन लेयर की बैरिकेडिंग की गई है. पुलिस का साफ कहना है कि किसान कानून अपने हाथ में न लें! शंभू बॉर्डर पर तैनात फोर्स के साथ डीएसपी अर्शदीप सिंह का कहना है, ‘किसान आंदोलन के चलते बॉर्डर सील कर दिया गया है. अगर किसान आते हैं तो उनसे कहा जाएगा कि वे इससे आगे न जाएं क्योंकि उनके पास अनुमति नहीं है!

किसान आंदोलन के चलते आज सुबह 6 बजे से हरियाणा के कुछ जिलों में इंटरनेट बंद कर दिया गया है ताकि कोई इसका गलत इस्तेमाल न कर सके. पुलिस ने पंजाब से आने वाले सभी रास्तों को पूरी तरह से सील कर दिया है. ताकि किसान यहां से आगे न जा सकें। पंजाब से आने वाला मुख्य मार्ग शंभू बॉर्डर है, जहां से किसानों को कूच करना है, उसे पूरी तरह से सील कर दिया गया है.

मौके पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है. हालांकि, किसानों ने कहा है कि वे 13 तारीख को दिल्ली कूच करेंगे. लेकिन पुलिस पिछली बार की तरह किसान आंदोलन की गलती दोहराना नहीं चाहती. पुलिस अभी भी किसानों को कानून अपने हाथ में लेने से रोकने की कोशिश कर रही है. शंभू बॉर्डर पर तैनात डीएसपी अर्शदीप का कहना है कि वह अभी भी आने वाले किसानों से कहेंगे कि यहां न आएं क्योंकि आपके पास अनुमति नहीं है और वापस चले जाएं.

वहीं, किसान आंदोलन को लेकर खुफिया रिपोर्ट सामने आई है, जिसमें बताया गया है कि किसान आंदोलन को लेकर ट्रैक्टरों के साथ कई रिहर्सल की गई हैं. अब तक ऐसे 40 रिहर्सल और मार्च हो चुके हैं. आंदोलन के लिए 2000-2500 ट्रैक्टरों के साथ 15 से 20 हजार किसान आ सकते हैं. पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, केरल और कर्नाटक से किसान आएंगे. खुफिया रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि किसान संगठन अब तक इस आंदोलन को लेकर 100 से ज्यादा बैठकें कर चुके हैं.

असामाजिक तत्व इस आंदोलन में शामिल होकर कानून व्यवस्था खराब कर सकते हैं. किसान कार, बाइक, मेट्रो, रेल या बस से आ सकते हैं। कुछ किसान छुपकर आ सकते हैं और पीएम, गृह मंत्री, कृषि मंत्री और बीजेपी के बड़े नेताओं के घर के बाहर इकट्ठा होकर हिंसा फैला सकते हैं. रिपोर्ट में सोशल मीडिया पर निगरानी की भी बात कही गई है. दिल्ली की सभी सीमाओं और दिल्ली के अंदर कड़ी सुरक्षा की जरूरत बताई गई है.

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