ताजा समाचार

Delhi Politics: छठ पूजा से पहले यमुना की गंदगी पर गरमाई राजनीति, देवेंद्र यादव ने कहा- ‘केजरीवाल को लेना चाहिए डुबकी’

Delhi Politics: दिल्ली की राजनीति में एक बार फिर यमुना नदी की गंदगी और उसके प्रदूषण को लेकर बवाल मच गया है। छठ पूजा की तैयारी के बीच, दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने यमुना के हालात को लेकर चिंता जताई और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को चुनौती दी कि उन्हें छठ पूजा के दौरान यमुना में डुबकी लगानी चाहिए।

छठ पूजा और यमुना का मुद्दा

छठ पूजा, जो कि 7 नवंबर 2024 को मनाई जाएगी, विशेष रूप से पूर्वांचल के लोगों के लिए एक महत्वपूर्ण पर्व है। इस अवसर पर लाखों श्रद्धालु यमुना में स्नान करते हैं। लेकिन, यमुना के पानी की वर्तमान स्थिति को लेकर सभी चिंतित हैं। यमुना का पानी आज भी ज़हरीला बना हुआ है, और इस पर सफेद फोम जमी हुई है, जो अमोनिया के कारण है। इस संदर्भ में, देवेंद्र यादव ने कलिंदी कुंज का दौरा किया और वहां यमुना घाट का निरीक्षण किया।

गंदगी के खिलाफ आवाज उठाना

यादव ने अपने साथियों के साथ यमुना घाट का दौरा करने के बाद कहा कि पिछले 11 वर्षों में आम आदमी पार्टी (AAP) की सरकार ने यमुना को साफ करने में कोई सफलता नहीं हासिल की। उन्होंने कहा कि दिल्ली जल बोर्ड ने यमुना सफाई के नाम पर 6500 करोड़ रुपये खर्च किए हैं, लेकिन इसके बावजूद यमुना और अधिक प्रदूषित होती जा रही है।

उन्होंने कहा, “कौन जिम्मेदारी लेगा दिल्लीवासियों के स्वास्थ्य की? दिल्ली के नालों का पानी बिना इलाज किए यमुना में डाला जा रहा है।”

केजरीवाल की चुनौती

देवेंद्र यादव ने केजरीवाल की सफाई के दावे को याद दिलाते हुए कहा कि उन्होंने कहा था कि वह 2025 तक यमुना को साफ कर देंगे और तब यमुना में डुबकी लगाएंगे। यादव ने यह चुनौती दी कि उन्हें अब यमुना में डुबकी लगाने के लिए तैयार रहना चाहिए। उन्होंने कहा, “अगर केजरीवाल यमुना में डुबकी लगाते हैं, तो वह स्वस्थ होकर बाहर नहीं आ सकेंगे।”

Robert Francis Provost: पहली बार अमेरिका से पोप का चुनाव! रॉबर्ट फ्रांसिस प्रवोस्ट बने पोप लियो पीएम मोदी ने दी बधाई
Robert Francis Provost: पहली बार अमेरिका से पोप का चुनाव! रॉबर्ट फ्रांसिस प्रवोस्ट बने पोप लियो पीएम मोदी ने दी बधाई

Delhi Politics: छठ पूजा से पहले यमुना की गंदगी पर गरमाई राजनीति, देवेंद्र यादव ने कहा- 'केजरीवाल को लेना चाहिए डुबकी'

राजनीतिक आक्षेप

यादव ने यह भी कहा कि केजरीवाल हमेशा अपने कार्यकाल में हर समस्या के लिए पड़ोसी राज्यों, उपराज्यपाल और केंद्रीय सरकार को दोषी ठहराते रहे हैं। उन्होंने कहा, “यदि हरियाणा और यूपी का गंदा पानी यमुना में गिरता है, तो क्या यह Kejriwal की जिम्मेदारी नहीं है?”

यादव ने तंज करते हुए कहा, “केजरीवाल और मुख्यमंत्री आतिशी ने पिछले 11 वर्षों में सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाने की कोई कोशिश नहीं की। उन्हें लोगों की समस्याओं के बारे में पहले से ही सोचना चाहिए था।”

जनता का विश्वास खोना

देवेंद्र यादव ने कहा कि आम आदमी पार्टी के प्रति जनता का विश्वास धीरे-धीरे समाप्त हो रहा है। उन्होंने कहा, “दिल्ली की जनता अब AAP से उम्मीद नहीं रखती। दिल्ली सरकार के भ्रष्टाचार ने उनके सामने बहुत से सवाल खड़े कर दिए हैं।”

यादव ने यह भी कहा कि दिल्ली की जनता ने तय कर लिया है कि आगामी विधानसभा चुनावों में केजरीवाल की पार्टी को बाहर का रास्ता दिखाना है।

Punjab News: एयर रेड सायरन और बंद स्कूल! पंजाब में बढ़ते खतरे के बीच लोगों को घरों में रहने की चेतावनी
Punjab News: एयर रेड सायरन और बंद स्कूल! पंजाब में बढ़ते खतरे के बीच लोगों को घरों में रहने की चेतावनी

छठ पूजा का महत्व

छठ पूजा, जिसे सूर्य देवता और छठी माई की पूजा के रूप में जाना जाता है, इस पर्व में श्रद्धालु चार दिनों तक उपवास करते हैं और सूर्य को अर्ध्य अर्पित करते हैं। इस दौरान वे यमुना या अन्य नदियों में स्नान करते हैं, लेकिन यदि यमुना का पानी प्रदूषित है, तो यह समस्या बन जाती है।

सामाजिक जिम्मेदारी

इस संदर्भ में, यादव ने सभी राजनीतिक दलों से अपील की है कि वे मिलकर यमुना की सफाई के लिए ठोस कदम उठाएं। उन्होंने कहा, “यह केवल एक पार्टी की जिम्मेदारी नहीं है, बल्कि सभी की सामूहिक जिम्मेदारी है कि हम अपने प्राकृतिक संसाधनों की सुरक्षा करें।”

यमुना की गंदगी और प्रदूषण एक गंभीर मुद्दा है, जो केवल राजनीतिक बयानबाजी तक सीमित नहीं रहना चाहिए। सभी पक्षों को मिलकर काम करने की आवश्यकता है ताकि इस नदी को साफ किया जा सके और आने वाली पीढ़ियों के लिए इसे सुरक्षित बनाया जा सके।

इस प्रकार, छठ पूजा जैसे महत्वपूर्ण पर्व से पहले यह मुद्दा और भी अधिक महत्वपूर्ण हो जाता है। जनता को चाहिए कि वे जागरूक रहें और नेताओं से सवाल पूछें कि उनके स्वास्थ्य और पर्यावरण के लिए क्या किया जा रहा है। केवल राजनीति नहीं, बल्कि वास्तविक कार्रवाई की आवश्यकता है ताकि यमुना का जल पुनः स्वच्छ और जीवनदायिनी बन सके।

Back to top button