Punjab के इस जिले में डेंगू के मामले बढ़ रहे हैं, स्वास्थ्य विभाग की टीम कर रही है घर-घर सर्वेक्षण
Punjab के एक जिले में डेंगू और चिकनगुनिया के मामलों में लगातार वृद्धि देखी जा रही है। इसके रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग ने घर-घर जाकर सर्वेक्षण करने का निर्णय लिया है। इस सर्वेक्षण के दौरान लोगों को मच्छरों के लार्वा और रोगों से बचाव की जानकारी दी जा रही है। साथ ही, स्वास्थ्य विभाग की टीमें घरों में रखे पानी के बर्तन, कूलर, फ्रिज, और छतों पर रखी पुरानी वस्तुओं की जांच कर रही हैं। यदि यहां लार्वा पाया जाता है, तो उसे नष्ट करने के लिए दवाई का छिड़काव किया जाता है।
डेंगू के नए मामले
हाल ही में, पिछले छह दिनों में छह नए डेंगू के मामले सामने आए हैं, जिसके बाद जिले में कुल डेंगू मामलों की संख्या 47 हो गई है। वहीं, स्वास्थ्य विभाग चिकनगुनिया के मामलों पर भी नजर बनाए हुए है, जहां केवल दो मामले दर्ज किए गए हैं। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, अब तक 1,53,292 घरों का प्रजनन जांच किया गया है, जिनमें से 2,898 घरों में डेंगू के लार्वा पाए गए हैं।
पिछले वर्ष की तुलना में कम मामले
यह ध्यान देने योग्य है कि स्वास्थ्य विभाग डेंगू के मामलों को नियंत्रित करने के लिए सभी प्रयास कर रहा है। पिछले वर्ष की तुलना में इस बार बहुत कम डेंगू के मामले दर्ज किए गए हैं। वर्ष 2023 में जिले में कुल 457 डेंगू के मामले सामने आए थे, जबकि इस बार यह संख्या काफी कम है। वर्तमान में, स्वास्थ्य विभाग डेंगू के प्रकोप को रोकने के लिए सक्रिय रूप से काम कर रहा है।
मौसम का प्रभाव
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, जैसे-जैसे मौसम ठंडा होता है, डेंगू का प्रकोप भी कम होना शुरू हो जाएगा। इसलिए स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी लगातार जांच कर रहे हैं। जिले के महामारी विशेषज्ञ डॉ. गुरप्रीत कौर के अनुसार, स्वास्थ्य विभाग के 200 कर्मचारियों की टीमें घरों और सार्वजनिक स्थानों में मच्छरों के प्रजनन की जांच कर रही हैं। इसके साथ ही, प्रभावित क्षेत्रों में दवा का छिड़काव भी किया जा रहा है।
सरकारी अस्पतालों में मुफ्त डेंगू परीक्षण
सरकारी अस्पतालों में डेंगू का परीक्षण पूरी तरह से मुफ्त है। पिछले वर्ष जिले में कुल 457 डेंगू के मामले दर्ज किए गए थे, लेकिन इस बार डेंगू का प्रकोप काफी हद तक नियंत्रित किया गया है। आमतौर पर, नवंबर के महीने में मौसम ठंडा होते ही डेंगू का प्रकोप कम होने लगता है। यह मच्छर साफ पानी में प्रजनन करते हैं।
घर के आस-पास पानी जमा न होने दें
डॉ. गुरप्रीत कौर के अनुसार, डेंगू एडीज मच्छर के काटने से फैलता है। यह मच्छर अक्सर दिन के समय काटता है। यह गंदे पानी में प्रजनन करता है जो टैंकों, बर्तनों, बाल्टियों, पुराने टायरों और खाली बोतलों में एकत्रित होता है। इसके लक्षणों में तेज बुखार, आंखों के पीछे दर्द, सिर के अग्र भाग में दर्द, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द, शरीर पर दाने, उल्टी और मिचली आदि शामिल हैं।
एहतियाती कदम
डेंगू से बचने के लिए कुछ एहतियाती कदम उठाना बेहद जरूरी है। जैसे:
- घर के चारों ओर पानी जमा न होने दें।
- सात दिनों तक घर के अंदर बर्तनों में पानी न रखें।
- बर्तनों, बाल्टियों, कूलरों, और टैंकों में जमा पानी को नियमित रूप से बदलते रहें।
- अगर कहीं पानी जमा हो जाता है और निकासी संभव नहीं है, तो वहां केरोसीन डालें ताकि मच्छर अंडे न दे सकें।
- रात में सोते समय मच्छरदानी का उपयोग करें।
डेंगू के लक्षण
डेंगू बुखार के लक्षण सामान्यतः संक्रमण के चार से छह दिन बाद शुरू होते हैं और 10 दिनों तक रहते हैं। इनमें अचानक तेज बुखार, गंभीर सिरदर्द, आंखों के पीछे दर्द, जोड़ों और मांसपेशियों में दर्द, थकान, मिचली, उल्टी, दस्त, बुखार के बाद दो से पांच दिन में दिखाई देने वाले दाने, मसूड़ों से हल्की खून आना आदि शामिल हैं। कभी-कभी, डेंगू के लक्षण हल्के होते हैं और ये फ्लू या अन्य वायरल संक्रमणों के लक्षणों से मिलते-जुलते हैं।
पंजाब के इस जिले में डेंगू के मामले बढ़ने से स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ गई है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा किए जा रहे उपायों और जागरूकता अभियानों के बावजूद, समुदाय को भी इस समस्या के समाधान में सक्रिय रूप से भाग लेना आवश्यक है। जब तक लोग स्वास्थ्य विभाग के निर्देशों का पालन नहीं करेंगे और खुद को और अपने आस-पास के लोगों को सुरक्षित रखने के लिए उचित कदम नहीं उठाएंगे, तब तक डेंगू के मामलों में वृद्धि जारी रह सकती है।