मध्य प्रदेश भाजपा पर कांग्रेस ने कसा तंज । मंत्रिमंडल बंटवारे पर छिड़ी सियासत,सब दिल्ली से ही तय तो फिर वही हो जाओ शिफ्ट!
Congress took a jibe at Madhya Pradesh BJP. Politics broke out on cabinet division, everything is decided from Delhi only, then shift there!
सत्य ख़बर/भोपाल/प्रमोद व्यास
मध्य प्रदेश में 5 दिसंबर को चुनाव के नतीजे आए और 13 दिसंबर को मुख्यमंत्री का चयन दिल्ली से किया गया। मध्य प्रदेश का मुखिया उज्जैन दक्षिण विधायक डॉ मोहन यादव को बनाया गया। इधर मंत्रियों का शपथ ग्रहण समारोह 25 दिसंबर को हुआ और अब तक भी मंत्रियों को उनके विभागों का बंटवारा नहीं किया गया है ।
ऐसे में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी से लेकर प्रदेश कांग्रेस मीडिया अध्यक्ष के के मिश्रा मुखर हो गए हैं ,और भाजपा पर तंज कस रहे हैं कि मुख्यमंत्री का चयन दिल्ली से हो रहा है, मंत्रिमंडल विस्तार में किस मंत्री को लेना है, इसका चयन भी दिल्ली से हो रहा है और अब तक खुद मुख्यमंत्री चार बार दिल्ली जा चुके हैं, बावजूद इसके विभागों का बंटवारा मंत्रियों का नहीं हो पाया है ,जब सब यदि दिल्ली से ही करना है तो भोपाल में क्या कर रहे हो दिल्ली ही शिफ्ट हो जाओ।
इधर भाजपा भी अब सकते में आ गई है कि दिल्ली से हरी झंडी नहीं मिल पाने के कारण विभागों के बंटवारे पर सवाल उठ रहे हैं, कामकाज में देरी हो रही है और तमाम सरकारी प्रक्रियाएं ठप्प पड़ी हुई है।
मंत्रियों को यदि उन्हें उनके विभाग का जिम्मा नहीं मिलेगा तो अधिकारी किस तरह से काम कर पाएंगे।
छत्तीसगढ़ में तो शुक्रवार की शाम मंत्रियों को उनके विभागों का बंटवारा भाजपा ने कर दिया देखना है कि अब मध्य प्रदेश भाजपा में 18 मंत्रियों को उनके विभाग का जिम्मा कब तक मिलेगा।
हालांकि मुख्यमंत्री मोहन यादव शुक्रवार की शाम तक दिल्ली में ही है ,हो सकता है वह शुक्रवार की रात तक भोपाल पहुंचे तो उनके हाथ में मंत्रियों के विभागों की वह लिस्ट हो जो उन्हें दिया जाना है। सब कुछ ठीक रहा तो शनिवार को मंत्रियों के विभागों का बंटवारा हो जाएगा ।