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Ghee Vs White Butter: सफेद मक्खन या घी, कौन सा स्वास्थ्य के लिए अधिक हानिकारक है?

Ghee Vs White Butter: घी और सफेद मक्खन दोनों में स्वस्थ वसा होती है, जो शरीर के लिए बहुत फायदेमंद होती है। ये स्वस्थ कोलेस्ट्रॉल प्रदान करते हैं, जो शरीर के लिए आवश्यक है। चलिए जानते हैं कि इनमें से कौन सा स्वास्थ्य के लिए ज्यादा हानिकारक हो सकता है।

Ghee Vs White Butter: कौन सा है अधिक स्वास्थ्यवर्धक?

घी और मक्खन दोनों में पोषक तत्वों की भरपूर मात्रा होती है। घी एक स्वस्थ वसा है और इसमें ओमेगा-3 फैटी एसिड और विटामिन A भी होता है। फोर्टिफाइड मक्खन में भी विटामिन A हो सकता है।

Ghee Vs White Butter: सफेद मक्खन या घी, कौन सा स्वास्थ्य के लिए अधिक हानिकारक है?

घी और मक्खन में कैलोरीज:

  • मक्खन: 100 ग्राम मक्खन में 717 किलो कैलोरी होती है, जिसमें 51% स्वस्थ वसा, 71% कुल वसा और 3 ग्राम अस्वस्थ वसा होती है।
  • घी: 100 ग्राम घी में 900 किलो कैलोरी होती है, जिसमें 60% स्वस्थ वसा होती है और कोई अस्वस्थ वसा नहीं होती है। जब आप बाजार से घी खरीदें, तो लेबल ठीक से पढ़ें। अगर लेबल पर ‘वनस्पति घी’ लिखा है, तो संभावना है कि यह पारंपरिक घी न हो और इसमें अस्वस्थ वसा हो सकती है। अगर सफेद मक्खन खा रहे हैं, तो नमक रहित मक्खन चुनें।

स्वाद और उपयोग:

घी और मक्खन दोनों का स्वाद बहुत अलग होता है और इसलिए उनका उपयोग भी अलग-अलग तरीकों से किया जाता है। भारत में, घी का उपयोग विभिन्न प्रकार की करी, दाल और मांसाहारी व्यंजन बनाने में किया जाता है। विशेष अवसरों पर इसका उपयोग पूरियों और पराठों को तलने या सूजी या गाजर के हलवे बनाने के लिए भी किया जाता है, क्योंकि घी उच्च तापमान पर पक सकता है।

मक्खन आमतौर पर जल्दी सॉस जैसे व्हाइट सॉस या बéchamel बनाने में उपयोग किया जाता है। मक्खन सब्जियों को भूनने और विशेष रूप से जल्दी पकने वाले मांस जैसे मछली, झींगा और केकड़ों के लिए भी एक बेहतरीन विकल्प है। यह मांसों को एक सुंदर स्वाद देता है और खासकर लहसुन और जड़ी-बूटियों के साथ मिलाकर बहुत अच्छा लगता है।

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