राष्‍ट्रीय

नए साल से पहले हरियाणा सरकार की तरफ से आई किसानों के लिए खुशी की खबर, जानिए क्या हुई घोषणा

सत्य ख़बर, चण्डीगढ़ । 

हरियाणा सरकार ने किसानों के हित में एक ऐतिहासिक कदम उठाया है, जो न केवल राज्य के किसानों के लिए, बल्कि पूरे देश के किसानों के लिए एक बड़ी राहत की खबर है। राज्य सरकार ने 24 फसलों की न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद की गारंटी देने का ऐलान किया है।

यह कदम किसानों को उनके फसलों की उचित कीमत दिलाने के लिए है, ताकि वे अपनी मेहनत का सही मूल्य पा सकें। हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. राजा शेखर वुंडरू ने इस फैसले की अधिसूचना जारी की।

Usha Vance: PM मोदी से मुलाकात ने बच्चों को दिला दी दादाजी की याद! उषा वांस ने PM मोदी को लेकर कह दी दिल छू लेने वाली बात
Usha Vance: PM मोदी से मुलाकात ने बच्चों को दिला दी दादाजी की याद! उषा वांस ने PM मोदी को लेकर कह दी दिल छू लेने वाली बात

ये फैसला मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की अध्यक्षता में हुई एक कैबिनेट बैठक में लिया गया था। हरियाणा सरकार ने 24 फसलों की सूची जारी की है, जिनमें गेहूं, धान, मक्का, ज्वार, बाजरा, चना, मसूर, अरहर, मूंग, सरसों, तिल, मूंगफली, सूरजमुखी, और अन्य फसलें जैसे गन्ना, कपास, रागी, सोयाबीन, नाइजरसीड, जूट, खोपरा, ग्रीष्म मूंग शामिल हैं।

हालांकि एमएसपी पर केवल उन्हीं किसानों से फसलें खरीदी जाएंगी, जिन्होंने मेरी फसल मेरा ब्योरा पोर्टल पर पंजीकरण कराया है। ये कदम पारदर्शिता को बढ़ावा देने और योग्य किसानों तक सही मदद पहुंचाने के लिए है।

सीएम नायब सैनी ने भी कहा है कि सरकार का उद्देश्य हरियाणा के किसानों की मेहनत को सही मूल्य देना है। मैंने पंजाब और अन्य राज्यों की सरकारों से अपील की है कि वे भी अपने किसानों के हित में इस तरह के कदम उठाएं। वहीं हरियाणा सरकार के इस कदम से किसानों को न सिर्फ राहत मिलेगी, बल्कि उनके मन में सरकार के प्रति विश्वास भी मजबूत होगा। केंद्र सरकार के एफसीआई, सीसीआई और नैफेड इस पूरी प्रक्रिया में किसानों की मदद करेंगे, ताकि उन्हें समय पर और सही मूल्य पर फसलें बेची जा सकें। माना जा रहा है कि हरियाणा सरकार का ये कदम पूरे देश के किसानों के लिए एक मिसाल बनेगा।

UN में Shashi Tharoor ने आतंकवाद पर दिया जोरदार जवाब! पाकिस्तान और चीन पर कसा शिकंजा
UN में Shashi Tharoor ने आतंकवाद पर दिया जोरदार जवाब! पाकिस्तान और चीन पर कसा शिकंजा

Back to top button