सत्य खबर, नई दिल्ली । Google maps lead two young men to the mouth of death.
गूगल मैप के जरिए रास्ता तलाशना झारखंड के गिरिडीह में तीन युवकों को भारी पड़ गया. उन्होंने ऐसी सड़क पकड़ी, जिसने उन्हें एक नदी पर निर्माणाधीन पुल के पास पहुंचा दिया. जिसे पार करने के चक्कर में दो युवक नदी की तेज धार में बह गए. एक युवक किसी तरह जान बचाने में सफल रहा. रविवार की रात हजारीबाग के तीन युवक आनंद चौरसिया, मनीष मेहता और शंकर मेहता गिरिडीह के बेंगाबाद से वापस अपने घर लौट रहे थे. तीनों युवक बाइक पर सवार थे और गूगल मैप का सहारा लेकर चल रहे थे. गिरिडीह कॉलेज के बाद मैप ने दो रास्ता दिखाया तो ये लोग पुराने पुल की तरफ आ गए, जिसका निर्माण कार्य चल रहा है. यहां आने पर तीनों को रास्ता नहीं समझ आया.
गूगल मैप से रास्ता देखना पड़ा भारी
शंकर नामक युवक ने बाइक से उतरकर नदी की धार को नापने की कोशिश की और इसी क्रम में वह बह गया. शंकर को बहता देख उसके दोनों साथी आनंद और मनीष भी नदी में उतर गए. लेकिन, वो भी नदी की तेज धार में बहने लगे. शंकर तो तैर नदी से बाहर निकल गया, जबकि आनंद और मनीष नदी की तेज धार में बह गए.
हादसे के बाद उठाया गया यह कदम
सोमवार को गोताखोरों की टीम ने बड़ी मशक्कत के बाद आनंद और मनीष मेहता का शव बरामद किया. हादसे के बाद उसरी नदी पर बने अस्थायी पुल को ध्वस्त करना शुरू किया गया. सदर अनुमंडल पदाधिकारी विशालदीप खलखो ने बताया कि कि बरसात को देखते हुए सुरक्षा के मद्देनजर इस पुल को ध्वस्त किया जा रहा है.