गुरुग्राम निगम की इंफोर्समेंट जोन टु टीम ने आयुध डिपो क्षेत्र में 5 अवैध निर्माण को धराशाही किया
सत्य ख़बर,गुरूग्राम, सतीश भारद्वाज :
पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय द्वारा जारी निर्देशों की पालना में नगर निगम गुरूग्राम लगातार कार्रवाई कर रहा है। इसके तहत इनफोर्समैंट टीमें आयुक्त डिपो के प्रतिबंध क्षेत्र में लगातार निगरानी बनाए हुए हैं, तथा पुलिस बल की सहायता से अवैध निर्माणों को धराशायी कर रही है।
सोमवार को नगर निगम गुरूग्राम जोन टु की इनफोर्समैंट टीम ने आयुध डिपो के प्रतिबंधित क्षेत्र में स्थित सतगुरू इनकलेव में पहुंची। यहां पर प्रतिबंध के बावजूद अवैध रूप से निर्माण किए जा रहे थे। टीम ने जेसीबी की मदद से इस क्षेत्र में 5 निर्माणाधीन भवनों को धराशाही किया। तोड़फोड़ दस्ते की अगुवाई बतौर ड्यूटी मजिस्ट्रेट नगर निगम के सहायक अभियंता यतेन्द्र कुमार कर रहे थे। जबकि टीम में इंचार्ज हितेष दहिया, कनिष्ठ अभियंता राहुल व प्रदीप वर्मा सहित अन्य कर्मचारी मौजूद थे। किसी भी प्रकार के विरोध की स्थिति पर नियंत्रण के लिए मौके पर भारी पुलिस बल की मौजूदगी रही।
बता दें कि उच्च न्यायालय के आदेश के बाद भी कुछ दबंग रसूखदार लोगों द्वारा प्रतिबंधित क्षेत्र में निगम के कुछ वरिष्ठ अधिकारियों की मिली भगत से अवैध निर्माण कर रहे हैं। जिनकी संबंधित थाना में भी सांठगांठ हो रही थी। जिससे संबंधित थाना भी निगम अधिकारियों को समय पर जानबूझकर पुलिस फोर्स उपलब्ध नहीं कर रहे थे। जिनकी शिकायत भी प्रदेश सरकार के कानों तक पहुंची तो पुलिस के भी हाथ पैर फूल गए। अपनी किरकिरी को बचाने के लिए संबंधित थाना भी निगम अधिकारियों को तोड़फोड़ के लिए पुलिस फोर्स उपलब्ध करने लग गए हैं। जिसका नतीजा रहा कि पिछले एक सप्ताह से आयुर्वेदिक डिपो के आसपास अवैध निर्माणों पर निगम द्वारा ठोस कार्रवाई की जा रही है। हालांकि इसमें पुर्व सीएम के ओएसडी रहे जवाहर यादव व मुकेश शर्मा जैसे विवादित भाजपा नेता भी अवैध निर्माणों पर तोड़फोड़ करने में निगम अधिकारियों की गले की फांस बने हुए थे। वहीं गत सप्ताह भी मुकेश शर्मा ने गुरुग्राम से भाजपा की टिकट पर लोकसभा चुनाव रहे लड़ रहे, इंद्रजीत सिंह से भी निगम कमिश्नर नरहरि सिंह बांगड़ से फोन पर तोड़फोड़ बंद करने की गुहार लगवाई थी। जिस बारे में उन्होंने नेतागिरी चमकाने के लिए एक ग्रुप में भी कुछ पंक्तियां शेयर की थी। जिससे यही अंदाजा लगाया जा सकता है कि क्षेत्र में दबंग रसूखदार भूमाफियाओं पर निगम नेताओं की सिफारिश मानकर ही कई कार्रवाई करने में कतरा रहे हैं। इसका सबसे अच्छा उदाहरण गांव मोलाहेडा का आ रहा है, जहां पर भ्रष्टाचार का आरोपी रविंद्र पुत्र राजा चक्की वाला दबंग भूमाफियाओ पर कार्रवाई नहीं होने दे रहा है।