गुरुग्राम जिलाधीश के आदेश ने HSVP कर्मचारियों को ड्यूटी मजिस्ट्रेट ने किया घर से बेघर
सत्य ख़बर, गुरुग्राम, सतीश भारद्वाज :
गुरुग्राम में जिलाधीश के आदेश पर ड्यूटी मजिस्ट्रेट ने एक एचएसवीपी कर्मचारी को घर से किया बेघर। जिसको लेकर एचएसवीपी यूनियन में गहरा रोष व्याप्त हो रहा है। अधिकारियों का तानाशाही रवैया आया सामने। कर्मचारियों में धरना प्रदर्शन करने दी चेतावनी।
एचएसवीपी यूनियन की तरफ से जारी प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से बताया गया है कि सेक्टर 17 ए एचएसवीपी के मकान नंबर 3 जोकि भूप सिंह को 26-8- 2022 को प्रशासक गुरुग्राम द्वारा अलॉट किया गया था। जिसको डीसी निशांत कुमार यादव गुरुग्राम द्वारा नव नियुक्त एसडीएम रविंद्र कुमार को अलॉट 5-4-2024 को कर दिया, जबकि उक्त मकान में पिछले 2 वर्ष से भूप सिंह एचएसवीपी कर्मचारी रह रहा है,बिजली का बिल और मीटर भी भूप सिंह के नाम है! तथा उसका हाउस रेंट भी कट रहा है, शुक्रवार को अचानक ड्यूटी मजिस्ट्रेट राकेश मलिक तहसीलदार ने भूप सिंह के बच्चों को व उनकी बुजुर्ग बीमार मां को जबरदस्ती पुलिस का रोब दिखाकर मकान से बाहर निकाल कर मकान को ताला लगा दिया। उनके परिवार को सड़क पर लाकर बैठा दिया, जबकि मकान के अंदर उनका सामान भी रखा हुआ है । जबकि भूप सिंह को कोई भी मकान खाली करने का नोटिस नहीं दिया गया। एचएसवीपी संस्था ने ड्यूटी मजिस्ट्रेट से कुछ समय की मांग की लेकिन उन्होंने एक न सुनी और अपना तानाशाही रवैया अपनाते हुए मकान पर ताला लगाकर बच्चों को बाहर गेट पर रोते हुए छोड़कर चले गए।
एचएसवीपी संस्था ने संपदा अधिकारी व एचएसवीपी प्रशासक महोदय गुड़गांव से भी मुलाकात की लेकिन किसी ने भी संस्था की एक न सुनी। जिससे कर्मचारी यूनियन में इस तरह आइडियल व्यवहार से अधिकारियों के प्रति काफी रोष पनप रहा है। कर्मचारी संगठन की तरफ से जारी एक प्रेस नोट के माध्यम से बताया गया है कि। कर्मचारी यूनियन सोमवार सेक्टर 14 एचएसवीपी कार्यालय पर प्रदर्शन करेंगे जिसमें नारेबाजी भूख हड़ताल आदि कठोर कदम उठाएगी। संगठन ने उपायुक्त के इस तानाशाही रवैया के खिलाफ गहरा रोष व्याप्त हो रहा है। यूनियन के सदस्यों ने देर शाम इस बारे में एक बैठक आयोजित कर आगे की रणनीति बनाई।
जिसमें मुकेश तवर, संजीव यादव, रामनिवास ठाकरान,सुशील ठाकरान ,अजीत सहरावत, सहमल गुर्जर, रविंद्र यादव, वेद प्रकाश , सोहनलाल सैनी, दयानंद , विजय मल्होत्रा, खुशाल तेवतिया, सुरेश मलिक, वीरेंद्र , हरिकिशन, पितांबर, आदि सदस्यों व कर्मचारियों ने भाग लिया।
जब इस बारे में संपदा अधिकारी विकास डंडा से बात की गई तो उन्होंने कहा कि यूनियन के कर्मचारी उनके पास आए अवश्य थे मगर इस बारे में उनका कोई ज्यादा जानकारी नहीं है। वहीं प्रशासक रेनू सौगन व जिला जिलाधीश निशांत कुमार यादव ने फोन नहीं उठाया जिनसे उनका पक्ष नहीं लिखा जा सका।