Gurugram News: गुरुग्राम पुलिस के 4 भ्रष्ट कर्मचारियो को रिश्वत लेने में किया गिरफ्तार,कोर्ट ने भेजा जेल

सत्य ख़बर,गुरुग्राम, सतीश भारद्वाज: Gurugram के सेक्टर-17 थाना के चार पुलिस कर्मियों द्वारा एक पराठा की रेहड़ी लगाने वाले व्यक्ति से रिश्वत लेने का मामला सामने आया है। इस मामले में चारों पुलिस कर्मियों को गिरफ्तार कर लिया गया। चारों आरोपियों को कोर्ट में पेश किया, जहां से कोर्ट ने चारों आरोपी पुलिस कर्मियों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेजा है। इस संबंध में शिकायतकर्ता पराठा व बिड़ी सिगरेट की रेहड़ी लगाने वाले गुलाब सिंह साहू ने पुलिस अधिकारियों को शिकायत दी थी। जिसके बाद यह कार्रवाई की गई है। शिकायतकर्ता गुलाब सिंह साहू के अनुसार वह अपने परिवार का भरण पोषण करने के लिए सेक्टर-17-18 वन क्यू बिल्डिंग के गेट के सामने झोपड़ी बनाकर रहता है और वहीं पर पराठा व बिड़ी व सिगरेट की वस्तुओं की रेहड़ी लगाता है। शिकायत के अनुसार फरवरी 2025 में हवलदार राजबीर उसकी दुकान पर आया और उसे दुकान बंद कराने की धमकी देने लगा।
दुकान चलाने के लिए पांच हजार रुपए हर सप्ताह लेने की बात की। इस पर वह उसे पांच हजार रुपए हर सप्ताह देने लगा। इसके बाद ईआरवी स्टाफ में शामिल सिपाही अजय व एसपीओ अनिल भी उसकी दुकान पर आकर उसे धमकाने लगे और रिश्वत की मांग की। जिस पर मजबूरन उन्हें भी वह एक हजार व पांच सौ रुपए देने लगा। जिससे उसे उसकी दुकान में घाटा होने लगा। इस पूरे मामले को उजागर करने के लिए उसने अपनी दुकान के बाहर सीसीटीवी कैमरे लगवा लिए। इनके अलावा एएसआई जिसे वह चार-पांच साल से जानता था। वह भी उसकी दुकान को बंद कराने के लिए धमकी देने लगा तो उसे भी 10 हजार रुपए महीने देने लगा। शिकायतकर्ता ने चारों पुलिस कर्मियों के वीडियो आदि पेन ड्राइव में डालकर एसएचओ सेक्टर-18 को दिए। जिस पर पर्याप्त सबूतों के आधार पर चारों पुलिस कर्मियों को गिरफ्तार कर लिया। गुरुवार को चारों आरोपी पुलिस कर्मियों को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है।
बता दें की गुड़गांव पुलिस का यह पहला ही मामला नहीं है,जब पुलिस कर्मचारियों ने वर्दी को दागदार किया है, इससे पहले भी कई मामलों में गुरुग्राम पुलिस कई कर्मचारी व अधिकारियों को भ्रष्टाचार के आरोप में गिरफ्तार कर जेल भिजवा चुकी है। अभी कुछ दिन पहले ही क ने मानेसर थाने के मुंशी व प्रभारी को भी कार्य में लापरवाही करने पर सस्पेंड किया था।