Haryana : सिरसा में भाजपा प्रत्याशी ने लिया नामांकन वापिस,जानिए वजह
सत्य खबर, सिरसा।
सिरसा विधानसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार रोहताश जांगड़ा ने नामांकन वापस ले लिया है। सोमवार सुबह भाजपा ने अचानक गुप्त मीटिंग बुलाई और रोहताश जांगड़ा के नामांकन वापसी पर फैसला हुआ। भाजपा इस सीट पर हरियाणा लोकहित पार्टी के उम्मीदवार गोपाल कांडा को समर्थन दिया है। जिन्हें इनेलो और बसपा ने भी पहले से समर्थन दे रखा है।
उधर, एक दिन पहले गोपाल कांडा ने भी मीडिया से बातचीत में कहा कि वह अब भी NDA का हिस्सा हैं। जीतने के बाद भाजपा के साथ मिलकर सरकार बनाएंगे। उनका परिवार शुरू से ही RSS से जुड़ा हुआ है। पिता मुरलीधर कांडा जनसंघ की टिकट पर 1952 में डबवाली सीट से चुनाव लड़ चुके हैं और मेरी माता आज भी भाजपा को ही वोट डालती हैं। इससे पहले भाजपा कुरुक्षेत्र की पिहोवा सीट से उम्मीदवार भी बदल चुकी है। यहां कवलदीप सिंह अजराना की जगह पर जय भगवान शर्मा डीडी को भाजपा ने टिकट दे दी थी।
गोपाल कांडा 2019 में सिरसा सीट से विधायक बने थे। जिसके बाद उन्होंने भाजपा को समर्थन दे दिया। 2024 विधानसभा चुनाव में टिकट बंटवारे के दौरान चर्चा थी कि भाजपा गोपाल कांडा को सिरसा सीट दे सकती है। हालांकि भाजपा ने यहां रोहताश जांगड़ा को उम्मीदवार घोषित कर दिया।
अगले ही दिन गोपाल कांडा की पार्टी हलोपा और इंडियन नेशनल लोकदल में गठबंधन हो गया। इनेलो पहले ही बहुजन समाज पार्टी के साथ मिलकर चुनाव लड़ रही है। जिसके बाद इनेलो के प्रधान महासचिव अभय सिंह चौटाला ने गोपाल कांडा को सिरसा सीट से गठबंधन का उम्मीदवार घोषित कर दिया।
गठबंधन के बाद गोपाल कांडा ने कहा था कि सिरसा के अंतर्गत आने वाले रानियां और ऐलनाबाद में हलोपा का जनाधार है। ऐलनाबाद उपचुनाव में भाई गोबिंद कांडा को अच्छे वोट मिले थे। इसलिए अभय चाहते हैं कि हलोपा ऐलनाबाद और रानियां में इनेलो की मदद करे, बदले में वह सिरसा में मदद करेंगे। हम दोनों ही पार्टियां कांग्रेस के खिलाफ हैं।
कांडा ने कहा कि मैंने कभी भाजपा से कोई सीट नहीं मांगी। हमारा शुरू से ही बिना शर्त समझौता है। इस बार हरियाणा में कांग्रेस नहीं बल्कि भाजपा की सरकार आएगी। भाजपा प्रदेश में जीत की हैट्रिक बनाएगी और हमारा गठबंधन भाजपा को सपोर्ट करेगा।