Haryana : रोहतक में जिला परिषद की चेयरपर्सन का चुनाव टला,बाहर खड़ी गाडियों से हथियार बरामद
सत्य खबर, रोहतक ।
रोहतक में जिला परिषद की भाजपा चेयरपर्सन मंजू हुड्डा के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर आज (23 अक्टूबर) बुधवार को वोटिंग टल गई। मीटिंग से पहले डीसी अजय कुमार बीमार हो गए। जिस वजह से यह फैसला लिया गया। यह मीटिंग अब शनिवार को होगी।
वोटिंग मुल्तवी होने के बाद पुलिस ने बाहर खड़ी गाड़ियों की चेकिंग की तो उनमें से 2 रिवॉल्वर और 3 बंदूकों समेत 5 हथियार मिले। जिसके बाद पुलिस ने 3 युवकों को हिरासत में ले लिया। हालांकि युवकों का कहना था कि यह लाइसेंसी हथियार हैं। एसएचओ रोशन लाल ने कहा कि इस बारे में जांच की जा रही है कि यह अवैध हैं या लाइसेंसी और किस मकसद से आज इन्हें लाया गया था।
बता दें कि चेयरपर्सन मंजू हुड्डा के खिलाफ विधानसभा चुनाव के दौरान 10 पार्षद डीसी अजय कुमार से मिले थे। उन्होंने डीसी से मंजू हुड्डा के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने की मांग की थी। जिसके बाद डीसी ने 23 अक्टूबर की तारीख तय कर दी थी। मंजू ने इसी साल हुए विधानसभा चुनाव में पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा के खिलाफ भाजपा उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ा था। हालांकि वह हार गई थीं।
वहीं इस मीटिंग से पहले भी अविश्वास प्रस्ताव की मांग करने वाले 10 में से 5 पार्षदों को डिबार कर दिया गया था। इससे भी मंजू हुड्डा मजबूत नजर आ रहीं थी क्योंकि अविश्वास प्रस्ताव के लिए 14 में से 10 पार्षदों की हाजिरी अनिवार्य थी। वोटिंग से पहले मंजू हुड्डा और उनके पति राजेश सरकारी पर पार्षद नीलम के बेटे को किडनैप करने के भी आरोप लगे थे। जिसे दोनों ने ही नकार दिया था।
जिला परिषद के वाइस चेयरमैन वार्ड 4 से पार्षद अनिल हुड्डा ने कहा कि हम 10 पार्षद तो साढ़े 10 बजे पहुंच गए थे लेकिन रोहतक के कुछ भाजपा नेताओं ने इसे कैंसिल करा दिया। उन्होंने कहा कि एक-दो दिन में सीएम नायब सैनी से मिलेंगे।
बता दें कि करीब 2 साल पहले रोहतक जिला परिषद का चुनाव हुआ था, जिसमें पहली बार जीतकर आईं मंजू हुड्डा को चेयरपर्सन बनाया गया था। चेयरपर्सन बनने के बाद मंजू हुड्डा ने भाजपा का दामन थाम लिया। जिला परिषद चेयरपर्सन मंजू हुड्डा ने वीडियो जारी कर कहा कि आज जिला विकास भवन में एक मीटिंग थी। जिसमें हमारे विपक्षी दल कांग्रेस के जो पार्षद थे, उनकी तीन गाड़ियों में हथियार मिले हैं। पुलिस प्रशासन ने मौके पर ही उन्हें पकड़ा है। जिससे आमजन को भी खतरा था और मेरी जान को भी खतरा है। यह लोकतंत्र की खुलेआम हत्या हो रही है।
पुलिस प्रशासन व एसपी से अनुरोध है कि तुरंत प्रभाव से उन पर कार्रवाई हो। क्योंकि रूल तो सभी के लिए एक समान हैं। पिछले दो दिनों से इन्होंने मेरी छवि खराब करने की कोशिश की है। मेरे ऊपर इतने आरोप लगाए हैं, आप देख सकते हैं कि यह कैसे हैं और इनकी मानसिकता कैसी है। ये खुद ऐसे काम करते हैं और दूसरों पर आरोप लगाते हैं।