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Haryana Elections 2024: JJP पहली बार पृथला विधानसभा सीट पर करेगी चुनाव, दुष्यंत चौटाला के लिए प्रतिष्ठा की लड़ाई

Haryana Elections 2024: हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 में जननायक जनता पार्टी (JJP) पहली बार पृथला विधानसभा सीट से चुनाव लड़ेगी। फरीदाबाद जिले की इस सीट पर पार्टी के लिए यह पहली बार होगा जब वह इस क्षेत्र में अपनी उपस्थिति दर्ज कराएगी। पिछले विधानसभा चुनावों में, पार्टी के उम्मीदवार शशि वाला तिवारी ने चुनाव चिन्ह मिलने से पहले ही अपनी नामांकन पत्रिका वापस ले ली थी, जिसके चलते पार्टी का कोई उम्मीदवार चुनावी मुकाबले में नहीं था।

पार्टी को मिली थी धोखा

उस समय पार्टी को काफी धक्का लगा था और पार्टी कार्यकर्ताओं का मनोबल भी गिर गया था। अब जेजेपी के राज्य प्रवक्ता अरविंद शर्मा इस बार पृथला से जेजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं। वे गांव-गांव जाकर जनसंपर्क अभियान में व्यस्त हैं और लोगों से समर्थन मांग रहे हैं।

अरविंद शर्मा का दावा

अरविंद शर्मा का कहना है कि वे पार्टी के टिकट के लिए प्रमुख दावेदार हैं और उन्हें विश्वास है कि वे चुनाव जीत सकते हैं। उनका कहना है कि पार्टी के नेताओं से उनकी नजदीकी और पूर्व उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के साथ उनके अच्छे संबंध उनके टिकट को सुनिश्चित करेंगे।

Haryana Elections 2024: JJP पहली बार पृथला विधानसभा सीट पर करेगी चुनाव, दुष्यंत चौटाला के लिए प्रतिष्ठा की लड़ाई

वोटरों की स्थिति और तैयारियां

पृथला विधानसभा क्षेत्र में ब्राह्मण और जाट समुदाय के वोटरों की अच्छी खासी संख्या है। 2014 के विधानसभा चुनावों में, इस क्षेत्र से ब्राह्मण समुदाय के टेकराम शर्मा ने बहुजन समाज पार्टी (BSP) के टिकट पर जीत हासिल की थी। इस बार भी, ब्राह्मण समुदाय के लिए भाजपा के टेकराम शर्मा, BSP के सुरेंद्र वशिष्ठ, संदीप शर्मा पन्हेड़ा और सुखबीर मलैर्ना भी चुनावी तैयारियों में जुटे हुए हैं।

अरविंद शर्मा का मानना है कि ब्राह्मण और जाट समुदाय के वोटर्स एकजुट होकर उन्हें विधानसभा में भेजेंगे। वे दुष्यंत चौटाला के करीबी सहयोगी हैं और इस कारण उन्हें टिकट मिलने की पूरी उम्मीद है। हालांकि, ब्राह्मण समुदाय के अन्य उम्मीदवारों की भी चुनावी तैयारियां जारी हैं।

चुनाव के दौरान चुनौती

पृथला विधानसभा सीट पर जेजेपी का यह पहला प्रयास दुष्यंत चौटाला के लिए एक प्रतिष्ठा की लड़ाई साबित हो सकता है। पार्टी की इस नई शुरुआत के साथ, यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या जेजेपी इस बार इस क्षेत्र में अपना प्रभाव जमा पाती है या नहीं। चुनावी रणनीति और जनसंपर्क अभियान के माध्यम से पार्टी इस बार एक मजबूत मुकाबला पेश करने की कोशिश करेगी।

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