हरियाणा बना देश-विदेशकों के निवेशकों की पहली पसंद, पिछले 10 सालों में लगे 7 लाख 66 हजार MSME उद्योग
हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि आज हरियाणा देश-विदेश के निवेशकों की पहली पसंद बन गया है। गत 10 वर्षों में प्रदेश में 7 लाख 66 हजार सूक्ष्म, लघु व मध्यम उद्योग लगे हैं तथा इनमें 39 लाख लोगों को रोजगार मिला है।

हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि आज हरियाणा देश-विदेश के निवेशकों की पहली पसंद बन गया है। गत 10 वर्षों में प्रदेश में 7 लाख 66 हजार सूक्ष्म, लघु व मध्यम उद्योग लगे हैं तथा इनमें 39 लाख लोगों को रोजगार मिला है। वर्ष 2013-14 में प्रदेश का निर्यात 68 हजार करोड़ रुपये था, जो वर्ष 2023-24 में बढ़कर 2 लाख 75 हजार करोड़ रुपये का हो गया। इसके अलावा, सरकार की रोहतक में ई.वी. पार्क स्थापित करने की योजना है।
मुख्यमंत्री आज हरियाणा विधानसभा के बजट सत्र के दौरान राज्यपाल अभिभाषण पर चर्चा के दौरान विपक्ष द्वारा उठाए गए सवालों का जवाब दे रहे थे।
श्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि आज फूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्री बड़ी तेजी से बढ़ रही है। हरियाणा में लगभग 28 हजार फूड प्रोसेसिंग यूनिट लग चुकी हैं। इसके अलावा, बहादुरगढ़ में सेक्टर-17 में फुटवियर पार्क बनाया है। इसमें लगभग 2,500 विनिर्माण इकाइयां स्थापित हैं। पिछले एक दशक में एचएसआईआईडीसी ने बहादुरगढ़ में लगभग 50 औद्योगिक प्लाट आवंटित किए हैं, जिनमें 350 करोड़ रुपये का निवेश हुआ है।
उन्होंने कहा कि आई.एम.टी. रोहतक में भी लगभग 70 एकड़ क्षेत्र में एक और फुटवियर पार्क का विकास और विस्तार किया है। इसमें पहले से ही 94 प्लाट आवंटित किए जा चुके हैं। इसी प्रकार, खरखोदा आई.एम.टी. में मारूति उद्योग ने 18 हजार करोड़ रुपये के निवेष से अपना प्लांट लगाया है, जिसमें जल्द ही उत्पादन शुरू हो जाएगा।
उन्होंने कहा कि सरकार की प्रदेश में 10 नये आई.एम.टी. स्थापित करने की योजना है। जुलाना के आसपास भी एक आई.एम.टी. विकसित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार एनसीआर क्षेत्र में लॉजिस्टिक हब बना ही है।
उन्होंने कहा कि सोनीपत के गांव बड़ी में रेल कोच रिपेयर फैक्ट्री लगाई गई है। फ्लिपकार्ट द्वारा पाटली हाजीपुर, मानेसर में 140 एकड़ जमीन पर एशिया का सबसे बड़ा आपूर्ति केन्द्र स्थापित किया जा रहा है। इस पर 1,389 करोड़ रुपये का निवेश हो रहा है। अमेजन कंपनी गुरुग्राम में अपना 7वां आपूर्ति केंद्र बनाएगी और इससे राज्य में हजारों युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे। मैसर्स एम्पेरेक्स टैक्नोलोजिज को आई.एम.टी. सोहना में 178 एकड़ भूमि पर 7,083 करोड़ रुपये की लागत से प्रोजैक्ट स्थापित कर रही है।
आदित्य बिरला ग्रुप पानीपत में 1,140 करोड़ रुपये की लागत से एक मेगा प्रोजेक्ट स्थापित किया जा रहा है। इसके अलावा, करनाल के 225 एकड़ भूमि पर मेडिकल डिवाइस पार्क स्थापित किया जा रहा है। मेसर्स एम्पेरेक्स टेक्नोलॉजीज़ लिमिटेड को आई.एम.टी. सोहना में 178 एकड़ भूमि आवंटित की गई है। इस परियोजना से हरियाणा में 7,083 करोड़ रुपये का निवेश होगा। पिछले कुछ वर्षों के दौरान एनरिच एग्रो, पैनासोनिक इंडिया, कंधारी बेवरेजेज, आरती ग्रीन टेक जैसी कंपनियों द्वारा भी प्रदेश में कई बड़े निवेश किए गए हैं।
उन्होंने कहा कि अगस्त, 2024 से ‘हर घर-हर गृहिणी‘ योजना के नाम से नई एल.पी.जी सब्सिडी योजना शुरू की गई। इसके तहत बी.पी.एल. व ए.ए.वाई. परिवारों को घरेलू उपयोग के लिए 500 रुपये में एल.पी.जी सिलेंडर दिया जा रहा है। 12 अगस्त, 2024 से पात्र लाभार्थियों के पंजीकरण के लिए एक पोर्टल शुरू किया है। इस पोर्टल पर अब तक लगभग 17 लाख लाभार्थियों ने अपना पंजीकरण करवाया है। अब तक 13 लाख बहनों के खातों में लगभग 38 करोड़ रूपये की राशि जारी की जा चुकी है।
प्रो-एक्टिव मोड पर मिल रहा सामाजिक सुरक्षा पेंशन का लाभ
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार प्रो-एक्टिव मोड पर सामाजिक सुरक्षा पेंशन का लाभ दे रही है। ये पेंशन बिना किसी एप्लीकेशन के घर बैठे बनी हैं। प्रो-एक्टिव मोड पर 5 लाख 43 हजार लोगों को सामाजिक सुरक्षा पेंशन का लाभ दिया गया है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में, विभिन्न सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजनाओं के तहत कुल 34,55,968 लाभार्थियों के बैंक खातों में प्रतिमाह 1,041.83 करोड़ की राशि ट्रांसफर की जा रही है। इसके अलावा, वृद्धावस्था, दिव्यांगों, विधवाओं, निराश्रित बच्चों, विधुरों और अविवाहित पुरुषों के लिए पेंशन योजनाएं संचालित की जा रही हैं।
खिलाड़ियों को सम्मान
मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा देश का पहला राज्य है, जो अंतर्राष्ट्रीय खेल प्रतियोगिताओं में पदक जीतने वाले खिलाड़ियों को पुरस्कार स्वरूप सर्वाधिक नकद राशि देता है। सरकार ने पिछले 10 सालों में पदक विजेता खिलाड़ियों को 593 करोड़ रुपये के नकद पुरस्कार दिए हैं। खेल नर्सरियों के 8 से 14 आयु वर्ग के खिलाड़ियों को छात्रवृत्ति के रूप में 1500 रुपये प्रतिमास तथा 15 से 19 आयु वर्ग के खिलाड़ियों को 2 हजार रुपये छात्रवृत्ति दी जा रही है। इन खेल नर्सरियों में लगभग 37 हजार खिलाड़ी तैयार हो रहे हैं।