Haryana: हनी ट्रैप गिरोह का पर्दाफाश, पलवल में अविवाहित युवकों को बनाया जा रहा था निशाना

Haryana: पलवल जिले के हथीन थाने में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है जिसमें अविवाहित युवकों को शादी का झांसा देकर फंसाया जा रहा है। इस honeytrap मामले में सात लोगों के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज की गई है। 39 वर्षीय युवक प्रवीण ने पुलिस को बताया कि उससे नकली शादी करवा कर 5 लाख 20 हजार रुपये ठग लिए गए। इस शिकायत के बाद पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर मामला दर्ज किया गया है और जांच शुरू हो चुकी है।
शादी का झांसा और खर्चों की मनगढ़ंत कहानी
प्रवीण, जो स्वामिका गांव का निवासी है, ने बताया कि करीब दो महीने पहले एक व्यक्ति राधे उनके घर आया और उसके पिता से प्रवीण की शादी की बात की। कुछ ही दिनों बाद राधे सागर और उषा उर्फ सविता को लेकर प्रवीण से मिलने आया। फिर मंगल नामक व्यक्ति को लाकर शादी की बात पक्की कर दी गई। शिकायत के अनुसार राधे, प्रवीण के पिता को उषा के पलवल स्थित घर लेकर गया जहां सागर, मंगल और अन्य लोग पहले से मौजूद थे। उन्होंने बताया कि लड़की गरीब है और माता-पिता नहीं हैं इसलिए शादी का पूरा खर्चा प्रवीण के परिवार को उठाना होगा। इस शादी में गहनों व अन्य सामानों के नाम पर कुल 5 लाख 20 हजार रुपये का अनुमान बताया गया।
कैश, खाता और नकली शादी का खुलासा
प्रवीण ने बताया कि 27 अप्रैल को राधे ने उसके पिता से उषा के खाते में 20 हजार रुपये जमा करवाए। उसी दिन पांच लाख रुपये नकद लेकर राधे ने कहा कि अगले दिन छाता चलकर गहने आदि खरीदने हैं। 28 अप्रैल को प्रवीण अपने परिजनों के साथ छाता पहुंचा जहां राधे, उषा, सागर, मंगल, पिंकी और कुछ अन्य लोग मिले। वहां प्रवीण को पिंकी के साथ एक लिव-इन रिलेशनशिप का एफिडेविट दिया गया और कहा गया कि कुछ दिन बाद सामाजिक रीति-रिवाज से शादी कर दी जाएगी। इसके बाद पिंकी को प्रवीण के साथ भेज दिया गया। लेकिन दो दिन बाद पिंकी ने खुद बताया कि वह पहले से शादीशुदा है और उसके तीन बच्चे हैं।
सच्चाई सामने आते ही पिता को ब्रेन हैमरेज और पंचायत में धोखा स्वीकार
जब प्रवीण ने पिंकी के आधार कार्ड की जांच की तो पता चला कि उस पर गलत पता दर्ज है जबकि एफिडेविट पर दूसरा पता लिखा था। 3 मई को प्रवीण और उसके पिता राधे और पिंकी के साथ उषा के घर पहुंचे जहां पूरी ठगी की सच्चाई सामने आई। इसी दौरान उषा द्वारा दिए गए पानी को पीने के बाद प्रवीण के पिता को ब्रेन हैमरेज हो गया। 6 मई को गांव में पंचायत हुई जिसमें राधे ने गलती स्वीकार कर 5 लाख 20 हजार रुपये की लिखित पावती दी लेकिन बाद में पैसे नहीं लौटाए। 12 मई को प्रवीण ने हथीन थाने में शिकायत दी लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। इसके बाद प्रवीण ने पुलिस अधीक्षक से न्याय की गुहार लगाई और बताया कि यह गिरोह पहले भी कई लोगों को इसी तरह ठग चुका है।