Haryana: जासूसी के आरोप में पकड़ी गई ज्योति मल्होत्रा के बैंक खातों की जांच, पुलिस को नहीं मिले बड़े लेनदेन

Haryana: पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार की गई यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा के बैंक खातों की जानकारी पुलिस ने इकट्ठा कर ली है। पुलिस ने सिर्फ ज्योति के ही नहीं बल्कि उसके पिता और चाचा के बैंक खातों की डिटेल्स भी निकाली हैं। पुलिस को ज्योति के पंजाब नेशनल बैंक (PNB) खाते से कोई बड़ी लेनदेन नहीं मिली है। पुलिस अब यह पता लगाने में जुटी है कि ज्योति को उसकी आय से ज्यादा पैसा कहां से मिला और किस खाते में आया। ज्योति के पुराने PNB खाते की जांच में पुलिस को खास कुछ हाथ नहीं लगा है।
2011-2012 में खोला गया था बैंक खाता
मिली जानकारी के अनुसार ज्योति मल्होत्रा, जो न्यू अग्रसेन कॉलोनी की रहने वाली है, ने 2011-2012 में पंजाब नेशनल बैंक की शाखा में अपना खाता खोला था। इस खाते में सितंबर 2024 तक बेहद कम ट्रांजैक्शन हुए। पुलिस ने पिछले तीन सालों की बैंकिंग गतिविधियों की जांच की तो पाया कि खाते में कोई बड़ा लेनदेन नहीं हुआ और खाता निष्क्रिय यानी डोरमेंट हो गया था। सितंबर 2024 में खाते को औपचारिक रूप से बंद करने की प्रक्रिया बैंक अधिकारी कर रहे थे। पिछले एक साल में इस खाते में 10 रुपये से भी कम राशि थी।
विदेश यात्राओं के लिए पैसा कहां से आया
अब सवाल उठता है कि जब ज्योति के खाते में न्यूनतम निर्धारित राशि से भी कम पैसा था तो उसे विदेश यात्रा के लिए अचानक पैसा कहां से मिला। ज्योति पाकिस्तान, चीन, दुबई, थाईलैंड जैसे देशों में गई और महंगे होटलों में रुकी। इसके अलावा वह देश के कई राज्यों में भी घूमी। पुलिस जांच में यह बात भी सामने आई है कि ज्योति को इंटरनेट मीडिया से उसकी आय से ज्यादा पैसा मिला और यह पैसा हाल के समय में आया है। यही वजह है कि पुलिस इस पैसे की असलियत तक पहुंचने की कोशिश कर रही है।
स्टेट बैंक खातों की भी चल रही जांच
पुलिस ने PNB खाते की जानकारी जुटाने से पहले स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) के कुछ खातों की डिटेल्स भी निकाली हैं जो ज्योति या उसके परिजनों से जुड़े हो सकते हैं। हालांकि पुलिस या बैंक प्रशासन ने यह साफ तौर पर नहीं बताया कि ये खाते ज्योति के नाम हैं या उसके रिश्तेदारों के। फिलहाल पुलिस हर खाते की बारीकी से जांच कर रही है ताकि यह पता चल सके कि ज्योति को उसके साधारण यूट्यूब चैनल से कहीं ज्यादा पैसा आखिर कहां से और किस माध्यम से आया। पुलिस के लिए यह केस जितना पेचीदा दिख रहा है उतना ही राजनीतिक और खुफिया एजेंसियों की नजरों में बड़ा मामला बन गया है।