Haryana News: हरियाणा के पानीपत में मासूम की दर्दनाक मौत, पानी समझकर पी गया टॉयलेट क्लीनर

Haryana News: हरियाणा के पानीपत जिले के अजीजुल्लापुर गांव से दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। शनिवार दोपहर को तीन साल का मासूम मोहम्मद सोहेब अपने दोस्तों के साथ गली में खेल रहा था। खेलते-खेलते उसे प्यास लगी तो वह घर के अंदर पानी पीने के लिए चला गया। लेकिन गलती से उसने पानी की जगह टॉयलेट क्लीनर पी लिया। यह हादसा ऐसा था जिसने पूरे परिवार की खुशियों को पल भर में उजाड़ दिया। परिजनों को जैसे ही ये बात पता चली तो उन्होंने फौरन बच्चे को निजी अस्पताल में भर्ती कराया लेकिन तब तक जहर ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया था।
इलाज के दौरान हालत बिगड़ी और तोड़ दिया दम
परिजन मोहम्मद सोहेब को तुरंत पास के एक निजी अस्पताल ले गए जहां डॉक्टरों ने उसका इलाज शुरू किया। शुरुआत में उसकी तबीयत में कुछ सुधार नजर आया तो उसे घर वापस ले आए। लेकिन देर रात बच्चे की तबीयत दोबारा बिगड़ गई। उसे फिर से अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे बचाने की भरपूर कोशिश की लेकिन रविवार सुबह उसकी मौत हो गई। डॉक्टरों ने बताया कि टॉयलेट क्लीनर में मौजूद केमिकल्स की वजह से अंदरूनी अंग बुरी तरह से प्रभावित हो गए थे जिससे बच्चे को नहीं बचाया जा सका।
बिहार से आकर पानीपत में मजदूरी कर रहा है परिवार
मोहम्मद सोहेब के पिता मोहम्मद सोहैल बिहार के सुपौल जिले के नेमुआ गांव के रहने वाले हैं। वे पिछले पांच सालों से पानीपत में पीओपी मिस्त्री का काम कर रहे हैं और अजीजुल्लापुर गांव में किराए के मकान में परिवार के साथ रहते हैं। उनके तीन बच्चे हैं जिनमें दो बेटियां और एक बेटा था। कुछ दिन पहले ही वे गांव से वापस पानीपत लौटे थे। हादसे के वक्त घर में बाकी परिजन मौजूद थे लेकिन किसी को यह अंदाजा नहीं था कि बच्चा पानी की जगह कुछ और पी लेगा। यह घटना पूरे मोहल्ले में चर्चा का विषय बन गई है और हर कोई इस दर्दनाक हादसे से गमगीन है।
पोस्टमार्टम के बिना शव ले गए परिजन, पुलिस ने समझाकर भेजा
बच्चे की मौत के बाद परिजनों ने बिना पोस्टमार्टम कराए ही उसका शव गांव ले जाने की तैयारी कर ली थी। जब पुलिस को इस घटना की जानकारी मिली तो वे मौके पर पहुंचे और परिजनों से बातचीत की। काफी समझाने-बुझाने के बाद परिजन पोस्टमार्टम के लिए तैयार हुए। पुलिस का कहना है कि यह एक दुखद हादसा है लेकिन जांच के लिए पोस्टमार्टम जरूरी है ताकि यह स्पष्ट हो सके कि मौत की वजह क्या थी। इस घटना के बाद पूरे गांव में मातम का माहौल है और लोग परिवार के दुख में साथ खड़े हैं। यह हादसा एक बड़ी सीख भी है कि घर में खतरनाक चीजें बच्चों की पहुंच से दूर रखनी चाहिए।