हरियाणा

Haryana News: हरियाणा में बढ़ेगी इलेक्ट्रिक बसों की संख्या, हिसार समेत इन जिलों में बनेंगे चार्जिंग डिपो

हरियाणा वालों के लिए अच्छी खबर है। अब प्रदेश में इलेक्ट्रिक बसों की संख्या और भी बढ़ने वाली है। अभी तक 9 शहरों में इलेक्ट्रिक बसों का संचालन हुआ है। अब सभी 22 जिलों तक इनकी संख्या बढ़ाई जाएगी।

हरियाणा वालों के लिए अच्छी खबर है। अब प्रदेश में इलेक्ट्रिक बसों की संख्या और भी बढ़ने वाली है। अभी तक 9 शहरों में इलेक्ट्रिक बसों का संचालन हुआ है। अब सभी 22 जिलों तक इनकी संख्या बढ़ाई जाएगी।

अब पानीपत में चार्जिंग डिपो कंस्ट्रक्शन फॉर इलेक्ट्रिक बस बनेगा। पानीपत की तरह यमुनानगर में भी इसी तरह का डिपो तैयार होगा। इन दोनों शहरों में जून तक 80 इलेक्ट्रिक बसें आ जाएगी।पानीपत में 50 और यमुनानगर में 30 बसें मिलेगी।

जिन जिलों में इलेक्ट्रिक बसें चल रही है वहां डिपो कंस्ट्रक्शन का काम जल्द शुरु होगा। फिलहाल यह PWD या पुलिस हाउसिंग कॉरपोरेशन से बनाने की बात चल रही है। दोनों में से किसी एक से यह कार्य करने को कहा जा सकता है।

सीएमओ को भेजा प्रपोजल

इस मामले में विभाग की तरफ से सीएमओ को एक प्रपोजल भेज दिया गया है। इसमें इलेक्ट्रिक बसों के लिए चार्जिंग डिपो बनाए जाने हैं। यह डिपो PWD या हाउसिंग कॉरपोरेशन बनाएगा। जब ये डिपो बन जाएंगे और इनमें चार्जिंग की सुविधा हो जाएगी तब इलेक्ट्रिक बसों की संख्या जिला वाइज बढ़ा दी जाएगी।

हिसार, करनाल और रोहतक में भी बनाने की तैयारी

करनाल, हिसार और रोहतक में चार्जिंग डिपो बनाने की तैयारी चल रही है। यहां डिपो बनने के बाद बसों की संख्या ज्यादा हो सकती है। इसके लिए करनाल में साढ़े 3 एकड़ जमीन का चयन किया गया है।

मार्च में आएगी 10 एसी बसें

प्रदेश में 153 AC बसें आनी हैं। इन बसों में से 10 बसें मार्च में आने की संभावना है। रोडवेज की टीम पिछले दिनों से ही संबंधित कंपनी के यहां बसों की इंस्पेक्शन करने गई थी। टीम अब दोबारा प्रोटो बसें देखने जाएंगी। इसके बाद, इन बसों में से कुछ बसें मार्च और शेष बसें जून तक हरियाणा में पहुंच जाएगी।

3 साल में 50% इलेक्ट्रिक बसें

पिछले दिन प्रदूषण को रोकने के लिए क्लीन हरियाणा की डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार की थी। हरियाणा में 2030 तक 1,100 इलेक्ट्रिक बसें खरीदने का लक्ष्य रखा है। इसके लिए राशि भी मंजूर हो चुकी है। 3 साल में रोडवेज के बेड़े में इलेक्ट्रिक बसों की संख्या 50% तक हो सकती है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button