Haryana: पति को आंखों के सामने खोने का दर्द, हिमांशी की हालत पर बहन श्रृष्टि का भावुक बयान

Haryana: कोचीन में तैनात नेवल ऑफिसर विनय नरवाल की 22 अप्रैल को पहलगाम में आतंकवादी हमले में मौत हो गई थी। इस दुखद घटना के बाद उनके परिवार ने 1 मई को उनके 27वें जन्मदिन पर करनाल स्थित उनके घर पर एक रक्तदान शिविर का आयोजन किया। यह शिविर विनय की याद में रखा गया था जिसमें देशभर से लोग शामिल हुए। उनकी बहन सृष्टि ने बताया कि यह आयोजन अब हर साल विनय के जन्मदिन पर किया जाएगा। उन्होंने भावुक होकर बताया कि कैसे दूर-दूर से लोग केवल रक्तदान के लिए आए। कुछ लोग छुट्टी लेकर आए तो कुछ ने फ्लाइट लेकर बेंगलुरु से आकर रक्तदान किया।
लोगों का भावनात्मक समर्थन देखकर भरा दिल
सृष्टि ने एबीपी न्यूज़ से बातचीत में बताया कि जिस तरह से लोग विनय की याद में एकजुट होकर आए हैं वह बहुत ही भावुक कर देने वाला है। दिल्ली, गुरुग्राम, जींद और गुहाना जैसे शहरों से लोग पहुंचे। कुछ स्कूलों से छुट्टी लेकर आए तो कुछ लोगों ने अपने ऑफिस से अवकाश लिया। सृष्टि ने कहा कि उनके भाई की शहादत ने लोगों के दिलों को छुआ है और यही वजह है कि लोग खुद को जोड़ पा रहे हैं। इस आयोजन ने एक सकारात्मक संदेश दिया है कि कैसे एक शहीद की कुर्बानी को समाज याद रख रहा है।
हिमांशी की हालत पर बोलीं सृष्टि
विनय की बहन सृष्टि ने अपनी भाभी हिमांशी के बारे में बात करते हुए कहा कि आप सोच सकते हैं कि किसी महिला की क्या हालत होगी जिसके पति को उसकी आंखों के सामने मार दिया गया हो। वह बहुत गहरे सदमे में हैं लेकिन पूरा परिवार उनके साथ खड़ा है। हिमांशी धीरे-धीरे मानसिक रूप से ठीक हो रही हैं और हम सब उन्हें संभालने की कोशिश कर रहे हैं। यह समय उनके लिए बेहद कठिन है लेकिन पूरे परिवार और समाज का समर्थन उनके साथ है।
हिमांशी का वीडियो हुआ वायरल
हमले के बाद हिमांशी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया जिसमें उन्होंने बहुत ही समझदारी भरी बात कही। उन्होंने कहा कि जो लोग इस हमले में शामिल थे उन्हें सख्त सजा मिलनी चाहिए लेकिन कश्मीरियों या मुसलमानों को इस घटना के बाद निशाना नहीं बनाना चाहिए। उनका यह बयान लोगों को झकझोर गया और सोशल मीडिया पर उन्हें समर्थन मिला। बता दें कि विनय नरवाल और हिमांशी की शादी 16 अप्रैल 2025 को हुई थी और कुछ ही दिनों बाद वे हनीमून पर पहलगाम के बैसारन घाटी गए थे जहां यह दुखद घटना हुई।