ताजा समाचार

Himachal Pradesh में भारी बर्फबारी से बढ़ी मुश्किलें, 134 सड़कें बंद

Himachal Pradesh में हाल के दिनों में हुई भारी बर्फबारी ने लोगों की मुश्किलें काफी बढ़ा दी हैं। बर्फबारी के कारण प्रदेश में तीन राष्ट्रीय राजमार्गों सहित कुल 134 सड़कें बंद हो गई हैं। न्यूनतम तापमान में गिरावट के चलते ठंड ने लोगों को कंपकंपा दिया है। लाहौल और स्पीति जिले के ताबो क्षेत्र में सबसे कम तापमान दर्ज किया गया, जहां रात का तापमान -10.6 डिग्री सेल्सियस रहा।

शिमला में सबसे अधिक सड़कें बंद

राज्य आपातकालीन संचालन केंद्र के अनुसार, शिमला जिले में सबसे अधिक 77 सड़कें बंद हैं। इसके अलावा, राज्य में 65 ट्रांसफार्मर खराब हो गए हैं, जिससे बिजली आपूर्ति बुरी तरह प्रभावित हुई है। बर्फबारी के कारण अटारी और लेह राष्ट्रीय राजमार्ग, कुल्लू जिले में सैंज से ऑट मार्ग, किन्नौर जिले में खाब संगम मार्ग और लाहौल-स्पीति जिले में ग्राम्फू मार्ग यातायात के लिए पूरी तरह बंद हो गए हैं।

राज्य में बारिश और बर्फबारी के आंकड़े

मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार, भुंतर में 9.7 मिमी, रामपुर में 9.4 मिमी, शिमला में 8.4 मिमी, बजौरा में 8 मिमी, सियोलबाग में 7.2 मिमी, मनाली में 7 मिमी, गोहर में 6 मिमी, मंडी में 5.4 मिमी और जुब्बरहट्टी में 3.8 मिमी बारिश दर्ज की गई। इन इलाकों में बर्फबारी और बारिश ने जनजीवन को बाधित कर दिया है।

अगले तीन दिनों का मौसम पूर्वानुमान

मौसम विभाग ने शुक्रवार शाम से रविवार दोपहर तक राज्य के कुछ हिस्सों में बारिश और बर्फबारी का पूर्वानुमान जारी किया है। शिमला, कुल्लू, मनाली और लाहौल-स्पीति जिलों में भारी बर्फबारी होने की संभावना है। इससे सड़कों और बिजली आपूर्ति पर और अधिक असर पड़ सकता है।

India Pakistan Ceasefire: सीज़फायर पर बोले संदीप दीक्षित क्या पाकिस्तान की गोलीबारी को बताया 'ना के बराबर'
India Pakistan Ceasefire: सीज़फायर पर बोले संदीप दीक्षित क्या पाकिस्तान की गोलीबारी को बताया ‘ना के बराबर’

Himachal Pradesh में भारी बर्फबारी से बढ़ी मुश्किलें, 134 सड़कें बंद

प्रशासन द्वारा राहत कार्य

प्रशासन ने प्रभावित इलाकों में राहत कार्य शुरू कर दिया है। बर्फ हटाने और बंद सड़कों को खोलने के लिए मशीनरी और कर्मचारियों को लगाया गया है। बिजली आपूर्ति को बहाल करने के प्रयास किए जा रहे हैं। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे बिना किसी आवश्यक कारण के घरों से बाहर न निकलें और यात्रा से पहले मौसम की जानकारी अवश्य लें।

बर्फबारी का जनजीवन पर प्रभाव

भारी बर्फबारी ने हिमाचल प्रदेश में जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है।

  1. यातायात बाधित: सड़कों के बंद होने के कारण स्थानीय लोगों और पर्यटकों को यात्रा में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
  2. बिजली आपूर्ति ठप: 65 ट्रांसफार्मर खराब होने से कई गांवों और कस्बों में बिजली नहीं है।
  3. दैनिक जीवन प्रभावित: ठंड के कारण लोग घरों में कैद होने को मजबूर हैं। बाजारों में कम भीड़ है और स्थानीय व्यापार पर असर पड़ा है।

पर्यटकों की समस्याएं

हिमाचल प्रदेश में सर्दियों के मौसम में बड़ी संख्या में पर्यटक आते हैं। लेकिन भारी बर्फबारी के कारण कई पर्यटक फंसे हुए हैं। कई होटलों और गेस्ट हाउसों में बिजली नहीं है, जिससे ठंड में उनका रहना और मुश्किल हो गया है।

CBSE Board Result 2025: 10वीं और 12वीं के परिणाम चेक करने के आसान तरीके! जानें पूरी जानकारी
CBSE Board Result 2025: 10वीं और 12वीं के परिणाम चेक करने के आसान तरीके! जानें पूरी जानकारी

स्थानीय लोगों के लिए चेतावनी और सुझाव

  • बिना जरूरत घरों से बाहर न निकलें।
  • मौसम विभाग की जानकारी पर नजर रखें।
  • यात्रा से पहले मार्गों की स्थिति की जानकारी लें।
  • ठंड से बचाव के लिए गर्म कपड़े और हीटर का उपयोग करें।
  • किसी भी आपात स्थिति में प्रशासन से संपर्क करें।

पर्यावरण पर असर

भारी बर्फबारी से हिमाचल प्रदेश का पर्यावरण और जल स्रोत समृद्ध होता है। बर्फ पिघलने के बाद यह नदियों और झरनों में पानी की मात्रा बढ़ाने में मदद करती है। हालांकि, अत्यधिक बर्फबारी से भूस्खलन और अन्य आपदाओं का खतरा भी रहता है।

हिमाचल प्रदेश में भारी बर्फबारी ने जहां एक ओर राज्य को शीतलता और सुंदरता प्रदान की है, वहीं दूसरी ओर लोगों की परेशानियां भी बढ़ा दी हैं। प्रशासन को चाहिए कि वह राहत कार्यों को तेज करे और लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करे। वहीं, स्थानीय निवासियों और पर्यटकों को भी सतर्कता बरतनी चाहिए।

Back to top button