हरियाणा

गुरुग्राम के HSVP दफ्तर में भूपसिंह के समर्थन में कर्मचारी हुए एकजुट DM और SDM के खिलाफ भड़ास निकाली

सत्य ख़बर गुरुग्राम सतीश भारद्वाज :

सोमवार को HSVP कर्मचारी ज्वाईट एक्शन कमेटी गुरूग्राम नें सैक्टर 14 HSVP कार्यालय में एक गेट मीटिंग बुलाई जिसकी अध्यक्षता अमन कुमार, जे ई ने मुख्य वक्ता के रूप में सर्व कर्मचारी संघ के प्रदेश व मुख्य संगठन कर्ता सुरेश कुमार नौहरा नें अपनें भाषण में बताया कि भूप सिंह मेट के साथ जो अन्याय हुआ है वह बहुत ही निन्दनीय है। सर्व कर्मचारी संघ, हरियाणा इस अन्याय का पूरजोर विरोध करता है, उन्होने कहा कि भूप सिंह का जो मकान है वह हम किसी भी कीमत पर खाली नहीं होने देंगें। वहीं बिजली विभाग से सुशील शर्मा व अमरजीत जाखड़ ने भी इस अन्याय का विरोध किया। इस गेट मीटिंग में सैकड़ों कर्मचारियों ने भाग लिया और सभी ज्वांईट एक्शन कमेटी गुरूग्राम के नेताओं नें यह निर्णय लिया है कि भूप सिंह मेट का मकान खाली नहीं करने देंगे चाहे उसके लिए कितनी ही लम्बी लड़ाई लड़नी क्यों न पड़े। HSVP विभाग का एक एक कर्मचारी भूप सिंह साथ है। गेट मीटिंग में मुख्य रूप से राम निवास ठाकरान, मुकेश तंवर, अजीत सहरावत, सुशील ठाकरान, कमल गोडिया, संजीव यादव, सहमाल सिंह, श्रीमति मोनिका, श्रीमति दीपिका, तकदीर सिंह, श्रीमति संतोष , ईश्वर सिंह, सुभाष डुमरखां, अशोक कुमार, राम मेहर, अजमेर सिंह, दयानन्द नाहरवाल, देवेन्द्र धनखड़, सोहन लाल सैनी, युद्धवीर सिंह सहित काफी संख्या में जिले के कर्मचारियों ने भाग लिया।
बता दे कि गत शुक्रवार को जिले के डीएम निशांत कुमार यादव ने सेक्टर 17 ए के मकान नंबर 3 को अपनी तानाशाही से बगैर कोई नोटिस दिए नवनियुक्त एसडीएम रविंद्र कुमार को अलाट कर दिया था। वहीं तहसीलदार विकास मलिक को भेज कर मकान पर पुलिस फोर्स के साथ जाकर जबरदस्ती मकान पर ताला जड़ दिया था। ड्यूटी मजिस्ट्रेट तहसीलदार ने पीड़ित पक्ष से कुछ समय की मांग की वह भी उन्होंने नहीं दी वहीं उनके बीमार मां को भी सड़क पर रात गुजारनी पड़ी वहीं उनका घरेलू सामान किताबें कपड़े और बिमारी बुजुर्ग मां की दवाइयां भी दो दिन तक मकान के अंदर ही बंद रही। जिससे कर्मचारियों में डीएम एवं जिला प्रशासन के तानाशाह अधिकारियों के प्रति के प्रति काफी आक्रोश व्याप्त हो रहा है। हालांकि वीरवार को तहसीलदार सुरेंद्र भारद्वाज ने एचएसवीपी कर्मचारियों को मकान की चाबी लौटा दी थी। मगर उनसे मकान खाली करने का अभी भी दबाव बनाया जा रहा है, जबकि उनका यह मकान 25 अगस्त 2022 को हुडा प्रशासक द्वारा अलाट किया गया था। इस बात को लेकर कर्मचारियों में गहरा रोज पनप रहा है वहीं दिनों दिन यह मामला तूल पकड़ता जा रहा है। कर्मचारियों ने उदय प्रशासक एसडीएम व उपायुक्त के खिलाफ भी जमकर भड़ास निकाली। वहीं कुछ कर्मचारियों ने दबी जबान में यह भी कहा कि पुराने एसडीएम ने भी लगता है अभी तक अपना मकान खाली नहीं किया है, जबकि उनका यहां से तबादला हो चुका है। कर्मचारियों ने प्रशासक व उपायुक्त के खिलाफ भी भेदभाव की नीति से मनमर्जी चलाने का आरोप लगाया।
वहीं यूनियन ने एक पत्र भी उपायुक्त, मुख्य सचिव, मुख्यमंत्री कार्यालय तथा मुख्यमंत्री को भी भेजा है।

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