सत्य खबर,नई दिल्ली ।
Israel adopted this new system regarding Hamas
हमास से जंग में इजराइल ने पहली बार मैदान आयरन स्टिंग वेपन सिस्टम को उतारा है. हमास के रॉकेट लॉन्चर के जवाब में इजराइल की सेना ने रविवार को इस नए हथियार का इस्तेमाल किया. इजराइल ने दावा किया है कि आयरन स्टिंग की मदद से सटीक निशाना लगाया जा सकेगा और आम नागरिकों की मौत के खतरों को भी कम किया जा सकेगा. इस आयरन स्टिंग को इजराइल की आर्मी और वहां की कंपनी एलबिट सिस्टम ने तैयार किया है.
एलबिट सिस्टम इजराइल की हथियार बनाने वाली सबसे बड़ी डिफेंस कंपनी की है. जानिए यह आयरन स्टिंग वेपन सिस्टम कितना पावरफुल है और इससे जंग के दौरान नागरिकों की मौत का खतरा कैसे कम होगा.
इतना ताकतवर है आयरन स्टिंग
इजराइल के नेशनल इंट्रेस्ट पोर्टल के मुताबिक, आयरन स्टिम 120 एमएम के मोर्टार को फेंकता है. इसका निशाना सटीक माना जाता है. इसकी वजह है सटीक लेजर और जीपीसी मोर्टार सिस्टम. यही वजह है कि इजराइल की सेना इसे सटीक मोर्टार बम भी कहती है. द फेडरेल की रिपोर्ट के मुताबिक, इसकी रेंज 1 से 12 किलोमीटर तक होती है. हालांकि इसकी रेंज गोला बारूद पर निर्भर करती है.
आयरन स्टिंग का इस्तेमाल खुली जगहों के लिए किया जाता है. यरूसलम पोस्ट के मुताबिक, यह दोहरी कंकरीट से बनी दीवार को भी ध्वस्त कर सकता है. इजराइली आर्मी ने इसकी अंतिम टेस्टिंग मार्च 2021 में की थी, जो सफल रही थी. दशकों चले प्रयास के बाद इसे तैयार किया जा सका है. इसकी खूबियों को देखते हुए रविवार को इजराइली सेना ने इसे जंग के मैदान में उतारा.
जंग में आम लोगों की मौत को कैसे घटाएगा?
इजराइल के रिसर्च डिवीजन में लैंड सिस्टम के हेड कर्नल असफ शतजकिन कहते हैं, यह नया मोर्टार सिस्टम हमास और हेजबुल्लाह जैसे दुश्मनों को जवाब देने में मदद करेगा. यह कम दूरी में दुश्मन को टार्गेट करते हुए उसे निशाना बनाता है. इससे सीधे तौर पर दुश्मन पर हमला हो सकेगा और आसपास के इलाकों में रहने वाले नागरिकों के मरने का खतरा कम होगा. वह मानते हैं, यह दुश्मनों को निशाना बनाते हुए आसपास के रहवासी इलाकों में नुकसान को नहीं होगा. यह सेना ही ताकत बन रहा है.
जंग के बाद से इजराइल पर सवाल उठ रहे हैं कि गाजा पर हुए हमले में हमास के आतंकियों से ज्यादा वहां के आम लोगों की मौत हुई. यह मानवाधिकार का मामला बन गया.
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ऐसे काम करता है आयरन स्टिंग
9 साल बाद अब फिर वही हालात
यह पहला मौका नहीं है जब इजराइल का अटैक गाजा में मानवाधिकार का मामला उठा. इससे पहले 2014 में गाजा पट्टी में हुए इजराइल के हमले में भी सैंकड़ों आम इंसानों की मौत हुई थी. रिपोर्ट के मुताबिक, फिलीस्तीन की जिस घनी आबादी आबादी वाले हिस्से में हमला हुआ था वहां 2250 आम लोगों की मौत हुई. एक बार फिर वही हालात बनने के बाद ही इजराइली सेना ने जंग के मैदान में आयरन स्टिंग को उतारा.
Israel adopted this new system regarding Hamas