Jalandhar: सांसद अमृतपाल के सहयोगी की गिरफ्तारी, लखविंदर और उसके साथी गिरफ्तार, बड़े अपराध की योजना बना रहे थे
Jalandhar: जालंधर पुलिस ने स्वतंत्र सांसद अमृतपाल सिंह के मुख्य सहयोगी लखविंदर सिंह समेत चार अपराधियों को गिरफ्तार किया है। लखविंदर सिंह पर अवैध हथियार और मादक पदार्थों की तस्करी, वसूली और कई अन्य अपराधों के आरोप हैं। इसके साथ ही अन्य तीन आरोपियों की पहचान भी की गई है, जिनमें गुरभज सिंह (गांव गुड़ारा, फाजिल्का), सतींदर सिंह उर्फ काला (गांव पलाही, होशियारपुर) और भारत उर्फ भाऊ (मोहल्ला पट्टी, तरनतारन) शामिल हैं।
अपराधी रैकेट की गतिविधियाँ
पुलिस आयुक्त स्वप्न शर्मा ने बताया कि यह रैकेट राज्य में सक्रिय था और कानून-व्यवस्था को बाधित करने के लिए एक बड़ा ऑपरेशन की योजना बना रहा था। गिरफ्तार किए गए पहले आरोपी हरसिद्ध को लखविंदर सिंह के साथ परिचित बताया गया है, जिसके खिलाफ कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। लखविंदर सिंह हरसिद्ध को नशे की सप्लाई करता था, जो अवैध हथियारों के व्यापार में भी शामिल था।
इसके अलावा, लखविंदर सिंह ने अमृतपाल सिंह के करीबी सहयोगी गुरभज सिंह से भी संपर्क स्थापित किया। पुलिस आयुक्त ने बताया कि गुरभज सिंह पहले कपूरथला जेल में अमृतपाल मामले और अजनाला पुलिस थाने पर हमले के मामले में बंद था। जेल में उसकी मुलाकात लखविंदर से हुई, जो पहले से ही हत्या के मामले में बंद था।
तस्करी का खुलासा
जांच के दौरान यह पता चला कि इन लोगों ने राज्य के विभिन्न हिस्सों में हथियार, गोला-बारूद और नशीले पदार्थों की तस्करी शुरू कर दी थी। इनकी फोन कॉल्स और टेक्स्ट मैसेज से यह साबित होता है कि वे अपने प्रतिद्वंद्वियों को लक्षित कर रहे थे और एक साजिश को अंजाम देने की योजना बना रहे थे।
पुलिस आयुक्त ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ पुलिस स्टेशन न्यू बारादरी जालंधर में 25-54-59 आर्म्स एक्ट और 21-61-85 एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने आरोपियों से 10 कारतूस 12 बोर, 8 कारतूस 315 बोर और 100 ग्राम हेरोइन भी बरामद की है।
सुरक्षा बलों की सतर्कता
पुलिस की यह कार्रवाई इस बात का संकेत है कि पंजाब में आपराधिक गतिविधियों को रोकने के लिए सुरक्षा बल कितने गंभीर हैं। हाल के दिनों में इस प्रकार की कई गिरफ्तारीयों ने यह दिखाया है कि पुलिस ने गंभीरता से संगठित अपराधियों के खिलाफ कदम उठाए हैं। पुलिस का ध्यान अब इन गिरफ्तारियों के पीछे के नेटवर्क को उजागर करने और राज्य में कानून-व्यवस्था बनाए रखने पर है।
भविष्य की चुनौतियाँ
हालांकि, पुलिस के सामने कई चुनौतियाँ हैं, जैसे कि संगठित अपराधियों का नेटवर्क, अवैध तस्करी के मार्ग और उनके समर्थकों की पहचान करना। इसके अलावा, नशे की समस्या पंजाब के युवा वर्ग में तेजी से बढ़ रही है, जो सामाजिक ढांचे को प्रभावित कर रही है।
पुलिस आयुक्त ने कहा, “हम इस मामले की गहन जांच कर रहे हैं और हम यह सुनिश्चित करेंगे कि जो भी इस रैकेट में शामिल है, उन्हें दंडित किया जाएगा। हमारी प्राथमिकता यह है कि हम राज्य में सुरक्षा और कानून-व्यवस्था बनाए रखें।”
स्थानीय समुदाय की प्रतिक्रिया
स्थानीय निवासियों ने इस कार्रवाई का स्वागत किया है। उन्हें विश्वास है कि पुलिस की सक्रियता से उनकी सुरक्षा में सुधार होगा। कई निवासियों ने यह भी कहा है कि यदि पुलिस इसी प्रकार की कार्रवाई जारी रखती है, तो यह क्षेत्र में अपराध की गतिविधियों को कम करने में मदद करेगी।
यह गिरफ्तारी राज्य में अवैध हथियारों और मादक पदार्थों की तस्करी पर रोक लगाने के लिए महत्वपूर्ण है। लखविंदर सिंह और उसके सहयोगियों की गिरफ्तारी यह दर्शाती है कि पुलिस गंभीर अपराधियों को पकड़ने में सक्षम है।
आने वाले दिनों में, पुलिस की कार्रवाई और जांच से उम्मीद है कि पंजाब में कानून-व्यवस्था को सुधारने और अपराध को नियंत्रित करने में मदद मिलेगी। इस तरह की कार्रवाइयों से स्थानीय समुदाय में सुरक्षा का एहसास बढ़ेगा और उन्हें विश्वास होगा कि प्रशासन उनके हितों की रक्षा के लिए गंभीर है।
अंत में, यह घटना केवल एक गिरफ्तारी नहीं है, बल्कि यह राज्य की सुरक्षा व्यवस्था की मजबूती का प्रतीक है। प्रशासन को उम्मीद है कि जनता भी उनके प्रयासों में सहयोग करेगी और अपराध के खिलाफ खड़ी होगी।