Jyoti Malhotra Judicial Custody: पुलिस रिमांड खत्म अब कोर्ट का इम्तहान ज्योति मल्होत्रा के लिए मुश्किलें बढ़ीं

Jyoti Malhotra Judicial Custody: हिसार की कोर्ट ने यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। सोमवार यानी 26 मई को पुलिस ने उनका चार दिन का रिमांड खत्म होने के बाद कोर्ट में पेश किया। कुल मिलाकर ज्योति मल्होत्रा को नौ दिन तक रिमांड पर रखा गया था। आपको बता दें कि ज्योति मल्होत्रा को 16 मई को पाकिस्तान को संवेदनशील जानकारी देने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। उनकी गिरफ्तारी के बाद से ही यह मामला पूरे देश में चर्चा का विषय बन गया है।
पूछताछ में जुटी रही पुलिस और जांच एजेंसियां
रिमांड के दौरान पुलिस ने ज्योति से गहन पूछताछ की और जासूसी से जुड़े अहम सुराग जुटाने की कोशिश की। इससे पहले भी पुलिस ने दो बार उनका रिमांड लिया था। पूछताछ में नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी यानी एनआईए, इंटेलिजेंस ब्यूरो और मिलिट्री इंटेलिजेंस के अधिकारी शामिल रहे। जांच में सामने आया कि ज्योति ने पाकिस्तान, चीन, बांग्लादेश, इंडोनेशिया और कई अन्य देशों की यात्रा की थी। पुलिस का कहना है कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ज्योति को एक ‘एसेट’ यानी जासूसी के लिए इस्तेमाल करने की योजना बना रही थी।
पाकिस्तानी उच्चायोग कर्मचारी से था संपर्क
खुफिया रिपोर्ट्स में यह भी सामने आया कि ज्योति मल्होत्रा पाकिस्तानी उच्चायोग के कर्मचारी एहसान-उर-रहीम उर्फ दानिश के संपर्क में थी। भारत सरकार ने 13 मई को दानिश को जासूसी में शामिल होने के आरोप में देश से बाहर निकाल दिया था। खास बात यह रही कि ज्योति और दानिश के बीच अप्रैल 22 को पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच चार दिन की सैन्य झड़प के दौरान भी संपर्क बना रहा। जांच के दौरान पुलिस को ज्योति के लैपटॉप और मोबाइल से डिलीट की गई चैट्स भी मिली हैं।
बैंक खातों की भी हो रही जांच अभी तक नहीं मिले पक्के सबूत
पुलिस ने पहले ही ज्योति के तीन मोबाइल फोन और लैपटॉप को फॉरेंसिक जांच के लिए भेज दिया था। इसके साथ ही उनके बैंक खातों की भी जांच की जा रही है। हालांकि हिसार पुलिस अधीक्षक के आधिकारिक बयान के मुताबिक अब तक की जांच में यह नहीं पाया गया कि ज्योति ने किसी तरह की संवेदनशील रक्षा या रणनीतिक जानकारी हासिल की हो। साथ ही उनके आतंकवादी गतिविधियों में शामिल होने या किसी आतंकी संगठन से संबंध होने के भी सबूत नहीं मिले हैं। फिर भी जांच एजेंसियां पूरी छानबीन कर रही हैं ताकि इस मामले की सच्चाई सामने लाई जा सके।