9 साल बाद कैलाश विजयवर्गीय ने दिया इस्तीफा, अब गृह मंत्री बनने की आस
सत्य खबर भोपाल (प्रमोद व्यास)Kailash Vijayvargiya resigns after 9 years, now hopes to become Home Minister
मध्य प्रदेश से केंद्र की भूमिका और फिर मध्य प्रदेश में कैबिनेट मंत्री बनने तक के सफर में कैलाश विजयवर्गीय के जीवन में कई उतार चढ़ाव आये है।पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती जब मुख्यमंत्री पद से नाटकीय घटनाक्रम के चलते है हटा दी गई तो विजयवर्गीय को सीएम बने की कवायद शुरू हो गई, क्योंकि ऐसा उमा भारती ही चाहती थी कि विजयवर्गीय उनके उत्तराधिकारी बने ।
हालांकि उनकी जगह बाबूलाल गौर को मप्र के सीएम बना दिया गया।
बाद में जब बाबूलाल को हटाया गया तो भी विजयवर्गीय के नाम पर गौर नहीं किया गया और 2005 में शिवराज सिंह चौहान को मध्य प्रदेश का मुख्यमंत्री बना दिया गया। तब से लेकर अब तक कैलाश विजयवर्गीय मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री बनने के लिए प्रयास कर रहे थे हालांकि 2023 में इस बार उनके पास मौका हाथ आया था ,लेकिन उज्जैन निवासी डॉ मोहन यादव मध्य प्रदेश के मुखिया बन गए और उन्हें कैबिनेट मंत्री से ही संतुष्ट होना पड़ा। हालांकि अब वह मप्र के गृहमंत्री बनने की आस लगाए बैठे हैं ,क्योंकि मंत्रिमंडल विस्तार हो चुका है सिर्फ विभागों का बंटवारा होना बाकी है, इधर मंगलवार को कैलाश दिल्ली पहुंचे और राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से भेंट करते हुए राष्ट्रीय महासचिव पद से इस्तीफा दे
डाला ।9 वर्षों तक वे भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव रहे , तमाम दूसरे प्रदेशों के प्रभारी भी रहे और बंगाल का प्रभार उनके लिए बहुत उठा पटक वाला रहा ।कई बार उनके विवाद भी पश्चिम बंगाल में टीएमसी और दूसरी पार्टियों के नेता कार्यकर्ताओं से हुआ। जिसका लाभ उन्हें कहीं ना कहीं भाजपा में मिल रहा है हालांकि वह मुख्यमंत्री नहीं बन पाए और उनके खास सिपहसालार रमेश मेंदोला मंत्री नहीं बन पा रहे हैं ।देखना होगा कि वह गृहमंत्री भी बन पाते हैं या नहीं अथवा उन्हें किसी और विभाग से संतुष्ट होना पड़ेगा।