जानिए कौन है गैंगस्टर मंजीत महाल जो बना नफे सिंह राठी की मौत का कारण
Know who is gangster Manjeet Mahal who became the reason for the death of Nafe Singh Rathi
सत्य खबर,चंडीगढ़ । हरियाणा में इनेलो नेता नफे सिंह राठी हत्याकांड को लेकर नए गैंगस्टर का नाम सुर्खियों में आया है। यह गैंगस्टर मंजीत महाल है। नफे सिंह की कत्ल की जिम्मेदारी लेने वाले गैंगस्टर कपिल सांगवान उर्फ नंदू ने महाल को कत्ल की वजह करार दिया है। उसने नफे सिंह और मंजीत महाल की एक पुरानी फोटो भी शेयर की है।
ऐसे में सब ये जानना चाहते हैं कि आखिर यह मंजीत महाल कौन है, जिससे दुश्मनी को लेकर गैंगस्टर नंदू ने इनेलो के प्रदेश अध्यक्ष नफे सिंह राठी की हत्या का दावा किया…
करीब 50 साल का गैंगस्टर मंजीत महाल दिल्ली का रहने वाला है। उस पर दिल्ली और हरियाणा के अलावा अन्य जगहों पर 20 से ज्यादा संगीन मामले दर्ज है। इनमें हत्या, हत्या का प्रयास, जबरन वसूली, अवैध कब्जा और आर्म्स एक्ट जैसे केस शामिल है। करीब 7 साल से मंजीत महाल जेल में बंद है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 20 सालों से अपराध की दुनिया में सक्रिय मंजीत महाल खुद की गैंग खड़ा करने से पहले अनूप-बलराज नाम के 2 बदमाशों की गैंग में शामिल होकर अपराध करता था। हालांकि दोनों की मौत के बाद उसने खुद की गैंग खड़ी की और दिल्ली के नजफगढ़ इलाके के साथ ही हरियाणा और दूसरी जगह पर उसकी गैंग के गुर्गों ने वारदातें करनी शुरू कर दी है।
इसी बीच उसकी किशन पहलवान गैंग के साथ दुश्मनी हो गई और इसी चक्कर में मंजीत महाल के गुर्गो ने 2015 में नजफगढ़ के पूर्व इनेलो विधायक भरत सिंह की हत्या कर दी। हालांकि लंबे समय से जेल में बंद रहने के बावजूद मंजीत महाल की गैंग दिल्ली और आसपास के इलाकों में सक्रिय रही।
2014 में कपिल सांगवान उर्फ नंदू का दिल्ली के छावला इलाके में किसी के साथ झगड़ा हो गया था। जिसके बाद पुलिस ने कपिल पर आर्म्स एक्ट और झगड़े का केस दर्ज किया था। बाद में कपिल जेल में भी गया। जेल से छूटने के बाद वह छोटी-मोटी वारदातों में शामिल रहा। वहीं दूसरी तरह उसका भाई ज्योति सांगवान उर्फ बाबा कई बड़ी आपराधिक घटनाओं के चलते पहले से जेल में बंद था। ज्योति बाबा का दुश्मन उस वक्त दिल्ली का दूसरा गैंगस्टर मंजीत महाल था।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक इतना ही नहीं दिसंबर 2015 में सुनील उर्फ डॉक्टर नाम के शख्स की हत्या हुई। इसमें भी मंजीत महाल का नाम सामने आया। तब ये कहा गया कि मंजीत महाल के शूटर कहे जाने वाले नफे उर्फ मंत्री ने सुनील उर्फ डॉक्टर का मर्डर कर दिया।
दोनों के बीच पैसों को लेकर झगड़ा चल रहा था। सुनील उर्फ डॉक्टर दिल्ली के नजफगढ़ एरिया के ही रहने वाले कपिल सांगवान उर्फ नंदू और ज्योति बाबा का जीजा था। सुनील के मर्डर के बाद मंजीत की नंदू गैंग से भी दुश्मनी हो गई।