Kriti Sanon की ‘दो पत्ती’ पर गाने की नकल का आरोप, टी-सीरीज़ भी घेरे में
काजोल और Kriti Sanon स्टारर फिल्म ‘दो पट्टी’ हाल ही में नेटफ्लिक्स पर रिलीज़ हुई। यह एक सस्पेंस थ्रिलर फिल्म थी जिसने दर्शकों का भरपूर प्यार पाया। फिल्म से शाहिर शेख ने बॉलीवुड में कदम रखा, और दर्शकों को फिल्म में उनका अभिनय पसंद आया। लेकिन इस समय यह फिल्म कुछ विवादों में फंस गई है। फिल्म के एक गाने को लेकर चोरी के आरोप लगाए जा रहे हैं और टी-सीरीज़ जैसी बड़ी म्यूजिक कंपनी भी विवादों में आ गई है।
नीलांजना ने लगाया चोरी का आरोप
दरअसल, इस फिल्म के एक गाने को लेकर चोरी का आरोप लगाया गया है। भारत के सबसे बड़े म्यूजिक लेबल्स में से एक टी-सीरीज़ इस विवाद में फंस गई है। संगीतकार नीलांजना घोष दस्तीदार ने टी-सीरीज़ और म्यूजिक डायरेक्टर सचेत-परंपरा पर उनके पति राजर्षि मित्तल के ट्रैक को चुराने का आरोप लगाया है।
नीलांजना ने सोशल मीडिया पर अपनी नाराज़गी जाहिर की और आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। उन्होंने मित्तल के मूल ट्रैक का लिंक भी साझा किया ताकि लोग खुद इसे सुनकर असलियत को समझ सकें।
सोशल मीडिया पर आक्रोश व्यक्त
नीलांजना ने अपने इंस्टाग्राम पोस्ट में लोगों से अपील की है कि वे टी-सीरीज़, सचेत टंडन और परंपरा ठाकुर के खिलाफ रिपोर्ट करें। अपनी पोस्ट में उन्होंने लिखा, “इन लोगों ने बेहयाई से और बिना किसी अनुमति के मेरे पति @mrmitter का ट्रैक अपने सस्ते बॉलीवुड फिल्म सॉन्ग ‘मइय्या’ (दो पट्टी) में इस्तेमाल कर लिया है। यह नकल की चरम सीमा है!”
उन्होंने आगे कहा, “डरपोक लोग! इसका अंजाम आपको भुगतना पड़ेगा! मैं सभी कलाकार दोस्तों से अनुरोध करूंगी कि वे इस संगीत निर्देशक और पूरे जोकर टी-सीरीज़ म्यूजिक कंपनी को शर्मसार करें! कैसे कर सकते हैं ऐसा?”
पहले भी विवादों में घिरी थी फिल्म का गाना
अपने इस पोस्ट में नीलांजना ने सीधे संगीतकार सचेत टंडन को बेशर्म और चोर कहकर संबोधित किया। गौरतलब है कि यह पहली बार नहीं है जब ‘दो पट्टी’ के किसी गाने पर नकल के आरोप लगे हों। इससे पहले भी फिल्म के एक अन्य गाने ‘अंखियां दे कोल’ को लेकर विवाद हुआ था। पाकिस्तानी अभिनेता अदनान सिद्दीकी ने इस गाने पर नाराजगी जताई थी और इसे ‘सस्ता’ कहा था।
दरअसल, यह गाना मूल रूप से एक पाकिस्तानी फोक सांग है जिसे मशहूर पाकिस्तानी गायिका रेशमा ने गाया है। अदनान सिद्दीकी के अनुसार, गाने को बदलकर फिल्म में पेश किया गया है, जो पाकिस्तानी संस्कृति के लिए एक अपमानजनक कदम माना जा सकता है।
बॉलीवुड में बढ़ते नकल के मामले
बॉलीवुड में गीतों की नकल के आरोप नए नहीं हैं। आए दिन किसी न किसी गाने पर चोरी के आरोप लगते रहते हैं। चाहे वह बॉलीवुड फिल्मों के गाने हों या विज्ञापन संगीत, समय-समय पर आरोप लगते हैं कि कलाकारों के मौलिक कार्यों को बिना अनुमति के इस्तेमाल किया जाता है। इस घटना से एक बार फिर यह चर्चा तेज हो गई है कि क्या बॉलीवुड को इस तरह की नकल से बचने के लिए कड़े कदम उठाने चाहिए।
टी-सीरीज़ और संगीतकारों के ऊपर उठा सवाल
इस घटना के बाद संगीतकारों और म्यूजिक लेबल्स की विश्वसनीयता पर सवाल उठने लगे हैं। टी-सीरीज़ जैसे बड़े म्यूजिक लेबल पर इस तरह के आरोप लगने से संगीत प्रेमियों और कलाकारों के बीच में एक चिंता की स्थिति बन गई है। नीलांजना के इस आरोप के बाद संगीत जगत में म्यूजिक लेबल्स और संगीतकारों के व्यावसायिक नैतिकता पर सवाल खड़े हो रहे हैं। क्या वे सच में उन कलाकारों की मेहनत का सम्मान कर रहे हैं जो रात-दिन मेहनत करके नए-नए गाने बनाते हैं?
नीलांजना की मांग और संगीतकारों का समर्थन
नीलांजना ने अपने पोस्ट के माध्यम से अन्य संगीतकारों और कलाकारों से समर्थन की मांग की है। उन्होंने सभी से आग्रह किया है कि वे इस मुद्दे को उजागर करें और टी-सीरीज़ के खिलाफ आवाज उठाएं। इस प्रकरण ने सोशल मीडिया पर भी काफी ध्यान आकर्षित किया है, जहां कलाकार और संगीत प्रेमी इस मुद्दे पर अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। नीलांजना का मानना है कि इस तरह की घटनाएं कलाकारों के मनोबल को प्रभावित करती हैं और इसलिए इसका विरोध जरूरी है।
नकल के खिलाफ सख्त कदमों की जरूरत
बॉलीवुड में लगातार बढ़ते इस तरह के विवादों को देखते हुए यह जरूरी हो गया है कि नकल के खिलाफ सख्त कानून बनाए जाएं। भारतीय म्यूजिक इंडस्ट्री को इस मुद्दे को गंभीरता से लेते हुए सही दिशा में कदम उठाने चाहिए। इससे न केवल कलाकारों को उनका हक मिलेगा बल्कि म्यूजिक इंडस्ट्री में भी एक साफ-सुथरी और ईमानदार छवि कायम रहेगी।
टी-सीरीज़ और ‘दो पट्टी’ के गाने के विवाद ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या भारतीय फिल्म इंडस्ट्री में मौलिकता का महत्व है? नीलांजना और उनके जैसे अन्य कलाकारों के संघर्ष को देखते हुए यह जरूरी है कि संगीतकारों और म्यूजिक लेबल्स में पारदर्शिता और ईमानदारी को बढ़ावा दिया जाए। उम्मीद है कि इस मामले में सही कदम उठाए जाएंगे और कलाकारों के अधिकारों की रक्षा की जाएगी।