Lucknow: चारबाग स्टेशन पर सोते हुए यात्रियों को उठाने और पानी छिड़कने का मामला, रेलवे ने दी सफाई
Lucknow: लखनऊ के चारबाग रेलवे स्टेशन पर हाल ही में एक अजीब और विवादास्पद घटना सामने आई, जब रात के समय सो रहे यात्रियों को जागने के लिए उन पर पानी छिड़का गया। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिससे लोगों ने रेलवे कर्मचारियों के इस कदम की आलोचना की और इसे असंवेदनशील करार दिया। वीडियो में यह भी देखा गया कि रेलवे कर्मचारी यात्रियों को प्लेटफॉर्म से उठाकर वहां से खाली करवाने के लिए दबाव डाल रहे थे। यह घटना उन दिनों में हुई, जब सर्दी अपने चरम पर थी, और ऐसे में यात्रियों के लिए प्लेटफॉर्म पर सोना बहुत ही असहज हो सकता है।
घटना का विवरण
वीडियो में स्पष्ट रूप से दिखाया गया कि प्लेटफॉर्म पर सो रहे यात्री अचानक जाग गए और उन्हें जल्दी-जल्दी अपने सामान, जिसमें कंबल भी शामिल थे, इकट्ठा करने के लिए कहा गया। इसके बाद, रेलवे कर्मचारी प्लेटफॉर्म को साफ करने के लिए जुट गए। यह घटना पिछले सप्ताह की बताई जा रही है। घटना की सूचना मिलने के बाद, यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, और लोग रेलवे कर्मचारियों के इस कृत्य पर गुस्से का इज़हार करने लगे।
At #Lucknow’s #Charbagh railway station, passengers, some sleeping while others waiting for their trains on platforms 8 and 9 faced the insensitivity of the cleaning staff who poured water on them and that too during the cold night to wake them up.
A video of the incident went… pic.twitter.com/7A6zRii9Xw
— Hate Detector 🔍 (@HateDetectors) December 29, 2024
सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाएँ
सोशल मीडिया पर इस घटना को लेकर जमकर प्रतिक्रिया देखने को मिली। अधिकांश लोगों ने रेलवे कर्मचारियों के इस कृत्य की आलोचना की और इसे बेहद असंवेदनशील माना। एक यूज़र ने टिप्पणी करते हुए कहा, “यह दिल दहलाने वाली घटना है, हमारे देश में गरीबों की दुर्दशा पर किसी का ध्यान नहीं है, जबकि सरकारें और नेता अपनी जेबें भर रहे हैं।” वहीं, दूसरे यूज़र ने लिखा, “स्टेशन को साफ करना जरूरी है, लेकिन ऐसा नहीं करना चाहिए था, खासकर सर्दी के मौसम में। बच्चों के लिए तो और भी ज्यादा सोचने की जरूरत थी। जब ट्रेनें देर से आती हैं और वेटिंग रूम भी भरे होते हैं, तो यात्री कहां जाएं?”
हालाँकि, कुछ लोगों ने रेलवे अधिकारियों के पक्ष में भी बयान दिए और कहा कि प्लेटफॉर्म पर सोना सही नहीं है क्योंकि इससे अन्य यात्रियों को परेशानी हो सकती है। एक यूज़र ने लिखा, “रेलवे प्लेटफॉर्म सोने के लिए नहीं होते हैं। अगर आपके पास टिकट है, तो वेटिंग रूम में या बाहर इंतजार करें।”
रेलवे अधिकारियों की प्रतिक्रिया
वीडियो वायरल होने के बाद, लखनऊ डिवीजन के DRM (डिवीजनल रेलवे मैनेजर) सचिन मोहम्मद शर्मा ने इस मामले को गंभीरता से लिया और संबंधित सफाई कर्मचारियों को फटकार लगाई। अधिकारियों ने यह भी आश्वासन दिया कि भविष्य में इस तरह की घटनाएँ नहीं होंगी। DRM ने ट्विटर पर इस घटना के बारे में कहा, “चरणबद्ध तरीके से सफाई करने के लिए सही निर्देश दिए गए हैं और प्लेटफॉर्म पर सोने वाले यात्रियों को वेटिंग हॉल, डॉर्मिट्री और रिटायरिंग रूम जैसी सुविधाओं का उपयोग करने की सलाह दी गई है, ताकि वे आराम से और सुरक्षित रूप से अपनी यात्रा का इंतजार कर सकें।”
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चारबाग स्टेशन पर ठंड में पानी का छिड़काव सफाई प्रक्रिया का हिस्सा था, न कि यात्रियों को हटाने का प्रयास। प्लेटफॉर्म स्वच्छता हमेशा रेलवे की प्राथमिकता है।
— Akhil Sharma (@akhil_shar53263) December 30, 2024
उन्होंने यह भी कहा कि रेलवे प्रशासन इस बात को सुनिश्चित करेगा कि प्लेटफॉर्म पर सफाई के दौरान यात्रियों को असुविधा न हो और उनका ध्यान रखा जाए। इसके अलावा, DRM ने यात्रियों से यह भी अपील की कि वे प्लेटफॉर्म पर सोने से बचें, क्योंकि यह न केवल उनकी सुरक्षा के लिए खतरनाक हो सकता है, बल्कि अन्य यात्रियों को भी परेशानी हो सकती है।
रेलवे की सफाई नीति और यात्रा सुविधाएँ
रेलवे द्वारा प्लेटफॉर्म की सफाई एक नियमित प्रक्रिया है, जो यात्रियों की सुविधा और स्टेशन के माहौल को बेहतर बनाने के लिए की जाती है। हालांकि, यह भी महत्वपूर्ण है कि सफाई करते समय यात्रियों के अधिकार और उनकी सुरक्षा का ध्यान रखा जाए। यात्रियों के लिए स्टेशन पर कई सुविधाएँ उपलब्ध हैं जैसे कि वेटिंग हॉल, रिटायरिंग रूम और डॉर्मिट्री, जहां वे आराम से बैठकर अपनी यात्रा का इंतजार कर सकते हैं।
इसके अलावा, रेलवे प्रशासन यह सुनिश्चित करने के लिए प्रयासरत है कि यात्रियों को प्लेटफॉर्म पर सोने की कोई आवश्यकता न पड़े। इसके लिए, स्टेशन पर अतिरिक्त सुविधाएँ और इंतजार करने के लिए स्थानों का निर्माण किया जा रहा है, ताकि यात्रियों को सुरक्षा और आराम मिल सके।
चारबाग रेलवे स्टेशन पर सोते हुए यात्रियों को उठाने और पानी छिड़कने की घटना ने एक गंभीर सवाल उठाया है, कि क्या रेलवे कर्मचारियों को इस तरह से यात्रियों के साथ पेश आना चाहिए था। हालांकि, रेलवे अधिकारियों ने इस मामले पर त्वरित प्रतिक्रिया दी और भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने का आश्वासन दिया। यात्रियों को वेटिंग रूम, डॉर्मिट्री और रिटायरिंग रूम जैसी सुविधाओं का लाभ उठाने के लिए प्रेरित किया गया है, ताकि वे प्लेटफॉर्म पर सोने से बचें और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।
यह घटना एक अनुस्मारक है कि यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए सफाई की प्रक्रिया को लागू किया जाना चाहिए।