Manohar Lal Khattar का समर्पण बना PM मोदी के विजन 2047 की धड़कन योजनाओं में दिख रहा है जनता के हितों का प्रतिबिंब

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘विजन-2047’ के तहत देश को विकसित बनाने की योजनाओं में केंद्रीय ऊर्जा और शहरी विकास मंत्री Manohar Lal Khattar पूरी तरह से जुटे हुए हैं। खट्टर न सिर्फ़ प्रधानमंत्री के सपनों को ज़मीन पर उतारने की कोशिश कर रहे हैं बल्कि आम जनता से जुड़ी योजनाओं को भी तेज़ी से आकार दे रहे हैं। उनके मंत्रालयों से जुड़ी नीतियों में गंभीरता और पारदर्शिता साफ़ दिखाई देती है। उनके काम करने की शैली यह दर्शाती है कि वो सिर्फ़ योजना बनाते नहीं हैं बल्कि उसे अमल में लाने में विश्वास रखते हैं।
सप्ताह भर के दौरों से देश को मिला विकास का तोहफा
पिछले सप्ताह के भीतर मनोहर लाल खट्टर ने नेपाल से लेकर राजस्थान तक दौरे किए और कई अहम योजनाओं की नींव रखी। 22 से 23 अप्रैल को वो नेपाल में थे जहां ऊर्जा क्षेत्र से जुड़े समझौते हुए। 24 अप्रैल को उन्होंने कश्मीर में शहीद हुए लेफ्टिनेंट विनय नरवाल के परिजनों से मुलाकात की। इसके बाद 25 से 27 अप्रैल तक वह सिक्किम और पश्चिम बंगाल में रहे जहां उन्होंने उत्तर-पूर्वी राज्यों के ऊर्जा मंत्रियों के सम्मेलन में भाग लिया। 28 अप्रैल को गुजरात में उन्होंने काकरापार परमाणु संयंत्र और पंडित दीनदयाल एनर्जी यूनिवर्सिटी का निरीक्षण किया और 29 अप्रैल को राजस्थान के दौरे पर पहुंचे। इन दौरों के दौरान उन्होंने ऊर्जा और शहरी विकास से जुड़ी परियोजनाओं की समीक्षा कर दिशा-निर्देश दिए।
राजस्थान को मिली नई योजनाओं की सौगात
राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने खट्टर के साथ बैठक के बाद बताया कि राज्य में ऊर्जा और शहरी विकास से जुड़ी योजनाओं की समीक्षा की गई। प्रधानमंत्री की महत्वाकांक्षी योजनाएं जैसे PM-कुसुम योजना और PM सूर्य घर योजना के ज़रिए राज्य में बिजली व्यवस्था को मज़बूत करने पर ज़ोर दिया गया। साथ ही स्वच्छ भारत मिशन, PM ई-बस सेवा, जयपुर मेट्रो रेल और अमृत मिशन 2.0 जैसी योजनाओं पर तेज़ी से काम करने के निर्देश दिए गए। इस बैठक में राजस्थान के ऊर्जा मंत्री हीरालाल नगर और शहरी विकास मंत्री जबर सिंह खारा भी मौजूद थे।
गुजरात में परमाणु संयंत्र और सोलर प्रोजेक्ट का निरीक्षण
गुजरात के दौरे में केंद्रीय मंत्री खट्टर ने मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल से मुलाकात की और काकरापार स्थित देश के पहले स्वदेशी परमाणु ऊर्जा संयंत्र का निरीक्षण किया। उन्होंने इसे ‘मेक इन इंडिया’ का शानदार उदाहरण बताया। इसके अलावा उन्होंने पंडित दीनदयाल एनर्जी यूनिवर्सिटी का दौरा किया जहां 45 मेगावॉट के सोलर पीवी पैनल असेंबली लाइन का जायज़ा लिया। उन्होंने इस परियोजना को अंतरराष्ट्रीय स्तर का बताया और राज्य के ऊर्जा मंत्री कनुभाई देसाई के साथ ऊर्जा मामलों पर चर्चा भी की। खट्टर का कहना है कि राज्यों को केंद्र की योजनाओं से भारी लाभ मिलेगा और उनका मंत्रालय इस दिशा में लगातार प्रयास कर रहा है।