सत्य खबर, हरियाणा
आंगनबाड़ी केंद्रों को प्ले स्कूल के रूप में अपग्रेड करने के लिए हरियाणा सरकार ने पहल की है। प्रदेश की 4000 आंगनबाड़ियों को प्ले-वे स्कूल बनाया जाएगा। सरकार ने यह फैसला बच्चों के वर्तमान समय की जरूरतों के हिसाब से सर्वांगीण विकास करने के लिए लिया है। इसका लक्ष्य बच्चों को राटा-रटाया ज्ञान देने की बजाय खेल-खेल में विभिन्न एक्टिविटीज के माध्यम से सिखाना है।
इस दिशा को पूरा करने के लिय प्रयास शुरू कर दिए गए है| इन्हीं प्रयासों के चलते एचएयू के प्रशिक्षण केंद्र में चल रही 6 दिवसीय कार्यशाला रविवार को समापन हो गया। इसका मकसद 11 जिलों से 4-4 मास्टर ट्रेनर तैयार करना था।
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हरियाणा राज्य के 4000 आंगनबाड़ी केंद्रों को प्ले स्कूल में बदलने के लिए सभी 22 जिलों के आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को इस प्रकार का प्रशिक्षण दिया जाना है, ताकि आंगनबाड़ी कार्यकर्ता प्ले स्कूलों को सुचारू रूप से चला सकें। इस मौके पर हरियाणा बाल अधिकार संरक्षण आयोग की चेयरपर्सन ज्योति बैंदा मुख्य अतिथि रहीं।
चेयरपर्सन ज्योति बैंदा ने कहा कि बच्चों को बेहतर ढंग से सिखाने के लिए हमें उनके साथ बच्चों की तरह ही व्यवहार भी करना होगा। हम जैसा बीज बोएंगे वैसा ही पेड़ लगेगा और वैसे ही फल प्राप्त होंगे। हमें यह भी सुनिश्चित करना होगा कि नन्हे-मुन्ने बच्चों का बचपन खोएं नहीं बल्कि वे अपने बचपन को भरपूर जीएं। बच्चा बेहिचक होकर हमसे सवाल करें और अपनी बात कह सके, ऐसा माहौल हमें तैयार करना होगा।
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