Meerut Murder Case: सौरभ राजपूत की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में चौंकाने वाला खुलासा, सुनकर कांप जाएगी रूह
यूपी के मेरठ के सौरभ राजपूत हत्याकांड को पुलिस फास्ट-ट्रैक कोर्ट में केस चलाने की तैयारी कर रही है. इस बीच पोस्टमार्टम रिपोर्ट में निर्मम हत्या का खुलासा हुआ है।

Meerut Murder case: यूपी के मेरठ के सौरभ राजपूत हत्याकांड को पुलिस फास्ट-ट्रैक कोर्ट में केस चलाने की तैयारी कर रही है. इस बीच पोस्टमार्टम रिपोर्ट में निर्मम हत्या का खुलासा हुआ है। जिसमें मृतक सौरभ की पत्नी मुस्कान रस्तोगी और उसके प्रेमी साहिल शुक्ला पर शव को क्षत-विक्षत करने का आरोप है.
पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार, सौरभ राजपूत की गर्दन धड़ से अलग कर दी गई थी, दोनों हाथ कलाई से काटे गए थे और पैर पीछे की ओर मोड़े गए थे, जिससे यह अंदेशा है कि शव को ड्रम में फिट करने का प्रयास किया गया था. डॉक्टरों ने खुलासा किया कि सौरभ की अत्यधिक खून बहन और गहरे आघात के कारण मौत हुई.
न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टरों के मुताबिक, उसके दिल में तीन बार तेज धारदार चाकू से वार किया गया था, जिससे यह साफ है कि हमला बेहद हिंसक था. ‘चाकू के वार इतने गहरे थे कि दिल पूरी तरह छेद गया था.
हत्या के बाद हिमाचल में मौज-मस्ती
हत्या के बाद, मुस्कान और साहिल 10 मार्च को हिमाचल प्रदेश के कसोल गए और एक होटल में पति-पत्नी बनकर रुके. होटल स्टाफ के अनुसार, दोनों कमरे में ही रहते थे और बहुत कम बाहर निकलते थे, होटल कर्मचारियों को कमरे की सफाई तक नहीं करने दी गई.
16 मार्च को जब वो होटल से निकले, तब उन्होंने होटल संचालक को बताया कि वो मनाली से आए हैं और वापस उत्तर प्रदेश लौट रहे हैं. पुलिस को शक है कि वa वहां हत्या के बाद की योजना पर काम कर रहे थे.
फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलेगा केस
18 मार्च को इस हत्या की जानकारी पुलिस को दी गई, जिसके बाद मुस्कान और साहिल को गिरफ्तार कर लिया गया. एसएसपी विपिन टाडा ने कहा कि पुलिस जल्द से जल्द चार्जशीट दाखिल करने की तैयारी कर रही है. ‘हम इस मामले को फास्ट-ट्रैक कोर्ट में चलाने की कोशिश करेंगे ताकि आरोपियों को जल्द से जल्द सजा मिल सके.’
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, मुस्कान और साहिल की जघन्य हत्या की खबरों ने सभी को हिलाकर रख दिया है. पुलिस अधिकारियों ने बताया कि हत्या के बाद शव को एक ड्रम में डालकर उस पर सीमेंट और धूल भर दी गई थी.
इसके कारण शव पूरी तरह सीमेंट में जम गया और सड़ने से बच गया. पोस्टमार्टम टीम ने बताया कि शव से बदबू कम आ रही थी, जिससे शव का पता लगाना और मुश्किल हो गया था. शव निकालने के लिए ड्रम को काटना पड़ा और उसके अंदर जमे सीमेंट को धीरे-धीरे तोड़ा गया.