सत्य खबर, गुरुग्राम, सतीश भारद्वाज : Meeting to remove poverty and unemployment will be held in 5 Star, not among the public
हमारे देश में हिंदुस्तान में सबसे बड़ी विडंबना यह है कि यहां पर किसी भी पार्टी के नेता जनता को या वोट हासिल करने के लिए कुछ भी बयान बाजी जी कर देते हैं यहां तक की गरीब असहाय लोगों पर दबंगी बाहुबली और उच्च रसुक के कारण कोई भी अत्याचार करना पड़े वे पीछे नहीं हटते हैं। जनता की वोट हासिल करने के लिए उन्होंने किसी भी हद तक झूठ पर झूठ बोलकर कितना ही सरकार का चाहे पैसे ही बर्बाद क्यों ना करवाना पड़े हर हाल में करवा कर रहते हैं। यह सब देश में सबसे पहले एक गांव के पंचायत मेंबर से ही शुरू होकर सरपंच फिर पार्षद जिला परिषद अध्यक्ष से चलकर विधायक मंत्री , एमपी केंद्रीय मंत्री और ऊपर तक पहुंच जाती है । लेकिन सभी राजनीतिक पार्टी के नेतागण बातें देश से गरीबी, बेरोजगारी दूर करने की करते हैं। वही आम जनता के लिए मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने के वादे हर चुनाव में और सार्वजनिक स्थानों पर अधिकतर मीडिया के सामने करते रहते हैं। लेकिन उनकी यह हकीकत धरातल से कोसों दूर नजर आती है। इनमें ऐसा नहीं है कि आम जनता कुछ जानती नहीं है सब कुछ जानते हुए भी सिर्फ राजनेताओं के डर भय के कारण मौन बने हुए हैं। मगर फिर भी कुछ जागरूक देशवासी जहां से भी हकीकत कुछ जानकारी मिलती है किसी से ना कह कर आपस में जो सोशल ग्रुप आसपास के बने हुए हैं उसमें जरूर डालकर एक दूसरे को जागरुक कर देते हैं। ऐसा ही एक मामले में आज एक ग्रुप में एक एस के भाटिया नामक गुरुग्राम वासी ने अपने ग्रुप में डाला है। जो ऐसे लापरवाह और भ्रष्ट नेताओं की पोल खोल कर रख रहा है।
ग्रैंड हयात होटल, मुंबई
पानी की बोतल : 345 रुपये + टैक्स चाय/कॉफी : सब्जी: 1325 रुपये + टैक्स रोटी: 400 रुपये 550 रुपये + टैक्स सलाद: 1440 रुपये + टैक्स दाल मखनी: 1560 रुपये + टैक्स + टैक्स रूम टैरिफ: 16000 रुपये + टैक्स I.N.D.I.A. गरीबी और बेरोजगारी पर चर्चा के लिए नेता यहां 2 दिन रुकेंगे
इससे आप क्या सोचेंगे । इससे यही अंदाजा लगाया जा सकता है कि केवल अपने स्टेट सपाटे और बैठकर कर अपना समय व्यतीत कर रहे हैं। आम जनता के बीच में जाकर उनकी दुख परेशानी सुनने में उनको कोई भी रुचि नहीं है। लेकिन फिर भी हम आम देशवासियों की यही समस्या है कि हम सब कुछ जानते हुए भी कुछ चंद चापलूस लोगों के बहकावे में आकर अपने वोट का गलत इस्तेमाल करके गलत उम्मीदवारों को ऊंची जगह पहुंचा देते हैं। जिनके वह काबिल ना होते हुए भी बना दिए जाते हैं।