Muslim National Forum ने बांग्लादेश में हिन्दू अल्पसंख्यकों के खिलाफ बढ़ते अत्याचारों पर चिंता जताई, सपा और कांग्रेस पर हिंसा भड़काने का आरोप
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Muslim National Forum ने बांग्लादेश में हिन्दू अल्पसंख्यकों के खिलाफ बढ़ते हिंसक हमलों पर गहरी चिंता जताई है। मंच ने इन घटनाओं को मानवाधिकारों और मानवता के खिलाफ अपराध बताया और इसे अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर उठाने का संकल्प लिया। मंच ने सपा और कांग्रेस पर भी समाज में हिंसा और नफरत फैलाने का आरोप लगाया और Sambhal में हुई हिंसा को लेकर उनके खिलाफ कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की। मंच ने इस दौरान शांति और सद्भाव बनाए रखने का आह्वान भी किया।
सोमवार रात दिल्ली के पहाड़गंज में स्थित कलाम भवन में आयोजित इस बैठक में मंच के सदस्यों ने बांग्लादेश में हिन्दू अल्पसंख्यकों के खिलाफ हो रही हिंसा पर गहरी चिंता व्यक्त की। बैठक के दौरान मंच के राष्ट्रीय संयोजक शाहिद सईद और अन्य नेताओं ने इस मुद्दे को गंभीरता से उठाते हुए बांग्लादेश सरकार से हिन्दू समुदाय की सुरक्षा की गारंटी देने की मांग की।
बांग्लादेश में हिन्दू अल्पसंख्यकों पर अत्याचारों का विरोध
मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के नेताओं ने बांग्लादेश में हिन्दू समुदाय के खिलाफ हो रहे अत्याचारों की कड़ी निंदा की। मंच ने बताया कि बांग्लादेश में हिन्दू मंदिरों को नष्ट किया जा रहा है, महिलाओं के खिलाफ हिंसा हो रही है और सामाजिक असहिष्णुता का माहौल पैदा किया जा रहा है। मंच के राष्ट्रीय संयोजक शाहिद सईद ने कहा, “यह सिर्फ धार्मिक मामला नहीं है, बल्कि मानवाधिकारों और मानव मूल्यों की रक्षा का मुद्दा है। भारत को बांग्लादेश में हो रहे अत्याचारों को अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर उठाना चाहिए।”
मंच ने इस बात पर भी जोर दिया कि भारत सरकार को बांग्लादेश सरकार पर दबाव डालना चाहिए ताकि हिन्दू अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके और वहां होने वाली हिंसा को रोका जा सके।
मानवाधिकार सप्ताह और अंतर्राष्ट्रीय मंच पर उठाने की योजना
मुस्लिम राष्ट्रीय मंच ने यह भी ऐलान किया कि वह अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस (10 दिसंबर) के अवसर पर “मानवाधिकार सप्ताह” मनाएगा। इस दौरान मंच पूरे देश में विरोध प्रदर्शन आयोजित करेगा, ताकि न सिर्फ बांग्लादेश में हो रही हिंसा पर सहानुभूति व्यक्त की जा सके, बल्कि इसे वैश्विक स्तर पर एक गंभीर समस्या के रूप में प्रस्तुत किया जा सके।
मंच के राष्ट्रीय संयोजक मोहम्मद अफ़ज़ल ने कहा, “हमारा उद्देश्य बांग्लादेश में हो रही हिंसा के खिलाफ आवाज उठाना है। इसके लिए हम सरकार से मांग करते हैं कि भारत सरकार बांग्लादेश के साथ इस मुद्दे को उठाए और अन्तर्राष्ट्रीय मंचों पर इसे प्रमुखता से रखे।” उन्होंने यह भी कहा कि मंच प्रभावित हिन्दू परिवारों को राहत देने के लिए मानवतावादी सहायता की मांग करेगा।
सपा और कांग्रेस पर हिंसा भड़काने का आरोप
मुस्लिम राष्ट्रीय मंच ने Sambhal और अजमेर में हुई हिंसा के लिए सपा और कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया। मंच का आरोप है कि इन दलों ने चुनाव हारने के बाद समाज में नफरत और हिंसा फैलाने की साजिश रची। मंच का कहना है कि इन पार्टियों ने अफवाहें फैलाकर और लोगों को उकसाकर हिंसा की स्थिति पैदा की।
मंच के नेताओं ने कहा कि हिंसा को बढ़ावा देने के लिए सपा और कांग्रेस ने ग़लत बयान दिए और समाज में असमंजस और विद्वेष फैलाया। मंच ने जनता से अपील की कि वे किसी भी प्रकार की हिंसा में शामिल न हों और संविधान तथा न्यायपालिका पर विश्वास बनाए रखें।
सामाजिक सद्भाव और शांति बनाए रखने की अपील
मुस्लिम राष्ट्रीय मंच ने Sambhal और अजमेर हिंसा के मद्देनज़र देशवासियों से अपील की कि वे शांति और सद्भाव बनाए रखें। मंच ने कहा कि हमें हर हाल में समाज में एकता और भाईचारे को बनाए रखना चाहिए। मंच के नेताओं ने यह भी कहा कि सांप्रदायिक तनाव से देश का भविष्य प्रभावित हो सकता है, और हमें इसके खिलाफ एकजुट होकर खड़ा होना होगा।
मुस्लिम राष्ट्रीय मंच ने बांग्लादेश में हिन्दू अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचारों को लेकर अपनी चिंता व्यक्त की है और इसके खिलाफ आवाज उठाने का संकल्प लिया है। साथ ही, मंच ने सपा और कांग्रेस पर हिंसा भड़काने का आरोप लगाया है और देशवासियों से शांति बनाए रखने की अपील की है। मंच ने सरकार से यह भी मांग की है कि वह बांग्लादेश में हिन्दू अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाए और इस मुद्दे को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर उठाए।
इस बैठक ने यह साफ कर दिया कि मुस्लिम राष्ट्रीय मंच अब किसी भी प्रकार की हिंसा और अत्याचार पर चुप नहीं रहेगा और वह हर हाल में इंसानियत और मानवाधिकारों की रक्षा के लिए काम करे