सत्य खबर, नई दिल्ली। Now you will reach Prayagraj from Delhi in just 8 hours.
देश में गंगा एक्सप्रेसवे के खुलते ही उत्तर प्रदेश से नई दिल्ली की यात्रा काफी तेज हो जाएगी. जिससे लोगों को काफी राहत मिलेगी और कम समय में अपना सफर पूरा कर सकेंगे. 594 किलोमीटर का ग्रीनफील्ड खंड उत्तर प्रदेश के 12 जिलों से होकर गुजरेगा और राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और उसके आस-पास के क्षेत्रों में यात्रा के समय को काफी हद तक कम कर देगा. गंगा एक्सप्रेसवे का पहला चरण चल रहा है. यह प्रयागराज जिले के जूडापुर दांडू से शुरू होगी और मेरठ जिले में बिजौली तक बिना किसी बाधा के यात्रा प्रदान करेगी. बता दें कि यह परियोजना मेरठ और प्रयागराज के अलावा प्रतापगढ़, रायबरेली, उन्नाव, हरदोई, शाहजहांपुर, बदायूं, संभल, अमरोहा, बुलंदशहर और हापुड़ सहित यूपी के प्रमुख शहरों को जोड़ेगी. मेरठ और प्रयागराज में भी एक्सप्रेस-वे के मुख्य टोल प्लाजा होंगे. गंगा एक्सप्रेस वे का निर्माण नए सिरे से किया जा रहा है. यह छह लेन के एक्सप्रेसवे के रूप में खुलेगा. भविष्य की यात्रा की मात्रा के आधार पर, इसे आठ लेन तक विस्तारित करने की क्षमता होगी. गंगा एक्सप्रेसवे की प्रमुख विशेषताओं में शाहजहांपुर में 3.5 किलोमीटर लंबा हवाई क्षेत्र होगा. एक्सप्रेसवे में नदियों को पार करने वाले दो पुल होंगे अर्थात् गंगा नदी पर 960 मीटर का पुल और रामगंगा पर 720 मीटर का पुल होगा.
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12 जगह देना होगा टोल टैक्स
रिपोर्टों के अनुसार, गंगा एक्सप्रेसवे में मेरठ और प्रयागराज में सोर्स और गंतव्य टोल प्लाजा के अलावा 12 और टोल प्लाजा होंगे. मेरठ से एक्सप्रेसवे 96 किलोमीटर, 8-लेन, नियंत्रित दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे के माध्यम से राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली, नोएडा और गाजियाबाद के आसपास के आर्थिक केंद्रों से निर्बाध रूप से जुड़ जाएगा.
3 से 5 घंटे का बचेगा समय
यह एक्सप्रेसवे यमुना एक्सप्रेसवे, आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे और पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से भी जुड़ा होगा. पूर्वी उत्तर प्रदेश से दिल्ली एनसीआर तक की दूरी को लगभग 11-14 घंटे से घटाकर 8-9 घंटे तक कम कर देगा. गंगा एक्सप्रेसवे का शिलान्यास दिसंबर 2021 में किया गया था और इसके 2024 में पूरा होने की उम्मीद है. Now you will reach Prayagraj from Delhi in just 8 hours.
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