PM Modi Ukraine Visit: रेल फोर्स वन अत्याधुनिक सुरक्षा और हथियारों से सुसज्जित, जानें इसके विशेष फीचर्स
प्रधानमंत्री Narendra Modi यूक्रेन के अपने आगामी दौरे के लिए अत्याधुनिक सुरक्षा और सुविधाओं से लैस रेल फोर्स वन का उपयोग करेंगे। यह ट्रेन विशेष रूप से दुनिया के प्रमुख नेताओं, पत्रकारों और राजनयिकों के लिए डिज़ाइन की गई है और केवल रात के समय चलती है। आइए जानते हैं इस खास ट्रेन के बारे में और इसकी अद्भुत विशेषताओं के बारे में।
रात के समय चलने वाली लग्ज़री ट्रेन
रेल फोर्स वन एक धीमी गति से चलने वाली लग्ज़री ट्रेन है जो केवल रात के समय चलती है। यह ट्रेन पोलैंड से यूक्रेन की राजधानी कीव तक 600 किलोमीटर की दूरी तय करती है। इसमें यात्रा करने वाले अधिकांश नेताओं, पत्रकारों और राजनयिकों को विशेष सुविधाएं प्रदान की जाती हैं। इस ट्रेन की यात्रा काफी आरामदायक होती है, जिसमें सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध होती हैं।
विश्व नेताओं का पसंदीदा
यूक्रेन में विभिन्न ट्रेनें चलती हैं, लेकिन रेल फोर्स वन सबसे विशेष मानी जाती है। इसे विशेष रूप से क्राइमिया के पर्यटन के लिए डिजाइन किया गया था, लेकिन 2014 में रूस द्वारा क्राइमिया पर कब्जा करने के बाद, इसका उपयोग विश्व नेताओं और प्रमुख व्यक्तियों को ले जाने के लिए किया जाता है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन, फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन और इतालवी प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी जैसी कई महत्वपूर्ण हस्तियाँ रेल फोर्स वन से यात्रा कर चुकी हैं।
अत्याधुनिक सुरक्षा उपाय
रेल फोर्स वन को उच्चतम स्तर की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अत्याधुनिक सुरक्षा उपायों से लैस किया गया है। इसमें अत्यंत सुरक्षित संचार प्रणालियाँ और एक उच्च-तकनीकी सुरक्षा टीम होती है जो लगातार निगरानी करती है। ट्रेन को इस तरह से डिजाइन किया गया है कि यह बेहद चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों का सामना कर सके। इस ट्रेन में अब तक सुरक्षा संबंधी कोई शिकायत नहीं आई है।
शानदार आंतरिक सजावट
रेल फोर्स वन का आंतरिक सजावट भी बहुत सुंदर है। इसके कमरे एक लग्ज़री होटल की तरह होते हैं, जिसमें लकड़ी के बने डिब्बे, एक बड़ा सम्मेलन टेबल और लग्ज़री सोफा और टीवी भी शामिल हैं।
डीजल इंजन का प्रयोग
युद्ध के दौरान ट्रेन यात्रा को सुगम बनाने के लिए रेल फोर्स वन में डीजल इंजन लगाए गए हैं, न कि इलेक्ट्रिक इंजन। रूस यूक्रेन के इलेक्ट्रिक ग्रिड पर हमले करता है, जिससे ट्रेन को रुकावट का सामना करना पड़ सकता है। जबकि डीजल इंजन इन समस्याओं से अप्रभावित रहता है। रेल फोर्स वन की सफलता का श्रेय यूक्रेन रेलवे के पूर्व सीईओ और वर्तमान मंत्री अलेक्जेंडर कामिशिन को जाता है, जिन्होंने इस ट्रेन का नाम रेल फोर्स वन रखा था।
प्रधानमंत्री Modi के यूक्रेन दौरे के दौरान रेल फोर्स वन की यात्रा इस बात की गवाह होगी कि कैसे आधुनिक तकनीक और सुरक्षा उपायों से सुसज्जित यह ट्रेन उच्चतम मानकों की यात्रा अनुभव प्रदान करती है।