राष्‍ट्रीय

रांची में तेज हुई सियासी हलचल , सीएम हेमंत को नहीं ढूंढ पाई ED

Political turmoil intensified in Ranchi, ED could not find CM Hemant

सत्य खबर/ रांची: झारखंड के मुख्यमंत्री और जेएमएम के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन पर ईडी का शिकंजा कसने के बाद राज्य की राजनीति में एक बार फिर भूचाल आ गया है. 27 जनवरी की रात रांची से दिल्ली के लिए निकले सोरेन कहां हैं, इसकी जानकारी किसी को नहीं है. 29 जनवरी को प्रवर्तन निदेशालय दक्षिणी दिल्ली स्थित उनके निजी आवास और झारखंड भवन पहुंचा, लेकिन झारखंड के सीएम वहां भी नहीं मिले.

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ईडी ने सोमवार सुबह 7 बजे दिल्ली में सीएम सोरेन के तीन ठिकानों पर छापेमारी की, जो देर रात तक जारी रही. इसी दौरान अटकलें लगने लगीं कि उन्हें गिरफ्तार किया जा सकता है. एजेंसी ने उनके आवास से हरियाणा नंबर की बीएमडब्ल्यू कार जब्त कर ली और अपने साथ ले गई। ईडी को यह भी संदेह है कि झारखंड के सीएम देश से बाहर जा रहे हैं, इसलिए एयरपोर्ट पर भी अलर्ट भेजा गया है.

Operation Sindoor पर विपक्ष ने सरकार से मांगा जवाब! राहुल-खरगे का पत्र बना सियासी हलचल की वजह!
Operation Sindoor पर विपक्ष ने सरकार से मांगा जवाब! राहुल-खरगे का पत्र बना सियासी हलचल की वजह!

हेमंत सोरेन ने ED को भेजा ईमेल
इस बीच खबर आई कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की ओर से प्रवर्तन निदेशालय को एक ईमेल भेजा गया है. इसमें उन्होंने एजेंसी पर राजनीतिक एजेंडे से प्रेरित होकर काम करने का आरोप लगाया. उन्होंने दावा किया कि 31 जनवरी या उससे पहले दोबारा उनका बयान दर्ज करने की ईडी की जिद ईडी के दुर्भावनापूर्ण इरादे को दर्शाती है। सीएम सोरेन ने एजेंसी के 10वें समन को पूरी तरह से अफसोसजनक और कानून द्वारा दी गई शक्तियों का दुरुपयोग बताया. उन्होंने आगे बताया कि वह 31 जनवरी को रांची में सीएम हाउस में पूछताछ के लिए मौजूद रहेंगे.

दरअसल, 20 जनवरी को पूछताछ के बाद ईडी ने सीएम हेमंत सोरेन को नया समन जारी कर 29 से 31 जनवरी के बीच एक दिन के लिए पूछताछ के लिए उपलब्ध रहने को कहा था. समन में जनवरी तक यह जानकारी देने की बात कही गई थी. 28. सीएम कार्यालय ने एजेंसी को जवाब देते हुए कहा था कि हेमंत सोरेन अभी व्यस्त हैं और बाद में समय बताएंगे. इसके बाद 27 जनवरी की रात सीएम सोरेन दिल्ली के लिए रवाना हो गये.

रांची में सियासी घमासान तेज हो गया है
इन घटनाक्रमों ने एक बार फिर झारखंड की राजनीति में भूचाल ला दिया है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सत्तारूढ़ गठबंधन के विधायकों को अपने सामान के साथ रांची में एक जगह इकट्ठा होने को कहा है. बताया जा रहा है कि वह किसी भी वक्त सड़क मार्ग से रांची पहुंच सकते हैं. बीजेपी के गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे का कहना है कि हेमंत सोरेन अपनी पत्नी कल्पना सोरेन को मुख्यमंत्री बनाने के लिए ये सारी कोशिशें कर रहे हैं. झारखंड बीजेपी अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने कहा कि सीएम हेमंत सोरेन ईडी की कार्रवाई के डर से फरार हैं. इससे राज्य की साख और प्रतिष्ठा दांव पर है.’ उन्होंने राज्यपाल से मामले का संज्ञान लेने का आग्रह किया है.

Operation Sindoor की गूंज सीजफायर के बाद भी जारी! वायुसेना का सख्त संदेश पाकिस्तान की नींद उड़ाने को काफी!
Operation Sindoor की गूंज सीजफायर के बाद भी जारी! वायुसेना का सख्त संदेश पाकिस्तान की नींद उड़ाने को काफी!

आपको बता दें कि जमीन घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी सीएम हेमंत सोरेन के पीछे पड़ी है. आरोप है कि सेना की 4.55 एकड़ जमीन का मालिकाना हक बदलकर उसे हड़प लिया गया. ईडी ने इस मामले में अब तक 14 लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें 2011 बैच की आईएएस अधिकारी छवि रंजन भी शामिल हैं, जो राज्य समाज कल्याण विभाग के निदेशक और रांची के उपायुक्त पद पर कार्यरत हैं।

Back to top button