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Prayagraj Mahakumbh 2025: सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एंट्री चेकिंग की व्यवस्था

Prayagraj Mahakumbh 2025: प्रयागराज में अगले साल होने वाले महाकुंभ मेले की तैयारी जोरशोर से की जा रही है। सुरक्षा को लेकर बढ़ती चिंताओं के बीच, इस बार महाकुंभ में प्रवेश के लिए सभी व्यक्तियों, वाहनों और सामान की चेकिंग आवश्यक होगी। विभिन्न देशों में चल रहे युद्ध और भारत विरोधी तत्वों की बढ़ती गतिविधियों को देखते हुए, यह निर्णय लिया गया है कि प्रयागराज में एंट्री केवल चेकिंग के बाद ही होगी।

सुरक्षा व्यवस्था की नई दिशा

महाकुंभ के आयोजन को लेकर आयोजित एक बैठक में, एडीजी जोन प्रयागराज, भानु भास्कर की अध्यक्षता में सुरक्षा व्यवस्था की गंभीरता से चर्चा की गई। इसमें यह तय किया गया कि सभी अंतर्राज्यीय और अंतरजिला सीमाओं पर चेकिंग की जाएगी। प्रयागराज, वाराणसी, कानपुर, लखनऊ जोन सहित मध्य प्रदेश के सतना और रीवा जैसे जिलों की सीमाओं पर चेकिंग के लिए आधुनिक उपकरणों का उपयोग किया जाएगा।

बैठक में यह भी तय किया गया कि प्रयागराज में आने और जाने वाले सभी वाहनों की निगरानी के साथ-साथ गश्त की जाएगी। प्रत्येक चेकिंग पॉइंट पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। इस प्रकार की सुरक्षा व्यवस्था का कार्य अक्टूबर से प्रारंभ किया जाएगा, जिसका मुख्य उद्देश्य आतंकवादियों और आपराधिक तत्वों के बीच भय का वातावरण बनाना है।

वीआईपी सुरक्षा का विशेष ध्यान

महाकुंभ में विश्वभर से कई प्रमुख हस्तियों और राजनयिकों के आने की संभावना है। ऐसे में, उनके लिए सुरक्षा के विशेष प्रबंध किए जा रहे हैं। महाकुंभ मेला के एसएसपी राजेश द्विवेदी ने बताया कि मेले के क्षेत्र में जल, भूमि और आकाश की सुरक्षा के लिए एक मजबूत योजना बनाई गई है। इसमें स्नाइपर्स, एनएसजी कमांडो, एटीएस, एसटीएफ, बीडीएस और स्निफर डॉग्स जैसी सुरक्षा एजेंसियों को तैनात किया जाएगा।

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प्रयागराज और मेले के क्षेत्र में विशेष बलों की तैनाती के साथ-साथ कई जगहों पर बुलेटप्रूफ आउटपोस्ट और एंटी-ड्रोन सिस्टम स्थापित किया जाएगा। एनएसजी कमांडो की दो टुकड़ियाँ, 26 एंटी सबोटेज टीम, 4 एटीएस कमांडो यूनिट और 3 एसटीएफ यूनिट्स मेले के क्षेत्र में तैनात की जाएंगी। इसके अलावा, 20 स्नाइपर्स, 3 स्निफर डॉग्स और 4 स्वान टीमें भी सुरक्षा में योगदान देंगी।

होल्डिंग एरिया की स्थापना

इस बार महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या पिछले महाकुंभ की तुलना में दोगुनी होने की संभावना है। इसलिए, पड़ोसी जिलों की सीमाओं पर होल्डिंग एरिया बनाए जाएंगे। श्रद्धालुओं को तभी प्रवेश दिया जाएगा जब मेले के क्षेत्र में ट्रैफिक का दबाव कम होगा। पिछले महाकुंभ में 25 करोड़ श्रद्धालुओं ने भाग लिया था, जबकि इस बार संख्या 45 करोड़ तक पहुंचने की उम्मीद है।

इनमें से 95 प्रतिशत श्रद्धालु सड़क मार्ग से, 4.5 प्रतिशत रेल और 0.5 प्रतिशत हवाई यात्रा करेंगे। इसलिए, सरकार ने होल्डिंग एरिया बनाने का निर्णय लिया है, जहां श्रद्धालुओं को पर्याप्त पुलिस बल के साथ-साथ बिजली, पानी, शौचालय, भोजन, चिकित्सा सुविधाएं और सीसीटीवी जैसी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। इसके साथ ही, वाहनों के लिए पार्किंग की भी व्यवस्था की जाएगी।

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सुरक्षा का समग्र प्रबंधन

महाकुंभ के दौरान सुरक्षा प्रबंधन का समग्र दृष्टिकोण महत्वपूर्ण होगा। सभी सुरक्षा एजेंसियों का संयुक्त प्रयास सुनिश्चित करेगा कि महाकुंभ मेले में श्रद्धालु बिना किसी डर के अपनी धार्मिक आस्था को व्यक्त कर सकें। इसके साथ ही, सूचना और प्रसारण के माध्यम से श्रद्धालुओं को सही जानकारी और दिशा-निर्देश प्रदान किए जाएंगे।

श्रद्धालुओं के लिए उपाय

प्रयागराज में श्रद्धालुओं के लिए विशेष उपाय किए जाएंगे, जिसमें यात्रा के दौरान सूचना के लिए हेल्पलाइन नंबर, अपातकालीन सेवाएं और विभिन्न प्रकार की सुविधाएं शामिल हैं। इसके अलावा, मेले के दौरान परिवहन व्यवस्था को सुव्यवस्थित करने के लिए विशेष बसें और अन्य वाहन तैनात किए जाएंगे।

प्रयागराज में महाकुंभ 2025 की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर उठाए गए कदम न केवल श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करेंगे, बल्कि एक सुरक्षित और यादगार धार्मिक अनुभव प्रदान करने का प्रयास भी करेंगे। सरकार और प्रशासन की ओर से इस दिशा में उठाए गए कदमों से यह उम्मीद की जा सकती है कि महाकुंभ सफलतापूर्वक आयोजित किया जाएगा और सभी श्रद्धालु शांति और सुरक्षा के साथ अपने धार्मिक अनुष्ठान कर सकेंगे।

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