Punjab: बर्खास्त बीएसएफ कांस्टेबल ने किया था व्यापारी के बेटे का अपहरण, पुलिस ने 8 घंटे के भीतर केस सुलझाया
Punjab: मोहल्ला शाह कॉलोनी, पठानकोट निवासी व्यापारी बदल भंडारी के छह वर्षीय बेटे माहिर के अपहरण के मामले को पुलिस ने महज आठ घंटे के भीतर सुलझा लिया। जिला पुलिस ने हिमाचल पुलिस के साथ मिलकर शुक्रवार देर रात हिमाचल प्रदेश के नूरपुर से बच्चे और कार को बरामद किया, जबकि आरोपी अंधेरे का फायदा उठाकर कार छोड़कर फरार हो गए।
आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस कर रही है छापेमारी
पुलिस ने आरोपी अमित राणा और उसके साथी सोनी के खिलाफ पुलिस थाना डिवीजन नंबर-2 में मामला दर्ज किया है। आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है। एसएसपी पठानकोट दलजिंदर सिंह ढिल्लों शुक्रवार रात 12 बजे के करीब बच्चे को उसके परिजनों को सौंपने उनके घर पहुंचे। माहिर की मां सीमा ने आरती उतारकर अपने बेटे का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि पुलिस की वजह से ही उनका बेटा एक नई जिंदगी पा सका है।
बच्चे का अपहरण कर मांगी थी 2 करोड़ की फिरौती
गौरतलब है कि माहिर शुक्रवार शाम 3 बजे स्कूल के बाद अपने घर जा रहा था। अपहरणकर्ताओं ने उसे घर से 10 कदम की दूरी पर ही अगवा कर लिया। माहिर की बड़ी बहन भी उसके पीछे-पीछे आ रही थी। जब तक बहन ने शोर मचाया, तब तक आरोपी कार लेकर मौके से फरार हो चुके थे।
आरोपियों ने बच्चे को रिहा करने के बदले परिवार से दो करोड़ रुपये की मांग की थी। पिता बदल भंडारी ने पुलिस का धन्यवाद करते हुए अपने बेटे माहिर से कहा कि पुलिस असली हीरो हैं, जिनकी वजह से उसे एक नई जिंदगी मिली है।
अमित राणा ने खुद को मृत साबित करने की रची थी साजिश
पुलिस जांच में पता चला कि आरोपी अमित राणा बीएसएफ से बर्खास्त हो चुका है। वह एक पेशेवर अपराधी है। जांच के दौरान यह भी पता चला कि अमित राणा ने कुछ समय पहले खुद को मृत साबित करने और लाखों रुपये की धोखाधड़ी करने की साजिश रची थी।
अमित ने योजना बनाई थी कि उसकी मौत से मिलने वाला पैसा उसके परिवार को दे दिया जाएगा और वह हिमाचल से पैसे लेकर कहीं और चला जाएगा। बाद में जब यह साजिश उजागर हुई, तो पुलिस ने अमित राणा को गिरफ्तार कर लिया। इसी तरह के एक मामले में उसे सेना से बर्खास्त कर दिया गया था।
सीमा रेंज के डीआईजी समेत 3 अधिकारियों को किया जाएगा सम्मानित
आठ घंटे के भीतर अपहरण के मामले को सुलझाने के लिए पंजाब के डीजीपी ने जिला पठानकोट के तीन अधिकारियों सहित चार लोगों को डिस्क अवार्ड से सम्मानित करने की घोषणा की है। मामले को सुलझाने में अहम भूमिका निभाने वालों में सीमा रेंज अमृतसर के डीआईजी सतिंदर सिंह, एसएसपी दलजिंदर सिंह ढिल्लों, डीएसपी धार एलएस रंधावा और थाना डिवीजन नंबर-2 के प्रभारी शोहरत मान के नाम शामिल हैं।