Punjab: जालंधर पुलिस ने इंटरनेशनल ड्रग रैकेट का किया पर्दाफाश, 14 क्विंटल अफीम की भूसी बरामद, तीन तस्कर गिरफ्तार
Punjab: पंजाब के जालंधर में पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। जालंधर पुलिस कमिश्नरेट ने एक अंतर्राष्ट्रीय ड्रग रैकेट का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने तीन तस्करों को गिरफ्तार किया है और उनके कब्जे से भारी मात्रा में ड्रग्स बरामद की हैं। तस्करों के पास से 14 क्विंटल (1400 किलो) अफीम की भूसी बरामद की गई है। यह खेप दो वाहनों में लायी गई थी, और पुलिस ने दोनों वाहनों को भी जब्त कर लिया है। पुलिस अब गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ करके पूरे रैकेट के नेटवर्क की जांच कर रही है।
कैसे पकड़े गए तस्कर?
पुलिस कमिश्नर स्वप्न शर्मा ने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस पार्टी ने अड्डा ठबलके के पास नाकाबंदी की थी। इस नाकाबंदी के दौरान जामशेर-जंडियाला रोड गेट से तेज रफ्तार में आ रही एक बोलेरो और इनोवा गाड़ियों को रोका गया। जब पुलिस ने बोलेरो को रुकने का इशारा किया, तो ड्राइवर ने ब्रेक लगाए। इसके बाद, पीछे आ रही इनोवा गाड़ी बोलेरो से टकरा गई।
गिरफ्तार तस्करों की पहचान
पुलिस कमिश्नर स्वप्न शर्मा के अनुसार, जांच में पता चला कि बोलेरो कार में सवार आरोपियों की पहचान गुरवतर सिंह उर्फ तारी (गांव भोड़े, तहसील फिलौर) और देस राज (गांव धर्म सिंह दीयान छन्ना, मेहतपुर, जालंधर) के रूप में हुई। वहीं, इनोवा कार का चालक दलेर सिंह उर्फ दलोरा (गांव धर्म सिंह दीयान छन्ना, मेहतपुर, जालंधर) है।
ड्रग्स की खेप को दो वाहनों में छिपाकर लाया गया था
पुलिस ने दोनों वाहनों की तलाशी ली, तो बोलेरो कार में 55 प्लास्टिक बैग मिले, जिनमें से प्रत्येक का वजन 20 किलोग्राम था, और ये सभी अफीम की भूसी से भरे हुए थे। वहीं, इनोवा कार से 15 बैग मिले, जिनमें भी अफीम की भूसी थी। कुल मिलाकर पुलिस ने 14 क्विंटल (1400 किलो) अफीम की भूसी बरामद की।
ड्रग्स की खेप कहां से आई थी?
पुलिस जांच में यह बात सामने आई है कि आरोपियों ने यह ड्रग्स मध्यप्रदेश, झारखंड और राजस्थान से मंगवाए थे। इसके अलावा, ये आरोपी गुजरात के कुछ तस्करों से भी जुड़े हुए थे और उनके साथ मिलकर इन ड्रग्स को विदेशों में सप्लाई करने का काम करते थे।
ड्रग्स तस्करी का नेटवर्क
जालंधर पुलिस ने जो जानकारी दी, उसके अनुसार, गिरफ्तार किए गए तस्कर विदेशों में ड्रग्स की सप्लाई के लिए एक बड़ा रैकेट चला रहे थे। तस्कर विभिन्न राज्यों से ड्रग्स इकट्ठा कर उसे एकत्रित करते थे और फिर इसे विदेशों में तस्करी के जरिए भेजते थे। पुलिस को यह भी जानकारी मिली है कि ये तस्कर राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय सीमा से जुड़े हुए थे और उनका नेटवर्क कई राज्यों में फैला हुआ था।
गिरफ्तार तस्करों के खिलाफ सख्त कार्रवाई
पुलिस ने तीनों आरोपियों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस कमिश्नर स्वप्न शर्मा ने कहा कि यह बड़ी सफलता जालंधर पुलिस के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है, क्योंकि इससे न केवल राज्य के अंदर, बल्कि राज्य के बाहर भी तस्करी की इस नेटवर्क का पर्दाफाश हुआ है। गिरफ्तार तस्करों से पूछताछ के बाद, पुलिस को और भी महत्वपूर्ण जानकारियां मिलने की उम्मीद है, जो तस्करी के बड़े नेटवर्क का खुलासा कर सकती हैं।
ड्रग्स के खिलाफ जंग
पंजाब में ड्रग्स की समस्या पिछले कई सालों से बनी हुई है और यहां के युवा वर्ग में इसकी जड़ें गहरी हो चुकी हैं। पुलिस और प्रशासन ने लगातार ड्रग्स के खिलाफ सख्त कार्रवाई की है, लेकिन ड्रग्स तस्करी का नेटवर्क इतना बड़ा और व्यापक है कि यह कभी न कभी पुलिस के हाथों से बाहर निकल जाता है। इस मामले में भी पुलिस ने जिस तरह से त्वरित कार्रवाई की है, वह न केवल एक बड़ी सफलता है, बल्कि अन्य ड्रग्स तस्करों के लिए एक चेतावनी भी है।
पुलिस की भविष्य की योजना
पुलिस कमिश्नर ने कहा कि पुलिस आगे भी ड्रग्स तस्करी के खिलाफ अपनी कार्रवाई जारी रखेगी और इस रैकेट से जुड़े अन्य लोगों की तलाश करेगी। उन्होंने यह भी कहा कि पुलिस ड्रग्स के तस्करों और उनके नेटवर्क का पूरी तरह से पता लगाने के लिए हरसंभव कदम उठाएगी।
जालंधर पुलिस द्वारा इंटरनेशनल ड्रग रैकेट का पर्दाफाश एक बड़ी उपलब्धि है। 14 क्विंटल अफीम की भूसी की बरामदगी से यह स्पष्ट है कि पंजाब में ड्रग्स के तस्करी के नेटवर्क का आकार कितना बड़ा हो सकता है। पुलिस की इस कार्रवाई से तस्करों के बीच संदेश जाएगा कि ड्रग्स की तस्करी अब बर्दाश्त नहीं की जाएगी। अब पुलिस की जिम्मेदारी बनती है कि वह तस्करी के नेटवर्क को पूरी तरह से खत्म करने के लिए एक ठोस रणनीति तैयार करे और राज्य में ड्रग्स की समस्या से निपटने के लिए और भी सख्त कदम उठाए।