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Punjab News: पंजाब में निजी अस्पतालों के 600 करोड़ रुपये के बकाए का दावा, स्वास्थ्य मंत्री का जवाब

Punjab News: पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह ने हाल ही में निजी अस्पतालों द्वारा किए गए उस दावे का खंडन किया है जिसमें कहा गया था कि राज्य सरकार पर विभिन्न उपचारों के लिए 600 करोड़ रुपये से अधिक का बकाया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि सार्वजनिक और निजी अस्पतालों का कुल बकाया राशि 364 करोड़ रुपये है। इसमें सार्वजनिक अस्पतालों का बकाया 166.67 करोड़ रुपये और निजी अस्पतालों का 197 करोड़ रुपये है।

निजी अस्पतालों का दावा

पिछले दिनों, प्राइवेट हॉस्पिटल्स एंड नर्सिंग एसोसिएशन (PHANA) ने यह दावा किया था कि पंजाब सरकार पर उनके 600 करोड़ रुपये से अधिक के बकाए हैं। इस दावे के साथ ही PHANA ने चेतावनी दी थी कि यदि सरकार ने शीघ्र भुगतान नहीं किया, तो वे आयुष्मान भारत मुख्यमंत्री स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत चिकित्सा सेवाएं रोक सकते हैं।

आयुष्मान भारत योजना का लाभ

आयुष्मान भारत मुख्यमंत्री स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत राज्य में 772 सरकारी और निजी अस्पतालों में प्रति परिवार प्रति वर्ष 5 लाख रुपये तक का कैशलेस उपचार उपलब्ध है। बलबीर सिंह ने बताया कि 1 अप्रैल, 2024 से सरकार ने निजी अस्पतालों को 101.66 करोड़ रुपये और सार्वजनिक अस्पतालों को 112 करोड़ रुपये वितरित किए हैं।

तकनीकी समस्याओं का सामना

मंत्री ने बताया कि फरवरी से राष्ट्रीय स्वास्थ्य एजेंसी (NHA) द्वारा नए सॉफ्टवेयर के लागू होने के बाद से दावों की प्रक्रिया में धीमापन आया है। इस तकनीकी गड़बड़ी के कारण भुगतान प्रक्रिया में देरी हो रही है। हालांकि, राज्य स्वास्थ्य एजेंसी (SHA) ने इस समस्या को हल करने के लिए तुरंत कदम उठाए हैं, जिसमें अधिक स्टाफ की तैनाती और वीकेंड और छुट्टियों पर काम करना शामिल है।

Punjab News: पंजाब में निजी अस्पतालों के 600 करोड़ रुपये के बकाए का दावा, स्वास्थ्य मंत्री का जवाब

PHANA के प्रतिनिधियों से बैठक

इस मामले के समाधान के लिए बलबीर सिंह ने शुक्रवार को PHANA के प्रतिनिधियों के साथ एक बैठक बुलाई है। इसके अलावा, भारतीय चिकित्सा संघ (IMA) के साथ भी 25 सितंबर को बैठक निर्धारित की गई है, ताकि भुगतान से संबंधित किसी भी चिंता को दूर किया जा सके।

समय पर भुगतान सुनिश्चित करने के उपाय

स्वास्थ्य मंत्री ने राज्य स्वास्थ्य एजेंसी को आदेश दिया है कि वह दावों की प्रक्रिया को तेजी से आगे बढ़ाए और आयुष्मान भारत मुख्यमंत्री स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत अस्पतालों को समय पर भुगतान सुनिश्चित करने के लिए चिकित्सा पेशेवरों की नियुक्ति करे। यह कदम इस बात की पुष्टि करता है कि सरकार स्वास्थ्य सेवाओं को प्राथमिकता दे रही है और किसी भी तरह की बाधाओं को दूर करने का प्रयास कर रही है।

स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति

पंजाब में स्वास्थ्य सेवाएं सुधारने के लिए सरकार लगातार प्रयास कर रही है। निजी अस्पतालों के साथ इस तरह के विवाद यह दर्शाते हैं कि स्वास्थ्य क्षेत्र में वित्तीय प्रबंधन और पारदर्शिता की आवश्यकता है। अगर इन विवादों का समाधान नहीं किया गया, तो यह न केवल अस्पतालों की सेवाओं को प्रभावित करेगा, बल्कि मरीजों के स्वास्थ्य पर भी बुरा असर डाल सकता है।

नागरिकों की प्रतिक्रियाएँ

इस मामले पर नागरिकों की प्रतिक्रियाएँ मिश्रित रही हैं। कुछ लोग स्वास्थ्य मंत्री के प्रयासों की सराहना कर रहे हैं, जबकि अन्य का मानना है कि बकाया राशि का भुगतान शीघ्रता से होना चाहिए। कई नागरिकों ने यह भी कहा कि इस तरह के विवादों से आम लोगों को गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ता है, विशेष रूप से जब उन्हें चिकित्सा सेवाओं की आवश्यकता होती है।

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