Punjab: सुनिल जाखड़ के इस्तीफे की खबर झूठी, बीजेपी नेता का बयान, विरोधियों पर अफवाह फैलाने का आरोप
Punjab: हाल ही में पंजाब में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के प्रदेश अध्यक्ष सुनिल जाखड़ के इस्तीफे की खबरें सोशल मीडिया और मीडिया के माध्यम से फैलने लगी थीं। इस पर बीजेपी के वरिष्ठ नेता अनिल सरीन ने स्पष्ट किया कि ये खबरें पूरी तरह से झूठी और निराधार हैं। उन्होंने एक वीडियो जारी कर कहा कि सुनिल जाखड़ ने कोई इस्तीफा नहीं दिया है और इस प्रकार की अफवाहें केवल विरोधियों द्वारा फैलाए जा रहे हैं।
अफवाहें और विरोधियों की रणनीति
अनिल सरीन ने यह भी कहा कि बीजेपी की सफलताओं से विपक्षी पार्टियाँ हताश हो चुकी हैं और इसी कारण इस प्रकार की अफवाहें फैलाई जा रही हैं। उन्होंने कहा कि सुनिल जाखड़ अभी भी पंजाब बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष हैं और वे कहीं नहीं जा रहे हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि यह केवल विपक्ष की निराशा को दर्शाता है, जो बीजेपी की लोकप्रियता और कामयाबी से परेशान हैं।
पंचायती चुनावों की बैठक में अनुपस्थिति
इसी बीच, इस खबर के फैलने की एक वजह यह भी बताई जा रही थी कि सुनिल जाखड़ पिछले कुछ दिनों से पार्टी से दूरी बना रहे थे। पंचायती चुनावों की तैयारियों को लेकर हुई बैठक में उनकी अनुपस्थिति ने इस अटकल को और भी बढ़ावा दिया कि वे पार्टी से नाराज चल रहे हैं और उन्होंने अपना इस्तीफा सौंप दिया है। हालांकि, बीजेपी ने इन सभी अटकलों को खारिज कर दिया है।
सुनिल जाखड़ की नाराजगी के पीछे की वजहें
सूत्रों के अनुसार, सुनिल जाखड़ की नाराजगी का मुख्य कारण बीजेपी के भीतर बाहरी बनाम पुराने नेताओं के बीच चल रही प्रतिस्पर्धा है। जाखड़ का मानना था कि पार्टी ने उन्हें राज्यसभा में भेजने को लेकर गंभीरता से नहीं सोचा और इस वजह से वे नाराज चल रहे थे। इसके साथ ही, केंद्र में रवीनीत सिंह बिट्टू को मंत्री बनाए जाने पर भी जाखड़ को आपत्ति थी। जाखड़ को लग रहा था कि वे पार्टी में काफी वरिष्ठ हैं, इसके बावजूद बिट्टू को मंत्री बनाया गया।
इस्तीफा देने की पेशकश?
खबरें यह भी आ रही थीं कि सुनिल जाखड़ ने गृहमंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर अपना इस्तीफा सौंपने की पेशकश की थी। यह दावा किया गया कि उन्होंने पार्टी के भीतर चल रही बाहरी बनाम पुराने नेताओं की प्रतिस्पर्धा से नाराज होकर यह कदम उठाया। साथ ही, उन्हें राज्यसभा के लिए नामित न किया जाना भी उनकी नाराजगी का एक प्रमुख कारण बताया जा रहा था। हालांकि, बीजेपी ने इन दावों को खारिज कर दिया और इसे विरोधियों की चाल बताया।
विरोधियों पर आरोप
बीजेपी ने इस पूरे मामले को विपक्ष की साजिश करार दिया है। उनका कहना है कि बीजेपी की बढ़ती लोकप्रियता और पंजाब में उसकी मजबूती से विपक्षी पार्टियाँ परेशान हो गई हैं। इसी कारण वे इस प्रकार की झूठी खबरें फैला रही हैं ताकि पार्टी और उसके नेताओं को कमजोर दिखाया जा सके।
अनिल सरीन ने कहा कि सुनिल जाखड़ एक कद्दावर नेता हैं और उनका इस्तीफा देना विपक्ष की केवल एक झूठी अफवाह है। उन्होंने जोर दिया कि पंजाब में बीजेपी पूरी तरह से एकजुट है और कोई आंतरिक संघर्ष नहीं है।
बीजेपी के भविष्य की योजनाएँ
बीजेपी ने स्पष्ट किया है कि पार्टी पंजाब में अपनी पकड़ मजबूत करने के लिए काम कर रही है और पंचायती चुनावों की तैयारियों में जुटी है। सुनिल जाखड़ की अध्यक्षता में पार्टी राज्य में पंचायत चुनावों के लिए रणनीति बना रही है। पार्टी ने विरोधियों पर आरोप लगाते हुए कहा कि वे इस प्रकार की अफवाहें फैलाकर पार्टी की छवि खराब करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन इसका कोई असर नहीं होगा।