हरियाणा

गुरुग्राम लोकसभा सीट से राज,राजा, सिंगर सहित पाव भाजी वाला भी टक्कर देने मैदान में उतरा। 

सत्य ख़बर, गुरुग्राम, सतीश भारद्वाज :

गुरुग्राम लोकसभा सीट से अब 23 उम्मीदवार मैदान में हैं, जिनमें से एक नाम है कुशेश्वर भगत जो गुरुग्राम में पाव भाजी की रेडी लगता है। वह तीसरी बार लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं। दो बार विधानसभा चुनाव भी लड़ चुके हैं। इतना ही नहीं, वह 2 बार राष्ट्रपति के चुनाव लड़ने के लिए भी आवेदन कर चुके हैं।

मिली जानकारी के अनुसार

Liquor: हरियाणा के फतेहाबाद में पुलिस की नशे के खिलाफ बड़ी कार्रवाई, 40 लाख से ज्यादा का अवैध शराब जब्त
Liquor: हरियाणा के फतेहाबाद में पुलिस की नशे के खिलाफ बड़ी कार्रवाई, 40 लाख से ज्यादा का अवैध शराब जब्त

कुशेश्वर भगत 1996 से गुरुग्राम के सेक्टर 15 में पाव भाजी की रेहड़ी लगाते हैं और शहरवासी उनकी पाव भाजी के बड़े दीवाने हैं।

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार कुशेश्वर भगत ने दावा किया है कि वह इस बार 5 लाख वोटों से जीतकर संसद पहुंचेगे और जनता की सेवा करेंगे। गुरुग्राम की जनता अब बदलाव चाहती है। गुरुग्राम लोकसभा में 9 विधानसभा क्षेत्र हैं और 9 विधानसभा क्षेत्रों में 900 से भी ज्यादा समस्याएं मुंह बाए खड़ी हैं, लेकिन उनका समाधान करने वाला कोई नहीं है। अब लोगों का मन 20 साल से राज कर रहे नेता से भर गया है। अब जनता बदलाव करने के मुंड में हैं। जिला निर्वाचन अधिकारी ने उनका चुनाव चिन्ह सीतार भी दे दिया है।

शहरवासी बताते हैं कि उन्होंने

KMP Expressway
KMP Expressway पर अब सफर करना होगा महंगा, टोल दरों में हुई बढ़ोत्तरी 

पाव भाजी बनाना मुंबई में सिखा था। वह बताते हैं कि पाव भाजी बनाना सीखने के लिए वह बिहार से मुंबई गए थे। इसके बाद गुरुग्राम आकर पाव भाजी बनाने लग गए। इस पाव भाजी की एक खासियत ये भी है कि यह शुद्ध तरीके से बटर में बनाई जाती है। जिसकी वजह से उसकी पाव भाजी का अपना अलग ही स्वाद है।

2014 के चुनाव में उन्हें 7900 वोट मिले थे । कुशेश्वर भगत का कहना है कि वह वर्ष 2017 व 2022 में राष्ट्रपति चुनाव के लिए नामांकन कर चुके, लेकिन 100 विधायकों के हस्ताक्षर नहीं होने से दोनों बार उनका नामांकन रद्द हो गया। वर्ष 2017 में उनके नामांकन पर 7 विधायकों के हस्ताक्षर हुए, जबकि 2022 में उन्होंने 36 विधायकों के हस्ताक्षर कराकर आवेदन किया था।

Back to top button