RJD ने चार उम्मीदवारों का किया ऐलान, ये लड़ सकते हैं चुनाव
सत्य खबर/पटना:
बिहार में 11 विधान परिषद सीटों के लिए होने वाले चुनाव के लिए राष्ट्रीय जनता दल ने अपने चार उम्मीदवारों के नाम की घोषणा कर दी है. विधान परिषद चुनाव में राजद की ओर से पार्टी प्रमुख लालू प्रसाद यादव की पत्नी राबड़ी देवी और पूर्व मुख्यमंत्री अब्दुल बारी सिद्दीकी के अलावा उर्मीला ठाकुर और फैसल अली को मैदान में उतारा गया है. राबड़ी देवी का कार्यकाल जल्द ही खत्म होने वाला है लेकिन अब राजद उन्हें एक बार फिर विधान परिषद का सदस्य बनाने की तैयारी में है.
कांग्रेस इस बार चुनाव नहीं लड़ेगी
बिहार में महागठबंधन पांच सीटें जीतने की स्थिति में है. पांचवीं सीट महागठबंधन ने सीपीआई को दी है और इस सीट पर सीपीआई ने शशि यादव को अपना उम्मीदवार बनाया है. महागठबंधन में शामिल कांग्रेस को इस बार विधान परिषद चुनाव में हिस्सेदारी नहीं मिली है.
कांग्रेस नेता प्रेमचंद मिश्रा का कार्यकाल जरूर पूरा हो गया है लेकिन पार्टी को इस बार उम्मीदवार उतारने का मौका नहीं मिलेगा. इस बार कांग्रेस ने महागठबंधन के सभी उम्मीदवारों को समर्थन देने का ऐलान किया है.
राजद की लिस्ट में इन नामों ने चौंकाया!
राजद द्वारा राबड़ी देवी और अब्दुल बारी सिद्दीकी को उम्मीदवार बनाये जाने की अटकलें पहले से ही थीं, लेकिन उर्मीला ठाकुर और फैसल अली को उम्मीदवार बनाये जाने का फैसला चौंकाने वाला माना जा रहा है. उर्मिला ठाकुर राज की प्रवक्ता हैं और पार्टी ने उन्हें इस बार विधान परिषद में भेजने का फैसला किया है. फैसल अली पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव हैं और इस बार पार्टी ने उन्हें एमएलसी बनाने का भी फैसला किया है.
नीतीश समेत इन सदस्यों का कार्यकाल पूरा हो रहा है
बिहार विधान परिषद में जिन 11 सदस्यों का कार्यकाल पूरा हो रहा है उनमें राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी शामिल हैं. नीतीश के अलावा पूर्व सीएम राबड़ी देवी, बीजेपी के वरिष्ठ नेता सैयद शाहनवाज हुसैन, पूर्व मंत्री संजय कुमार झा, कांग्रेस नेता प्रेमचंद्र मिश्रा, ‘हम’ के राष्ट्रीय अध्यक्ष और नीतीश कैबिनेट में मंत्री संतोष कुमार सुमन, मंगल पांडे, वीपी के उपसभापति रामचन्द्र पूर्वे . खालिद अनवर, रामेश्वर महतो और बीजेपी नेता संजय पासवान का भी कार्यकाल खत्म हो रहा है.
विधानसभा समीकरण
महागठबंधन ने पांच सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं, लेकिन इन सभी उम्मीदवारों की जीत को लेकर सस्पेंस बढ़ गया है. दरअसल, हाल के दिनों में राजद के चार सदस्य पार्टी छोड़कर एनडीए में शामिल हो गए हैं. पार्टी को पांच सीटें जीतने के लिए 105 वोटों की जरूरत है. इसी वजह से महागठबंधन की राह मुश्किल मानी जा रही है.
विधानसभा में संख्याबल की बात करें तो एनडीए के पक्ष में बीजेपी के पास 78, जेडीयू के पास 45, ‘हम’ के पास चार और एक निर्दलीय विधायक के वोट हैं. पार्टी के चार विधायकों के पाला बदलने से विपक्ष में राजद विधायकों की संख्या 79 से घटकर 75 हो गई है. विपक्षी महागठबंधन में राजद के अलावा कांग्रेस के 19 और वाम दल के 16 विधायक हैं। एक वोट औवेसी की पार्टी AIMIM के पास भी है.