दिल्ली के नए मुख्यमंत्री पर Saurabh Bhardwaj का बड़ा बयान, केजरीवाल को ही चाहती है दिल्ली
दिल्ली की राजनीति में इन दिनों हड़कंप मचा हुआ है। आम आदमी पार्टी (AAP) के नेता Saurabh Bhardwaj ने सोमवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के इस्तीफे और नए मुख्यमंत्री के चयन पर महत्वपूर्ण बयान दिया। उन्होंने कहा कि इस समय मुख्यमंत्री के नाम पर कोई चर्चा नहीं हो रही है और केजरीवाल को फंसाया जा रहा है।
Saurabh Bhardwaj ने कहा, “यह पहली बार है जब दिल्ली के इतिहास में किसी मुख्यमंत्री को इस्तीफा देने के लिए कहा गया है।” उन्होंने यह भी बताया कि दिल्ली की जनता चाहती है कि अरविंद केजरीवाल ही मुख्यमंत्री बने रहें। भारद्वाज ने स्पष्ट किया कि नए मुख्यमंत्री के चेहरे पर चर्चा के बाद ही कोई निर्णय लिया जाएगा।
उन्होंने यह भी कहा कि केजरीवाल ने फैसला किया है कि वे तब ही दिल्ली के मुख्यमंत्री बनेंगे, जब जनता यही चाहती है। इस बीच, अरविंद केजरीवाल ने सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिलने के दो दिन बाद अपने इस्तीफे की घोषणा की थी। उन्होंने पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं को बताया कि उनके इस्तीफे की वजह भ्रष्टाचार के आरोप हैं।
मनीष सिसोदिया की बैठक
केजरीवाल के इस्तीफे की घोषणा के बाद अब दिल्ली के नए मुख्यमंत्री के चयन की चर्चाएँ तेज हो गई हैं। इसी बीच, पूर्व दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया आज अरविंद केजरीवाल से उनके घर पर मुलाकात करने वाले हैं। यह दोनों नेताओं की पहली मुलाकात है केजरीवाल के इस्तीफे की घोषणा के बाद।
इस मुलाकात के दौरान यह उम्मीद की जा रही है कि नए मुख्यमंत्री के नाम पर चर्चा हो सकती है। हालांकि, केजरीवाल ने अपने रविवार के भाषण में स्पष्ट किया था कि नए मुख्यमंत्री के चयन पर निर्णय 17 सितंबर को विधानमंडल की बैठक में लिया जाएगा।
इस्तीफे की पृष्ठभूमि
अरविंद केजरीवाल का इस्तीफा दिल्ली के राजनीतिक परिदृश्य पर एक बड़ा सवालिया निशान छोड़ गया है। सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिलने के बाद उन्होंने अपने इस्तीफे की घोषणा की, जो उनके खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों के कारण आया।
इस इस्तीफे के बाद आम आदमी पार्टी (AAP) के अंदर नए मुख्यमंत्री के चयन की प्रक्रिया पर काम शुरू हो गया है। मनीष सिसोदिया की बैठक के बाद स्थिति स्पष्ट हो सकती है।
जनता की उम्मीदें
दिल्ली की जनता ने केजरीवाल के कार्यकाल के दौरान कई सुधार देखे हैं और वे उनके फिर से मुख्यमंत्री बनने की उम्मीद कर रहे हैं। दिल्ली सरकार ने शिक्षा, स्वास्थ्य, और सार्वजनिक सेवाओं में कई पहल की हैं जो लोगों की जीवनशैली को बेहतर बनाने में सहायक साबित हुई हैं।
Saurabh Bhardwaj का बयान इस बात का संकेत है कि पार्टी जनता की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए ही नए मुख्यमंत्री का चयन करेगी।
इस पूरे घटनाक्रम पर नजर रखते हुए यह कहा जा सकता है कि आने वाले दिनों में दिल्ली की राजनीति में कई महत्वपूर्ण बदलाव देखने को मिल सकते हैं। जनता और पार्टी के नेताओं की अपेक्षाएँ इस बात को तय करेंगी कि नए मुख्यमंत्री के नाम पर कौन से निर्णय होते हैं।