Swatantrata Senani Express पर पथराव, बिहार के समस्तीपुर में ट्रेन पर हमला, कई यात्री घायल
Swatantrata Senani Express: बिहार के समस्तीपुर में गुरुवार रात स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस ट्रेन पर पथराव की घटना सामने आई है। यह घटना समस्तीपुर स्टेशन के बाहरी सिग्नल के पास घटित हुई, जिसमें ट्रेन के कई डिब्बों के शीशे टूट गए और कई यात्री घायल हो गए। घटना के बाद घायल यात्रियों का उपचार समस्तीपुर में ही किया गया। यह ट्रेन 45 मिनट की देरी के बाद मुजफ्फरपुर स्टेशन पहुंची। इस घटना ने यात्रियों के बीच दहशत फैला दी और पथराव के कारण यात्रियों में भय और असुरक्षा की भावना उत्पन्न हुई है।
घटना की जानकारी
स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस जो कि जयनगर से नई दिल्ली जा रही थी, उस पर गुरुवार रात को मुजफ्फरपुर-समस्तीपुर रेलवे खंड के पास पथराव किया गया। पथराव की इस घटना में ट्रेन के कई डिब्बों के शीशे टूट गए, जिससे कुछ यात्री घायल हो गए। घायल यात्रियों का इलाज समस्तीपुर में किया गया और उनके घावों का प्राथमिक उपचार स्टेशन पर ही संपन्न हुआ।
यात्रियों के अनुसार, यह घटना रात लगभग 9:45 बजे घटित हुई जब ट्रेन समस्तीपुर स्टेशन के बाहरी सिग्नल के पास पहुंची। अचानक हुए पथराव से ट्रेन में बैठे यात्री भयभीत हो गए। इस दौरान ट्रेन कुछ समय के लिए समस्तीपुर स्टेशन पर रुकी रही और फिर मुजफ्फरपुर के लिए प्रस्थान की। यह पथराव ट्रेन के कई डिब्बों पर हुआ, जिससे बी1, बी2 और पेंट्री कार के साथ-साथ कई स्लीपर कोचों के शीशे टूट गए।
यात्रियों के अनुभव और डर
घटना के समय ट्रेन में यात्रा कर रहे यात्रियों के अनुसार, पथराव अचानक शुरू हुआ और काफी तेज गति से हो रहा था। इससे ट्रेन में बैठे यात्रियों के बीच अफरातफरी मच गई। पत्थर लगने से कई यात्रियों को चोटें आईं, जिसमें कुछ को गंभीर चोटें भी लगीं। यात्रियों का कहना है कि पथराव से ट्रेन के अंदर बैठना भी सुरक्षित नहीं रहा, और इस प्रकार की घटनाएं यात्रियों की सुरक्षा पर सवाल खड़े करती हैं।
एक यात्री ने बताया कि ट्रेन के शीशे टूटने से चारों ओर कांच के टुकड़े फैल गए थे, जिससे कुछ यात्री गंभीर रूप से घायल हो गए। यात्रियों ने ट्रेन के कर्मचारियों से मदद मांगी, लेकिन डर के मारे कुछ समय तक कोई भी बाहर नहीं आ पाया। घटना के बाद यात्रियों में भय और घबराहट का माहौल बना रहा।
एफआईआर दर्ज, अज्ञात लोगों के खिलाफ कार्रवाई
घटना के बाद रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) समस्तीपुर द्वारा अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। ट्रेन के अधिकारियों ने पथराव की सूचना तुरंत पुलिस को दी और मामले की जांच शुरू की गई। अभी तक हमलावरों की पहचान नहीं हो पाई है, लेकिन पुलिस इस मामले की गहन जांच कर रही है।
एफआईआर के अनुसार, जब ट्रेन बाहरी सिग्नल के पास पहुंची, तो कुछ अज्ञात लोगों ने अचानक पत्थर फेंकने शुरू कर दिए। इस हमले के कारण ट्रेन को समस्तीपुर स्टेशन पर कुछ समय के लिए रोकना पड़ा। घटना के बाद ट्रेन मुजफ्फरपुर जंक्शन पहुंची, लेकिन इस पथराव के कारण 45 मिनट की देरी हो गई।
सुरक्षा पर सवाल
इस पथराव की घटना ने रेलवे यात्रियों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। यह पहली बार नहीं है जब ट्रेन पर पथराव की घटना सामने आई है, लेकिन हर बार ऐसे मामलों में सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम नहीं किए जाते। यात्रियों का कहना है कि रेलवे प्रशासन को इस दिशा में ठोस कदम उठाने चाहिए ताकि यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) ने मामले की जांच शुरू कर दी है और पथराव करने वाले अज्ञात लोगों की पहचान करने का प्रयास किया जा रहा है। इस घटना के बाद आरपीएफ और स्थानीय पुलिस ने यात्रियों को सुरक्षा का भरोसा दिलाया है, लेकिन यात्रियों की सुरक्षा के प्रति उठाए गए कदमों को और सख्त करने की आवश्यकता है।
रेलवे प्रशासन का बयान
रेलवे प्रशासन ने इस घटना की निंदा करते हुए कहा कि यात्रियों की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है और पथराव करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। प्रशासन का कहना है कि इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए रेलवे सुरक्षा बल और स्थानीय पुलिस को विशेष दिशा-निर्देश दिए गए हैं।
रेलवे ने यात्रियों से अपील की है कि अगर वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि को देखते हैं, तो तुरंत रेलवे अधिकारियों को सूचित करें। इस घटना के बाद रेलवे ने सुरक्षा उपायों को और मजबूत करने का आश्वासन दिया है।
यात्रियों की मांग
घटना के बाद यात्रियों ने रेलवे से सुरक्षा के उपायों को बढ़ाने की मांग की है। यात्रियों का कहना है कि जब वे ट्रेन में यात्रा करते हैं, तो उन्हें सुरक्षा की उम्मीद होती है। पथराव जैसी घटनाएं न केवल जान-माल का नुकसान करती हैं, बल्कि यात्रियों के मन में डर भी पैदा करती हैं।
यात्रियों ने यह भी मांग की है कि रेलवे पथराव की घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए और इस प्रकार की घटनाओं में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए।