वरोध भाजपा का या अशोक तवर का, जानिए पूरा किसा
सत्य खबर, सिरसा
सिरसा लोकसभा चुनाव हेतु अनेक सर्वे हुए तथा गहन आत्म मंथन *होता* रहा की सिरसा लोकसभा सीट से किसे चुनाव मैं उम्मीदवार बनाया जाए मौजूदा लोकसभा एमपी सुनीता दुग्गल की उम्मीदवारी पर भी चर्चा हुई सुनीता दुग्गल एक अधिकारी के तौर पर राजनीति में आई थी इसलिए वे राजनीति में अपनी ज्यादा पकड़ नहीं बन पाई गृहमंत्री अमित शाह सिरसा रैली में सुनीता दुग्गल की मंच से उम्मीदवारी पर मोहर तो लगाई थी लेकिन मौजूदा सांसद टिकट लेने में असमर्थ रही वही सिरसा लोकसभा सीट पर बी कॉम राज, बीएस संधू मौजूदा एडीजीपी श्रीकांत जादव व कई अन्य उम्मीदवारों के नाम की चर्चा होती रही लेकिन उनकी दाल नहीं गली भाजपा आला कमान ने आप पार्टी छोड़ कर आए भाजपा में शामिल हुए डॉ अशोक तंवर को सिरसा लोकसभा सीट से अपना उम्मीदवार बनाकर चुनाव मैदान में उतारा तब से पूरे जिले में भाजपा प्रत्याशी अशोक तंवर को विरोध झेलना पड़ रहा है भाजपा प्रत्याशी अशोक तंवर जहां भी जाते हैं वहां पर उनके घेराव करने की खबरें देखने को मिल रही है सबसे बड़ी बात यह है कि यह घेराव भाजपा का हो रहा है या अशोक तवर का मुख्यतः भाजपा को किसानों के मुद्दे के कारण जगह-जगह भाजपा प्रत्याशी अशोक तंवर को जिले में जगह-जगह विरोध का सामना करना पड़ रहा है किसानों के मुद्दे पर सिरसा जिला में ही नहीं अपितु पूरे हरियाणा में भाजपा उम्मीदवारों को विरोध सहना पड़ रहा है क्योंकि किसान आंदोलन के समय किसानों के साथ भाजपा सरकार ने जो वायदे किए थे केंद्र की भाजपा सरकार उन पर खड़ी नहीं उतरी किसान जब इस मुद्दे पर अपना विरोध प्रकट कर रहे थे तब किसानों पर लाठी चार्ज ब जबरदस्ती हुई इसका बदला अब लोकसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी अशोक तंवर को भुगतान पड़ रहा है वही हरियाणा के अन्य जिलों में भी भाजपा प्रत्याशियों को विरोध का सामना करना पड़ रहा है भाजपा प्रत्याशी अशोक तंवर को टिकट मिलते ही शुरुआती दिनों से ही विरोध झेलना पड़ रहा है
अभी चुनाव में एक महीने का समय बाकी है आगे इनकी राह आसान नहीं पहरे में रहकर जनसभा मीटिंग व नुक्कड़ सभा किस प्रकार करेंगे भाजपा प्रत्याशी अशोक तंवर के चुनाव प्रचार की बात करें तो जिला स्तर पर पुराने कार्यकर्ताओं में जोश देखने को नहीं मिल रहा है सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार दबी जुबान में भाजपा के अनेक स्थानीय नेता व कार्यकर्ता खुश नजर नहीं आ रहे हैं तथा स्थानीय नेता उनके साथ बहुत कम ही प्रचार मे नजर आ रहे हैं वही भाजपा प्रत्याशी अशोक तंवर की खुद की पुरानी टीम मैदान में डटी हुई है भाजपा की अनेक स्थानीय कार्यकर्ता व नेता शुरुआती दिनों से ही टिकट वितरण होने से मायूस नजर आ रहे थे वहीं कांग्रेस ने अभी तक तक सिरसा लोकसभा सीट पर अपना प्रत्याशी घोषित नहीं किया है अगर सिरसा लोकसभा सीट पर कांग्रेस नेत्री कुमारी शैलजा को चुनाव मैदान में उतरती है तो चुनाव बड़ा रोचक हो जाएगा क्योंकि क्योंकि आमजन में इस कांग्रेस नेत्री के प्रति सकारात्मक रुख देखने को मिल रहा है अगर चुनाव मैदान में कुमारी शैलजा ताल ठोकती है तो सिरसा लोकसभा का चुनाव बड़ा रोचक हो जाएगा यह बात चुनावी विश्लेषक व राजनीति में रुचि रखने वाले कह रहे हैं हर व्यक्ति की जुबान पर यह बात निकाल कर आ रही है
अत: यह तो समय ही बताएगा की सिरसा लोकसभा सीट पर कौन जीत का परचम फहरायेगा लेकिन सिरसा सीट पर कुमारी शैलजा के चुनाव मैदान में आने से विरोधी दलों को सोचने पर मजबूर होना पड़ेगा