दिल्ली में विकास कार्यों को तेज करने की आवश्यकता, CM Atishi की बैठक
दिल्ली की नई CM Atishi ने रविवार, 29 सितंबर को आम आदमी पार्टी (AAP) सरकार के सभी मंत्रियों की एक आपात बैठक बुलाई है। यह बैठक दिल्ली सचिवालय में सुबह 11 बजे होगी। CM की ओर से जारी सूचना में बताया गया है कि यह बैठक दिल्ली में रुक गए विकास कार्यों के संबंध में AAP के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल के पत्र के बाद बुलाई गई है।
केजरीवाल का पत्र और विकास कार्यों का मुद्दा
AAP के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने CM Atishi को पत्र लिखकर दिल्ली में रुक गए विकास कार्यों के बारे में चिंता जताई थी। पत्र में उन्होंने कहा कि दिल्ली में कई ऐसे विकास कार्य हैं जो समय पर पूरे नहीं हो सके हैं, और इनकी स्थिति को लेकर सरकार को गंभीरता से सोचना चाहिए। यह बैठक इसी मुद्दे पर चर्चा के लिए बुलाई गई है, जिससे कि इन विकास कार्यों को फिर से गति दी जा सके।
केजरीवाल की सक्रियता और विकास कार्यों पर ध्यान
दिल्ली के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद अरविंद केजरीवाल दिल्ली की समस्याओं को लेकर काफी सक्रिय हो गए हैं। Atishi के मुख्यमंत्री बनने के बाद, केजरीवाल ने विकास कार्यों को पूरा करने पर जोर दिया है। उन्होंने कई क्षेत्रों में विकास कार्यों का निरीक्षण किया है, जिसमें दिल्ली विश्वविद्यालय की सड़कें भी शामिल हैं।
इस दौरान, CM Atishi, मनीष सिसोदिया और अन्य पार्टी नेताओं के साथ उपस्थित रहे हैं। केजरीवाल ने यह आश्वासन दिया है कि अब लोगों को चिंता करने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा, “अब मैं जेल से बाहर हूं। बीजेपी ने मुझे झूठे मामले में जेल भेजा था। अब दिल्ली में सभी लंबित कार्य पूरे होंगे। मैं एक भी काम अधूरा नहीं छोड़ूंगा। विशेष रूप से दिल्ली की सभी सड़कों की मरम्मत फिर से की जाएगी।”
सड़कों की खराब स्थिति और मेयर का असंतोष
दिल्ली में सड़कों की खराब स्थिति को लेकर नगर निगम की मेयर शैली ओबेरॉय ने निगम आयुक्त के प्रति असंतोष व्यक्त किया है। उन्होंने हाल ही में आयुक्त से पूछा कि दिल्ली की कॉलोनियों में सड़कों के सुधार के लिए 1500 करोड़ रुपये का आवंटन कहां गया। मेयर ने आयुक्त को इस संबंध में 48 घंटे के भीतर रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है।
इससे स्पष्ट होता है कि दिल्ली में विकास कार्यों में न केवल राजनीतिक दलों की आपसी संघर्ष है, बल्कि प्रशासनिक स्तर पर भी कई प्रश्न उठ रहे हैं।
दिल्ली सरकार की विकास योजनाएँ
दिल्ली सरकार ने पिछले कुछ वर्षों में कई विकास योजनाएँ शुरू की हैं, जिसमें शिक्षा, स्वास्थ्य, परिवहन और बुनियादी ढांचे का विकास शामिल है। हालांकि, कई योजनाओं में रुकावटें आई हैं, जिससे नागरिकों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
शिक्षा क्षेत्र में सुधार
दिल्ली में शिक्षा के क्षेत्र में कई सुधार किए गए हैं, जैसे कि सरकारी स्कूलों में बुनियादी सुविधाओं का विकास, शिक्षकों की गुणवत्ता में सुधार, और छात्राओं को स्कॉलरशिप प्रदान करना। इन प्रयासों के बावजूद, कई स्कूलों में बुनियादी ढांचे की कमी बनी हुई है, जिसे दूर करने की आवश्यकता है।
स्वास्थ्य सेवाएँ
स्वास्थ्य सेवाओं में भी सुधार की दिशा में कई योजनाएँ लागू की गई हैं। मुफ्त चिकित्सा सेवाएँ और विशेष स्वास्थ्य कैंप का आयोजन किया गया है। लेकिन, कोरोना महामारी के बाद स्वास्थ्य सेवाओं में कमी के कारण लोगों को असुविधाओं का सामना करना पड़ रहा है।
परिवहन का विकास
दिल्ली सरकार ने सार्वजनिक परिवहन में सुधार करने के लिए कई योजनाएँ शुरू की हैं। मेट्रो नेटवर्क का विस्तार, नए बस रूट और इलेक्ट्रिक बसों का संचालन किया गया है। लेकिन, ट्रैफिक जाम और सड़कों की खराब स्थिति अब भी एक बड़ी चुनौती बनी हुई है।
नागरिकों की भूमिका
नागरिकों को भी अपने अधिकारों के प्रति जागरूक रहना चाहिए और विकास कार्यों के लिए आवाज उठानी चाहिए। अगर नागरिक अपने अधिकारों के प्रति सजग रहेंगे, तो वे सरकार को जवाबदेह ठहरा सकेंगे। नागरिकों का सक्रिय योगदान ही दिल्ली में विकास कार्यों को सही दिशा में ले जाने में सहायक होगा।