विधानसभा से नेहरू की तस्वीर हटाने पर मचा बवाल , कांग्रेस ने खोला मोर्चा
सत्य खबर नई दिल्ली
शिवराज सिंह चौहान की तस्वीर हटी, तो मोहन यादव की तस्वीर लग गई, कमलनाथ की तस्वीर हटी, तो जीतू पटवारी की तस्वीर लग गई…. इधर जिस बात पर बवाल मचा है उसमें जवाहरलाल नेहरू की तस्वीर हटी तो डॉ अंबेडकर की तस्वीर लग गई। मतलब साफ है राजनीतिक तस्वीरे तेजी से बदल रही है ।
जी हां हम बात कर रहे हैं मध्य प्रदेश विधानसभा से तस्वीर हटाने पर मचे बवाल की। मध्य प्रदेश विधानसभा में देश के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू नेहरू की तस्वीर हटाकर डॉ. बाबा साहब अंबेडकर की लगाने पर सियासत गरमा गई है। इसे भाजपा का मिशन-2024 के पहले का मास्टर स्ट्रोक बताया जा रहा है। जिसके जरिए पार्टी की रणनीति दलित वोटरों को साधना है। प्रदेश में करीब 70 लाख दलित वोटर हैं। मप्र में एक डिप्टी सीएम जगदीश देवड़ा अनुसूचित जाति वर्ग से है। पार्टी आगामी लोकसभा चुनाव से पहले जातिगत और क्षेत्रीयसमीकरण को साध कर चल रही है। दलित वोटरों तक पहुंचने के लिए बाबा साहब आंबेडकर को ही जरिया बनाय है।BJP ने नेहरू की तस्वीर हटाकर बाबा साहब आंबेडकर को आगे किया है BJP की सोच यही थी कि कांग्रेस भी इसका खुल विरोध नहीं कर सकेगी। महात्मा गांधी, सरदार पटेल के बाद भाजपा डॉ. बाबा साहब अंबेडकर को अपना बता रही है। पार्टी को पता है कि इन सबसे सीधे वह दलितों के दिल पर राज करेगी। हालांकि इस मुद्दे पर कांग्रेस मुखर हो गई है और पूरे मध्यप्रदेश में इस विषय को लेकर धरना प्रदर्शन आंदोलन छेड़ दिए गए हैं।
उधर पीसीसी दफ्तर से कमलनाथ की तस्वीर के हटते ही जीतू पटवारी की तस्वीरे लग गई है। पटवारी प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बना दिए गए हैं और उन्हें भी हाथों हाथ बड़ा मुद्दा मिल गया है। इधर दिमनी से BJP विधायक पूर्व मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को विधानसभा अध्यक्ष बना दिया गया है।